Tuesday, July 30, 2013

तेरी मेरी दोस्ती प्यार में बदल गई!

तेरी मेरी दोस्ती प्यार में बदल गई!

कौन जानता है कि दोस्ती कब प्यार में बदल जाए? दोस्ती प्यार में बदल सकती है मगर प्यार कभी दोस्ती में नहीं बदल सकता। अगर आपको अपने दोस्त के साथ ही प्यार हो गया है तो बिना हिचकिचाहट उसका इज़हार कर दें...

दोस्ती में प्यार तलाशना एक बड़ी चुनौती है। जिन लोगों की दोस्ती प्यार में बदली है, उनके रिलेशन ज्यादा मजबूत होते हैं, लेकिन जब दोनों में से एक शख्स को यह लगने लगे कि उनकी दोस्ती प्यार में नहीं बदल सकती तब मामला गड़बड़ हो सकता है, उलझनभरी स्थिति बन जाती है। ऐसे में न प्रेम जीवित रह पाता है न दोस्ती। दोस्ती और प्यार के बीच मामूली सा ही फर्क होता है, जिसके चलते कई बार लोग इस फर्क को जान नहीं पाते और दोस्ती को प्यार या प्यार को दोस्ती ही समझते रहते हैं। अगर आपको भी किसी के प्रति अपनी फीलिंग्स को लेकर कोई डाउट है, तो हम आपको बता रहे हैं आसान-सा तरीका। तरीका, यह समझने का कि यह सिर्फ दोस्ती है या फिर प्यार का अहसास।

फिज़िकल डिजायर
क्या आपके मन में उसके प्रति फिकिाकल डिजायर्स पैदा होती हैं? सीधे शब्दों में कहें तो क्या आपका मन उसके साथ फिकिाकल रिलेशंस बनाने का करता है? अगर इसका जवाब हां है, तो समझ जाइए आपका रिश्ता दोस्ती से बढ़कर है और अगर उसके साथ सोने के ख्याल भर से ही आपको अजीब-सा महसूस होने लगता है, तो यह दोस्ती से कयादा कुछ नहीं है।

फ्यूचर प्लानिंग
क्या आपने कभी ख्यालों में उसके साथ किांदगी बिताने के बारे में सोचा है? क्या कभी आपको लगा है आपको दोस्ती से एक कदम आगे बढऩा चाहिए? अगर आपका जवाब हां है तो समझ लीजिए आपको प्यार हो चुका है, लेकिन अगर आपको यह लगता है कि वह शख्स किसी खास क्वालिटी के कारण आपको इतना प्रिय है तो समझ लीजिए यह दोस्ती ही है।

हर बात पर सलाह
बात चाहे कितनी ही छोटी क्यों ना हो, अगर आप उसकी हमेशा सलाह लेती हैं और उसकी हर बात, हर सलाह आपको अच्छी भी लगने लगती है। यहां तक कि आप अपनी हेयर और ड्रैसिंग स्टाइल बदलने के लिए भी अपने उस दोस्त से सलाह लेती हैं, तो यह प्यार के रोमानी अहसास के लक्षण ही हैं।
 
जलन और ईर्ष्या
जिस महिला से वह डेट करता है या उसके प्रति आकर्षण महसूस करता है, क्या उससे आपको जलन और ईष्र्या होती है? अगर जवाब हां है तो यह प्यार है और अगर ऐसा नहीं होता और उल्टा आप चाहती हैं कि वह किसी और लड़की को डेट करे तो यह दोस्ती है। अगर आप उसे अपनी सिंगल फ्रैंड्स से मिलवाती हैं और उसके लिए डेट प्लान कर रही हैं, तो यह दोस्ती से ज्यादा कुछ नहीं। जब आपकी कोई महिला दोस्त आपसे पूछती है कि क्या वह सिंगल है और आप झूठ बोल देती हैं, तो जान लीजिए आपको उनसे प्यार है।
 
नज़दीकियों की चाहत
क्या आप उसे देखने, उससे मिलने, बात करने, कॉल करने या नज़दीक रहने के बहाने ढूंढने लगी हैं? क्या अब आपको सिर्फ उसका साथ ही अच्छा लगता है? जब भी वह आपके आस-पास मौजूद होता है तब आपको उसके अलावा और कोई नहीं दिखाई देता, आप उसकी बातों में खो जाती हैं और जिंदगी बेहद खूबसूरत लगने लगती है। क्या हमेशा यही इंतजार रहता है कि किसी भी तरह उस से मिलना हो जाए? अगर आपका दोस्त कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर गया हो, तो क्या आपको बेचैनी होती है और आप उसके वापस लौटने का इंतजार करती हैं? अगर इन सभी सवालों का जवाब हां में है तो आपको प्यार हो चुका है।
 
हक जताना
अगर वह आपके सवालों का सीधा-सीधा जवाब नहीं देता और इसके बावजूद आप उस पर गुस्सा नहीं कर पाती हैं, उसकी लेट लतीफी पर मुंह नहीं बनाती हैं और अगर वह आपका जन्मदिन भूल जाएं, तो भी उसे माफ कर देती हैं, तो यकीन मानिए यह दोस्ती से ज्यादा कुछ नहीं है क्योंकि प्यार आपको हक का अनुभव करवाता है। आप सामने वाले पर पूरा हक जमाने लगती हैं और अपनी हर बात का जवाब उससे उसी हक से मांगती हैं।
 
लुक्स की चिंता
जब भी आपको उससे मिलना होता है तो क्या आप अपनी लुक्स और मेकअप के लिए ज्यादा परेशान रहती हैं? ऐसा इसलिए, क्योंकि आप अपनी इमेज को लेकर कॉन्शस रहते हैं। ऐसा तो इंसान प्यार में ही करता है, दोस्ती में नहीं।

जानने की इच्छा
जब आप उसके साथ नहीं होती हैं तो भी आप उसी के बारे में सोचती रहती हैं? उसके बारे में चिंता रहती है? आंखें बंद करते ही वो सामने आ जाता है? दोस्तों के बीच भी आप केवल उसी के बारे में सोचती हैं? हां का मतलब है कि आपकी दोस्ती प्यार में बदल रही है और नहीं का मतलब है आप अब भी दोस्ती के बंधन में ही हैं।

दूसरों की आलोचना
उसके सामने उसकी महिला दोस्तों की आलोचना करने का कोई मौका नहीं खोती हैं? अगर जवाब हां है, तो जान लो आपको प्यार है। ऐसा इसलिए क्योंकि आप चाहती हैं कि वह किसी और के बारे में न सोचे, उसके पास न जाए। यह इंसान की नेचर है। इंसान चाहता है कि वह खुद के लिए चुनौती बनने वाली सारी संभावनाओं को ही खत्म कर दे।

हर बात अच्छी लगती है
उसके घिसे-पिटे जोक्स पर भी आपको खूब हंसी आती है। उसकी हर बेवकूफी और गलती अब आपको अच्छी लगने लगती है। उसकी बेतुकी, बचकानी बातें आपको गुस्सा नहीं दिलातीं और उन पर भी आपको प्यार आने लगता है। अगर यह सब सच है तो आप प्यार में पड़ चुकी हैं।

No comments:

Post a Comment