Tuesday, September 29, 2015

महिलाओं का दिल कमजोर होता है

महिलाओं में बढ़ती हार्ट प्रॉब्लम

29 सितंबर को पूरे विश्व में वर्ल्ड हार्ट डे के रूप में मनाया जाता है। वैसे तो इसे मनाने का उद्देश्य केवल हार्ट प्रॉब्लम्स से बचाव और लोगों में अवेयरनेस फैलाना है, मगर हर साल वर्ल्ड हार्ट डे पर हार्ट पेशेंट्स की तादात पहले से ज्यादा बढ़ जाती है। अभी तक यह सिर्फ कहावतों में कहा जाता था कि महिलाओं का दिल कमजोर होता है, मगर अब यह साबित हो रहा है... 


भारतीय महिलाओं में हार्ट डिसीज एक बड़े किलर के रूप में सामने आ रही हैं। भारत में महिलाएं कैंसर, एड्स और मलेरिया से ज्यादा कार्डियोवास्कुलर डिजीजेस की शिकार हैं। युवा महिलाएं भी अब दिल से संबंधित बीमारियों से सुरक्षित नही हैं। 20 से 40 साल की उम्र में महिलाओं को एस्ट्रोजन हार्मोन की वजह से दिल की बीमारियों से सेफ माना जाता था लेकिन इसी उम्र में दिल के रोग बढ़ रहे हैं।

यंगस्टर में कार्डियो वास्कुलर डिजीजेस के लिए काम से रिलेटिड स्ट्रेस बड़ा फैक्टर है। जरूरत से ज्यादा तनाव के कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल डिपॉजिट होने लगता है जिससे कॉरोनरी आर्टरीज में ब्लॉकेज हो जाता है और कार्डियो वास्कुलर डिजीजेस होने का खतरा बढ़ जाता है। पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं की आर्टरीज छोटी होती हैं इसलिए इनकी जान जाने का खतरा भी ज्यादा होता है। पिछली कुछ समय में भारत में नशा करने वाली महिलाएं दोगुना हो गई हैं, इसका कारण कहीं न कहीं स्ट्रेस है।

सिडेंटरी लाइफ स्टाइल और एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी इसका मुख्य कारण माना जाता है। दूसरा, महिलाएं दिल संबंधी बीमारियों को नजरअंदाज करती हैं। भारतीय महिलाएं वैसे भी अपनी सेहत से ज्यादा अपने पति, बच्चे, मां-बाप की सेहत का ख्याल रखती हैं और इस सबके बीच वो यह भूल जाती हैं कि उनकी सेहत का ख्याल रखना भी उनके लिए बहुत जरूरी है। न तो वो कोई लाइफ स्टाइल फॉलो करती हैं न ही अपने खाने पीने का ध्यान रखती हैं, जिससे उनका वजन भी बढ़ जाता है और इनकी मृत्यु का कारण बनता है अस्पताल में देर से आना। पिछले कुछ साल से साइलेंट हार्ट अटैक का मामला बढ़ा है।

ये हैं कारण


  • लाइफ में बढ़ती टेंशन
  • समय से पहले पीरियड बंद होना
  • एंड्रोजनल हार्मोन का लेवल कम होना
  • किसी कारणवश ओवरी सर्जरी से निकाल देना
  • हाइजेनिक के बजाए स्ट्रीट फूड ज्यादा खाना
  • वेट का लगातार बढऩा
  • एक्सरसाइज न करना
  • ब्लडप्रेशर की प्रॉब्लम
  • भोजन में अधिक नमक, वसा और मीठा का यूज

ऐसे करें पहचान


  • बेचैनी, सीने के बीच में या बाई ओर हल्का तेज दर्द
  • सीने में चुभन और सांस फूलना
  • दर्द के साथ पसीना आना
  • शरीर का ठंडा पडऩा
  • बोलने में जुबान लडख़ड़ाना
  • पेट में गैस, उल्टी महसूस होने के साथ चक्कर आना

इन्हें है खतरा


  • मोटापे के कारण हार्ट डिसीज़ का खतरा बढ़ जाता है।
  • नाइट शिफ्ट में काम करने वालों में हार्ट डिसीज़ का खतरा अधिक
  • हाई ब्लड प्रेशर को इसका शुरुआती लक्षण माना जा सकता है। 
  • बिजी और सिडेंटरी लाइफ स्टाइल दिल के रोग देती है।

इन बातों का करें ध्यान

डाक्टर्स भी मानते हैं कि हार्ट प्रॉब्लम से बचाव सिर्फ लाइफ स्टाइल सुधार कर ही किया जा सकता है और हार्ट प्रॉब्लम को कम करने में जहां 50 प्रतिशत रोल दवाएं निभाती  हैं, वही 50 प्रतिशत क्रेडिट आपके हेल्दी लाइफ स्टाइल को भी जाता है।

  • हाइट के हिसाब से वेट हमेशा कंट्रोल रहना चाहिए।
  • 40 साल की उम्र पार करते ही चीनी, चिकनाई और नमक कम कर देना चाहिए.
  • हर रोज तेज कदमों से आधा घंटे की वॉक जरूर करनी चाहिए।
  • लाइफ स्टाइल को एक्टिव बनाएं। एक्सरसाइज या योगा को जरूर करना चाहिए।
  • बहुत ज्यादा जंक फूड नहीं खाना चाहिए।
  • स्मोकिंग कम करनी चाहिए।
  • शुगर के मरीज को अपनी शुगर कंट्रोल रखनी चाहिए।
  • ऐसे लोगों को सबसे ज्यादा केयर करनी चाहिए, जिनकी फैमिली हिस्ट्री में हार्ट प्रॉब्लम्स होती है।
  • बीपी मॉनिटर करते रहना चाहिए और कॉलेस्ट्रोल भी बैलेंस रहना चाहिए.
  • किसी भी परेशानी से बचने के लिए एल्कोहल, सिगरेट या जंक फूड का सहारा लेने की बजाय फल और सब्जियां खाएं।
  • स्ट्रेस को दूर रखने के लिए लाइट म्यूजिक सुनें।

Sunday, September 27, 2015

मॉडर्न और कंटेम्परेरी का ट्विस्ट रहेगा फेस्टिव सीज़न में

Florals set to rule Navratri 2015

अगर आपने अभी तक अपना गरबा के लिए अपनी आउटफिट रेडी नहीं की है तो अब भी समय है। फटाफट लेटेस्ट ट्रेंड्स स्कैन करो और अपनी ड्रेस से सबको अपने स्टाइल का मुरीद बना लो। फैशन वर्ल्ड में इस बार फेस्टिव सीज़न में विभिन्न रंगों के फ्लोरल प्रिंट्स ट्रेंड में रहेंगे। इसलिए ब्राइट फ्लोरल प्रिंट में ड्रेस डिज़ाइन करवाएं...


मॉडर्न और कंटैम्परेरी का ट्विस्ट
फ्लोई फुल लेंग्थ स्कर्ट्स फैशन इंडस्ट्री में छाई हुई हैं। इंडियन फैशन ने भी अपने कुछ बेसिक ट्रेडिशनल आउटफिट्स को रीडिफाइन किया है और इसे मॉडर्न और कंटेम्परेरी ट्विस्ट दिया है। वेडिंग लहंगा से लेकर चनिया चोली तक में क्रॉप टॉप्स ट्रेंड में हैं। फ्लोरल प्रिंट्स विंटेज इंग्लिश एरा की याद दिलाते हैं और नवरात्रि जैसे कलरफुल फेस्टिवल के साथ इसे टीम अप करके आप अद्भुत ड्रामेटिक इफेक्ट क्रिएट कर सकती हैं। इस साल फ्लोरल्स दुपट्टे और चनिया में ट्रेंड में है। हालांकि पुरुष बड़े और बोल्ड फ्लोरल प्रिंट्स में नहीं इठला सकते। उन्हें छोटे, छोटी पत्ती और फूलों वाले प्रिंट्स फबेंगे। इसलिए इस साल गरबा ग्राउंड्स में फूल खिलेंगे।

ऐसे दें खुद को स्टाइलिश लुक
कॉलेज गर्ल्स लेटेस्ट फैशन ट्रैंड्स फॉलो करना पसंद करती हैं। खुद को स्टाइलिश लुक देने के लिए कपड़ों से उन्हें खासा प्यार होता है। इसलिए वो वह सब खरीद लेती हैं जो ट्रैंड में होता है और जो उनके कम्फर्ट ज़ोन में फिट हो जाए। इस साल फैशन की दुनिया में फ्लोरल्स का ही राज रहा है। फ्लोरल प्रिंट की चनिया और रंगीन प्लेन क्रॉप टॉप के साथ कंट्रास्ट दुपट्टा और कंटैम्परेरी ज्यूलरी पहन कर जब आप गरबा ग्राउंड जाएंगी तो यकीन मानिए आप सबकी नज़रों में छा जाएंगी। चूंकि प्रिंट बोल्ड और बड़ा है, इसलिए मेकअप कम ही करें। आप फ्लोरल क्रॉप टॉप या ब्लाउज़ पहनना चाहती हैं, तो इसके साथ आप जो चनिया पहनें उस पर कुछ फ्लोरल मोटिव्स अच्छे लगेंगे। 

स्टेटमेंट एक्सेसरी से दिखें ग्लैमरस
नवरात्रि पर आउटफिट का स्टाइल और फैशन तो हर साल बदल जाता है लेकिन अॉक्सीडाइज़्ड ज्यूलरी हमेशा से ट्रैंड में रहती है। इस साल अपने फ्लोरल लुक को पीप अप करने के लिए कुछ कलरफुल जंक ज्यूलरी के साथ एक्सपैरिमेंट करने की कोशिश करें। आर्टिस्टिक पैंडेट वाले स्टेटमेंट नेकलैस और बड़े-बड़े फ्लोरल स्टड्स आपके लुक और स्टाइल को ग्लैमरस बना देंगे। फ्लोरल आउटफिट् चूंकि बहुत कलरफुल होती है, इसलिए आप अपनी ड्रैस के रंगों के साथ अपनी चूढ़ियां मैच करके अपने स्टाइल को फैस्टिव कर सकती हैं। अपने फ्लोरिएटिड लुक को पूरा करने के लिए बहुत बारीक हैड चेन या छोटे-से फ्लोरल जैम के साथ माथा पट्टी कैरी करें।

मज़ा लें रोमांटिक शाम का
आमतौर पर नवरात्रि की आउटफिट्स सारा साल अलमारी के एक कोने में पड़ी रहती हैं, जब तक आप उसे अगले साल के नवरात्रों के लिए कुछ तैयारी के साथ दोबारा फाइनल नहीं करतीं। हालांकि ऐसा अक्सर हो नहीं पाता है क्योंकि हर साल ट्रैंड बदल जाता है। पिछले साल की चनिया इस साल पुरानी हो जाती है और रैग लुक देती है। हालांकि फ्लोरल ट्विस्ट के साथ आप नवरात्रि के कपड़ों को रोज़मर्रा के कपड़ों की तरह भी पहन सकती हैं। आपकी चनिया को आप कैजुअल क्रॉप टॉप्स के साथ स्कर्ट के तौर पर कभी भी पहन सकती हैं। तो फिर देर किस बात की फ्लोरल चनिया को बूट या गलैडिएटर्स के साथ पहनें और साथ में कैरी करें एक स्मार्ट सा बैग और आप एक रोमांटिक शाम का मज़ा लेने के लिए तैयार हैं।

परम्पराओं के संग फैशन के नए रंग

मॉर्डन दुल्हन का स्टाइल स्टेटमेंट बना मंगलसूत्र
सुहाग की निशानी मंगलसूत्र नई स्टाइल स्टेटमेंट और फैशन एक्सेसरी के तौर पर उभर रहा है और काफी डिमांड में है। मंगलसूत्र के प्रति महिलाओं के बढ़ते क्रेज़ की एक बड़ी वजह इनका ग्लैमरस रूप में लौटना है। टीवी सीरियल्स ने भी इन्हें पॉप्युलर करवाने में एक अहम भूमिका निभाई है। काले मोतियों की माला से निकल कर मंगलसूत्र अब स्टाइलिश लुक में नजर आ रहा है। महिलाएं अपने स्टाइल व पसंद, लुक्स व पर्सनैलिटी के हिसाब से इसे कैरी कर रही हैं...

भारी भरकम मंगलसूत्र की जगह क्लासिक, ट्रैंडी और हल्के ग्लैमरस मंगलसूत्र ने ले ली है। अब मंगलसूत्र के पैंडेट में कलरफुल नग इस्तेमाल हो रहे हैं, ताकि इन्हें ड्रैस के कलर से मैच करके पहना जा सके। मॉर्डन दुलहनों ने बेहद खूबसूरत अंदाज में इसे अपने स्टाइल स्टेटमेंट का हिस्सा बनाया है। अब वे एक नहीं, तीन-चार मंगलसूत्र एक साथ खरीदने लगी हैं। वे शादी के मंगलसूत्र को घर से जुड़े खास मौकों पर पहनने के लिए रख लेती हैं और रुटीन के लिए कलरफुल नगों वाले मंगलसूत्र, जिन्हें ड्रैस से मैच करके कैरी करती हैं। 

हिंदू परिवारों में ज्यूलरी शॉपिंग लिस्ट में होने वाली दुल्हन के लिए वैडिंग मंगलसूत्र सबसे महत्वपूर्ण होता है। मंगलसूत्र की तुलना किसी अन्‍य आभूषण से नहीं की जा सकती। यह विवाह का प्रतीक चिन्ह और सुहाग की निशानी माना जाता है। विवाह के अवसर पर वधू के गले में वर मंगलसूत्र पहनाता है। अनेक दक्षिण राज्यों में तो मंगलसूत्र पहनाए बिना विवाह की रस्म अधूरी मानी जाती है। वहां सप्तपदी से भी अधिक मंगलसूत्र का महत्व है।

मंगलसूत्र एक एेसा आभूषण है जो हर महिला को आकर्षित करता है। कंटंपररी लुक के साथ यह स्टाइलिश महिलाओं को अट्रैक्ट करता है। यह माना जाता रहा है कि मंगलसूत्र दुल्हन के लिए काफी शुभ होता है और उसे बुरी नज़र से बचाते हुए उसे भाग्यशाली बनाता है, इसलिए विवाह के बाद सुहागन स्त्रियां हमेशा इसे पहनती हैं और जीवन भर अपनी एक अनमोल धरोहर के रूप में इसे सहेज कर रखती हैं। 

मंगलसूत्र पति के प्रति प्रेम और आदर का चिह्न होता है। मान्यता है कि इससे पति पर आने वाली विपत्तियां दूर होती है। मंगलसूत्र सोने का बना हुआ होता है, सोना माता पार्वती को दर्शाता है और उसमें लगे काले मोती भगवान शिव को दर्शाते हैं। मान्यता है कि सोना महिला में तेज व ऊर्जा का प्रवाह करता है और काले मोती उसे बुरी नजर से बचाते हैं।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सोना गुरु के प्रभाव में होता है। वैवाहिक जीवन में खुशहाली, संपत्ति एवं ज्ञान का कारक माना जाता है गुरु ग्रह को। काला रंग शनि का प्रतीक माना जाता है। शनि स्थायित्व एवं निष्ठा का कारक ग्रह होता है। गुरु और शनि के बीच सम संबंध होने के कारण मंगलसूत्र वैवाहिक जीवन में सुख एवं स्थायित्व लाने वाला माना जाता है।

आधुनिकता और पाश्चात्य संस्कृति के बढते प्रभाव के कारण मंगलसूत्र के स्वरुप में काफी बदलाव आया है। विवाहित महिलाओं द्वारा मंगलसूत्र पहनने की अनिवार्यता धीरे-धीरे कम होने लगी है। मंगलसूत्र पहनना कई महिलाओं को फैशन से ज्यादा कुछ नहीं लगता। इसीलिए वे इन्हें मांगलिक आभूषण की बजाय एक ज्यूलरी के तौर पर ही सिर्फ पार्टी वगैरह में पहन कर जाना पसंद करती हैं, लेकिन अधिकतर हिंदू परिवारों में मंगलसूत्र हमेशा पहनना जरूरी होता है।

वेट

लॉन्ग मंगलसूत्र में हैवी कुंदन एवं पोलकी का जड़ाऊ पैंडेट इन दिनों हॉट ट्रैंड है। यह आपके लुक को आर्कषक बना देगा। यदि सिल्क की प्लेन साड़ी पहनने का मन बना रही हैं, तो उसके साथ हैवी मंगलसूत्र ही प्रैफर करें। यकीन मानिए सबकी नज़रें सिर्फ आप पर ही टिकी रहेंगी। जो मंगलसूत्र आपको हर समय पहनना है, उसका वज़न हल्का होना चाहिए। ऐसा इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आजकल ज्यादातर महिलाएं नौकरी करती हैं और लाइट वेट मंगलसूत्र डीसेंट लुक देता है। 

यूनीक पैडेंट 

पैडेंट का डिज़ाइन यूनीक होना चाहिए क्योंकि यही आपके मंगलसूत्र को दूसरों से अलग और सुंदर दिखाता है। आप एक ऐसा पैडेंट चूज़ करें जिसका डिज़ाइन पेचीदा हो और देखने में बेहद स्टाइलिश हो। अगर आपको पसंद हो तो आप हैंगिंग पैंडेट भी खरीद सकते हैं। हर महिला को हीरों से प्यार होता है, हीरों का जड़ाऊ मंगलसूत्र आपकी सुंदरता में चार चांद लगा देगा। हीरों के अलावा आप इसमें दूसरे रंगों के प्रैशियस स्टोंस भी लगवा सकती हैं।

लैंग्थ

पार्टी या किसी घरेलू समारोह में जा रही हैं तो लॉन्ग लैंग्थ वाला मंगलसूत्र आपके ट्रैडिशलन लुक को मॉडर्न टच देगा और आपको बना देगा स्टाइलिश। ध्यान रखें लंबे मंगलसूत्र के साथ हैवी पैंडेट ही खूबूरत लगता है। काले मोतियों से बना और सोने की कड़ियों से जुड़ा शॉर्ट लैंग्थ मंगलसूत्र इन दिनों वर्किंग वूमेन में ट्रैंड में हैं। इसकी खास बात यह है कि यह सिर्फ एथनिक वियर के साथ ही नहीं बल्कि वेस्टर्न आउटफिट्स के साथ भी बढ़िया लगता है।

स्टाइल का तड़का

वक्त है अपनी लुक्स के साथ एक्सपैरिमेंट करने का। आपके पास यकीनन कई अॉप्शंस उपलब्ध हैं। पारम्परिक मंगलसूत्र में बहुत सारे काले मोती होते हैं, लेकिन आप कम काले मोतियों वाला मंगलसूत्र बनवा कर इसे अपना स्टाइल स्टेटमेंट बना सकती हैं। आप एक से ज्यादा मैटल्स यूज़ करके इसे यूनीक स्टाइल दे सकती हैं। शिल्पा शैट्टी कुंद्रा गले की बजाय हाथ में मंगलसूत्र कैरी करती है और यह उनका स्टाइल स्टेटमेंट बन चुका है।

Thursday, September 24, 2015

बच्चे के जन्म के बाद बढ़े वज़न से निज़ात कैसे पाएं?

पोस्ट-प्रेग्नेंसी वेट लॉस

मां बनना बड़ा ही सुखद एहसास होता है। प्रेगनेंसी के नौ महीने किसी भी महिला के लिए बेहद संवेदनशील होते हैं। इस दौरान उसके स्वास्थ्य, व्यवहार आदि से जुड़े कई बदलाव होते हैं। वजन का बढ़ जाना इनमें से एक है। पोस्ट-प्रेग्नेंसी वेट लॉस इस बात पर भी डिपेंड करता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान आपने अपनी केयर कैसे की है। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आप हेल्दी डाइट लेंगी, तो आपका वजन इतना बढ़ेगा भी नहीं... 


मलाइका अरोड़ा खान, लारा दत्ता, शिल्पा शेट्टी, सोनाली बेंद्रे, ट्विंकल, करिश्मा कपूर ये कुछ ऐसी यमी ममीज हैं, जो बेबी होने के कुछ दिनों बाद ही ओरिजनल बॉडी शेप में लौट आईं। इन्होंने प्रूव कर दिया है कि अगर महिलाएं चाहें तो डिलिवरी के बाद भी सेक्सी फिगर मेनटेन रख सकती हैं। यही वजह है कि अब बाकी महिलाएं भी उनकी तरह बनना चाहती हैं। 

ब्रैस्‍टफीडिंग की अवधि के दौरान डाइटिंग की सलाह नहीं दी जाती। बेबी बर्थ के दौरान बॉडी से कैल्शियम और न्यूट्रिशंस निकल जाते हैं, इसलिए इस समय आपको अपनी स्ट्रेंथ को रीगेन करने पर भी ध्यान देना होगा, जिसके लिए आपको हैल्दी डाइट लेनी होगी।

डिलिवरी के शुरू के तीन महीनों में महिला की बॉडी का बेसल मेटाबॉलिक रेट (बीएमआर) हाई रहता है, जिस वजह से उस दौरान वेट घटाना सबसे आसान होता है। इसलिए अगर इन दिनों का फायदा उठा लिया जाए, तो बाद में इसे मेनटेन करना मुश्किल नहीं होता।

  • ब्रैस्‍टफीडिंग करवाने से 500 कैलोरी रोजाना बर्न होती है। इसलिए अगर आप अपने शिशु को ज्‍यादा देर तक स्‍तनपान करवाएंगी, आपकी कैलोरी उतनी ही ज्‍यादा बर्न होगी। 
  • सुबह नींबू-पानी पिएं। इससे बॉडी का डिटॉक्सिफिकेशन होता है। इसमें आप शहद भी मिला सकती हैं। 
  • जब आप ब्रैस्टफीड कराती हैं, तो आपकी तरल पदार्थों की आवश्‍यकता बढ़ जाती है। रोजाना 10 से 12 गलास पानी पिएं। पानी अवांछित विषैले तत्वों को निकालता है, जिससे वज़न कम होना आसान हो जाता है। 
  • हर्बल और ग्रीन टी पीने की आदत डालें। सुबह उठते ही यदि आप चाय पीने की आदी हैं तो ग्रीन टी पिएं। इसमें एंटी ऑक्सीडैंट होते हैं, जो दिल के लिए फायदेमंद हैं और वजन कम करने में भी मदद करते हैं।
  • वजन घटाने के लिए सही वक्त पर सही खाना बेहद जरूरी है। कोई भी खाना छोड़ें नहीं। तीन प्रॉपर मील और बीच में दो स्नैक्स जरूर लें। नाश्ता हैवी करें और दोपहर में कम कैलोरी और रात में बहुत हल्का भोजन करें। स्‍नैक में हमेशा पौष्‍टिक चीज़ें खाएं जैसे, ड्राई फ्रूट्स, पॉपकार्न, वीट बिस्‍कुट इत्यादि। ड्राई फ्रूट्स में ओमेगा थ्री फैटी एसिड होता है, जिससे वजन  काबू में रहता है। फास्‍ट फूड और सड़क किनारे का भोजन खाने से बचें।
  • भोजन में गेहूं के आटे की चपाती लेना बंद करके जौ-चने के आटे की चपाती लेना शुरू कर दें। 10 किलो चना व 2 किलो जौ मिलाकर पिसवा लें और इसी आटे की चपाती खाएं। इससे सिर्फ पेट और कमर ही नहीं सारे शरीर का मोटापा कम हो जाएगा।
  • खाने में ऊपर से नमक न मिलाएं। नमक शरीर में पानी को रोकता है, इसलिए ज्यादा नमक से बचना चाहिए। दिन भर में पांच ग्राम ( करीब एक चम्मच ) नमक काफी होता है। इसमें सब्जी आदि में डाला गया नमक भी शामिल है। 
  • यदि आप डिनर की शुरुआत सूप से करते हैं तो यह आपका मोटापा कम करने में कारगर सिद्ध होगा। सूप की खासियत यह होती है कि यह आपको भूख से तृप्ति दिलाता है और भोजन की चाहत को कम करता है। डिनर रात में 8 बजे तक कर लेना चाहिए। राजमा-चावल जैसी चीजें रात में नहीं खानी चाहिए क्योंकि ये आसानी से पचती नहीं हैं। 
  • खाना खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं, बल्कि  एक घंटे का अंतराल जरूर रखें। खाने के बाद गुनगुना पानी ही पिएं। इससे पाचन तंत्र ठीक तरह काम करता है और शरीर में मौजूद अतिरिक्त फैट कम होती है। 
  • भोजन में फाइबर को शामिल करें। फाइबर की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल व सब्जियां खाएं, इससे वजन कम होता है। सब्ज़ियां और फल विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत हैं। पत्‍तेदार सब्ज़ियां फ़ॉलिक एसिड से भरपूर होती हैं। संतरा और कीवी जैसे सिट्रिक फ्रूट्स में पाया जाने वाला विटामिन सी फैट को खत्म करता है।
  • कोई भी वर्कआउट बिना डॉक्टर की इजाजत के न करें। डिलवरी के बाद हमेशा लाइट एक्‍सरसाइज से शुरुआत करनी चाहिए। अपने बच्‍चे को रोजाना 10 मिनट की वॉक पर ले कर जाएं और धीरे-धीरे वॉक को 10 मिनट से 20 मिनट की करें। 
  • अगर आपने ऑफिस जाना शुरू कर दिया है तो अपनी कार या स्‍कूटी को पार्किंग वाली जगह से कुछ दूर पर खड़ा करें और वर्क प्लेस तक पैदल जाएं। लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करें।

Wednesday, September 23, 2015

प्रेग्नेंट महिलाओं में बहुत कॉमन हैं क्रेविंग्स

प्रेग्नेंट औरतें क्या खाना पसंद करती हैं




एक औरत अपने को तभी पूर्ण मानती है जब वह अपनी कोख से बच्चे को जन्म देती है। लेकिन शिशु को जन्म देने के लिए नौ माह का लम्बा सफ़र तय करना पडता है। इस दौरान उनके खान-पान पर ही शिशु की सेहत निर्भर करती है। प्रेग्नेंसी में महिला जो भी खाती है उस का सीधा असर बच्चे पर होता है। हैल्दी खाना उनके लिए जरूरी है लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं में क्रेविंग्स बहुत कॉमन हैं और वे अक्सर क्रेविंग को हैल्दी फूड पर तरजीह देती हैं। एक नए सर्वे रिज़ल्ट के अनुसार 84 फीसदी प्रेगनेंट महिलाएं आइसक्रीम, चिप्स, चॉकलेट्स, कुकीज़ और कैंडी खाती हैं। दस में से आठ महिलाओं ने यह भी स्वीकार किया कि वे ऐसा भाजन भी खा लेती हैं जो उनके लिए हानिकारक हो सकता है।

अमेरिकन बेबी मैग्जीन द्वारा जारी एक सर्वे के रिजल्ट में बताया गया कि 70 फीसदी मांओं ने बताया है कि जब वे प्रेगनेंट हुई तो उन्होंने हैल्दी खाना खाना शुरू कर दिया, हालांकि 63 फीसदी ने उनके लिए रेकमेंड की गई सब्जियों और फलों की 5 से 9 सर्विंग्स को नहीं खाया।

सर्वे में चौंकाने वाली बात यह थी कि 12 फीसदी ने दिन में एक या उससे भी कम बार खाना खाया। इनमें से ज्यादातर को प्रेग्नेंसी के कारण भोजन में अरूचि हो गई थी।

सर्वे में 2300 प्रेग्नेंट और न्यू मॉम शामिल थीं। सर्वे का टाइटल था- प्रेग्नेंट महिला वास्तव में क्या खाती हैं। अमेरिकन बेबी के अक्तूबर 2015 के इश्यू में यह सर्वे प्रकाशित होगा।

10 में से 8 महिलाओं ने इस दौरान रिस्की फूड खाना भी स्वीकार किया। स्टडी में पाया गया कि 48 फीसदीने कोल्ड डेली मीट, 32 फीसदी ने अधपके अंडे, मीट या मछली, 20 फीसदी ने प्रीमेड डेली सलाद और 7 फीसदी ने अनपेस्टूराइज़्ड चीज़ खाया। प्रेग्नेंसी में इन सब चीज़ों को खाने की मनाही होती है क्योंकि इससे कॉम्पलीकेशंस आ सकती हैं।

सर्वे में कुछ अच्छी बातें भी सामने आई। 92 फीसदी महिलाओं ने स्वीकार किया कि प्रेग्नेंसी के बाद उन्होंने अल्कोहल का सेवन नहीं किया, 77 फीसदी रोज़ाना ब्रेकफास्ट करती हैं और 84 फीसदी कैफीन के लिए दी गई गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन करती हैं।

सर्वे में यह भी पाया गया कि 61 फीसदी मांओं को प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले वेट गेन की भी चिंता रहती है और करीब एक-तिहाई इस दौरान ओबीस या ओवरवेट हो जाती हैं।

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद 7 टिप्स

1. समूदी बनाओ। जब आपके पास खुद की केयर करने का ज्यादा टाइम न हो तो डाइट में ज्यादा फल और सब्जियां शामिल करने का यह सबसे बढ़िया तरीका है।
2. खुद को प्रेरण दो। जब आपकी इच्छा कुकीज़ खाने की हो तब फल और सब्जियां खाओ।
3. ब्रेकफास्ट खाओ। यह दिन का सबसे महत्वपूर्ण मील है।
4. दिन में तीन बार डेयरी प्रॉडक्ट्स जैसे दही, दूध और पनीर खाओ।
5. मछली पसंद हो तो श्रृंप, सालमन या स्कैल्प खा सकती हैं।
6. मछली खाना पसंद न हो तो ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर अंडे, अखरोट या आवाकाडो खाएं।
7. खाने में उन पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनमें लौह पदार्थ अधिक मात्रा में पाए जाते हों जैसे पालक, सरसों, बंद गोभी, गांठगोभी, धनियां, पुदीना, गुड़ किशमिश आदि।

सुंदर मुस्कान के लिए जरूरी मोती जैसे सफेद दांत

KISS से पाएं मोती जैसे सफेद दांत  

सुंदर मुस्कान के लिए मोती जैसे सफेद दांतों की जरूरत होती है, लेकिन पानी में मौजूद कैमिकल्स, कलर्ड फूड्स और तंबाकू के इस्तेमाल की वजह से दांत पीले हो जाते हैं। इन्हें साफ-सफेद बनाए रखने के लिए हम मार्केट में मिलने वाले प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उनमें मौजूद कैमिकल्स दांतों और मसूड़ों को नकसान ही पहुंचाते हैं। अगर आप अभी तक दांतो को चमकाने और मोती जैसे सफेद बनाने में  सफल नहीं हुए हैं, तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने के बाद आपके दांत न सिर्फ मजबूत और स्वस्थ रहेंगे, बल्कि सफेद भी हो जाएंगे। याद रखें  दांतो की सफाई बहुत जरूरी है लेकिन उटपटांग तरीकों से साफ करने में आपको ही नुकसान हो सकता है। 

1. खान-पान हो सही

दांतों की सफेदी को बनाए रखने के लिए ऐसे फल और सब्जी खाएं जिन्हें चबाने की ज़रूरत पड़े। डेरी मिल्क प्रॉडक्ट्स का सेवन ज्यादा करें क्योंकि इनमें कैल्शियम होता है, जो दांतों की सेहत के लिए जरूरी है। दांतों के पीलेपन से बचने के लिए स्मोकिंग छोड़ दें और मीठी चीज़ें खानी कम कर दें। चाय-कॉफी कम पिएं और कोशिश करें कि स्ट्रॉ से ही पिएं। दिन में दो बार ब्रश करना न भूलें।

2 सेब

रोज़ाना एक सेब खाएं। सेब में एसिड्स होते हैं जो दांतों से नैचुरली दाग हटाते हैं और उन्हें सफेद रखते हैं। इसलिए अब जब कुछ मीठा खाने की क्रेविंग हो तो चॉकलेट चिप्स की बजाय सेब खाएं।

3. स्ट्रॉबेरी 

स्ट्रॉबेरीज़ में मैलिक एसिड मौजूद होता है, जो एक नैचुरल व्हाइटनिंग एजेंट है और बॉडी में स्लाइवा के प्रॉडक्शन को बढ़ाकर दांतों को सफेद बनाता है। एक स्ट्रॉबेरी को मैश कर लें। अब इसे टूथब्रश की मदद से दांतों पर लगाएं और 5 मिनट बाद अच्छी तरह धो लें। इसे आप हफ्ते में एक बार करें।
4. एप्पल साइडर विनेगर
सेब की ही तरह यह दांतों से दाग और पीलेपन को खत्म करता है। ब्रश करने से पहले इससे कुल्ला करें। लेकिन इसका इस्तेमाल  सावधानी से करें क्योंकि यह आपके दांतों के एनैमल को नुकसान पहुंचा सकता है। 

5. चारकोल 

यह एक और ऐसा नैचुरल व्हाइटनिंग एजेंट है जो आपकी दांतों पर जादू की तरह काम करता है। एक्टिवेटेड चारकोल, दांतों का पीलापन खत्म कर उन्हें मोतियों की तरह सफेद बनाता है। एक कप में एक्टिवेटेड चारकोल के दो कैप्सूल्स लें और इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को उंगुली या टूथब्रश की मदद से दांतों पर लगाएं। इसे रगड़ें नहीं, इससे आपके एनैमल को नुकसान पहुंच सकता है। तीन मिनट बाद इसे धो लें।

6. कोयला

थोड़ा सा कोयला पाउडर लेकर दांतों को साफ करें। कोयले से दांत साफ करते समय आपको चाहे ये काले या भद्दे दिखें लेकिन पानी से कुल्ला करने के बाद ये साफ और सफेद हो जाएंगे। ध्यान रहे कोयला पाउडर को रगड़ें नहीं, इससे आपके एनैमल को नुकसान पहुंच सकता है।

7. नारियल तेल

हर सुबह करीब 20 मिनट नारियल, तिल या जैतून के तेल से दांत साफ करना 3,000 साल पुराना आयुर्वेदिक तरीका है। एक चम्मच में नारियल तेल लेकर इसे मुंह व दांतों में लगाएं। आप ब्रश में कुछ बूंद तेल लगाकर ब्रश भी कर सकते हैं।

8.बेकिंग सोडा

एक चम्मच बेकिंग सोडा में चुटकी भर नमक और थोड़ा सा पानी मिलाएं। इस पेस्ट से अपने दांतों को एक-दो मिनट तक साफ करें। हफ्ते में दो-तीन बार ऐसा करने से आपके दांत सफेद हो जाएंगे।

9. हाइड्रोजन पैराक्साइड

हाइड्रोजन पैराक्साइड एक एंटी-बैक्टिरिअल एजेंट है। यह सांसों की बदबू और बैक्टिरिआ को खत्म करता है और दांतों के पीलेपन से भी बचाता है। थोड़े से हाइड्रोजन पैराक्साइड को इससे आधे पानी के साथ मिलाएं और ब्रश करने के पहले, कुछ मिनटों तक इससे गरारा करें। इसके बाद अपने रैगुलर टूथपेस्ट से ब्रश कर लें।

10. किस करें

ज्यादा किस करें। रिसर्च से साबित हुआ है कि जो लोग ज्यादा किस करते हैं उनके दांत ज्यादा चमकदार होते हैं क्योंकि किसिंग के दौरान स्लाइवा ज्यादा बनता है जो दांतों को कुदरती तौर पर सफेद बनाता है।

टशन दिखाना हो तो स्टाइलिश टैटूज़ का है जलवा

स्टाइल स्टेटमेंट का प्रतीक टैटू

शरीर पर टैटू बनवाने का चलन हजारों साल से है। प्राचीन काल में कबीलों में रहने वाले लोग टैटू का प्रयोग इसलिए करते थे ताकि आसानी से यह पता चल सके कि कौन-सा व्यक्ति किस कबीले से संबंध रखता है। अब इस कला ने फैशन का रूप धारण कर लिया है। जब मौका टशन दिखाने का हो तो स्टाइलिश टैटूज़ का अपना ही जलवा है। ग्लैमर वर्ल्ड में भी टैटू गुदवाना इन दिनों ट्रैंड में है। हॉलीवुड सैलिब्रिटी एंजेलीना जोली से लेकर डेविड बेखम तक टैटू के दीवाने हैं। उनके टैटू देखकर कॉलेज स्टूडैंट्स में भी शो अॉफ करने की होड़ लगी हुई है... 


आज का युवा टैटू को फैशन स्टेटमेंट मानता है, कुछ लोगों के लिए टैटू है अपनों की यादों को संजोने का तरीका. तो कुछ अध्यात्म से जुड़ कर, कोई अपनी श्रद्धा से तो कोई अपने प्यार का इजहार करने के लिए टैटू बनवा रहे हैं। अमेरिका में टैटू का सबसे अधिक क्रेज है। यहां वर्ष 2012 में ही 21 फीसदी लोगों ने टैटू बनवाया था। खास बात यह है कि अमेरिका में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं टैटू बनवाती हैं। लड़कियों को लगता है कि टैटू से वे हॉट और अपीलिंग नज़र आएंगी। बिंदास लड़कियां  ब्रैस्ट, नाभि और जांघ पर टैटू बनवाकर प्रदर्शन का शौक पूरा कर रही हैं। 

भीड़ में सबसे अलग अपनी पहचान बनाने की ख्वाहिश रखने वाले युवाओं के 'स्टाइल स्टेटमेंट' का प्रतीक बन गया है थ्री-डी टैटू। थ्री-डी इफैक्ट के साथ ब्लैक, ग्रीन, ब्लू, रैड, यैलो जैसे ब्राइट कलर के टैटू और उनमें डिजाइन को स्टाइल आइकन माना जा रहा है। थ्री-डी टैटू की खासियत यह है कि इसका लुक बहुत हद तक ऑरिजनल लगता है। टैटू को मशीन की मदद से बनाया जाता है, जिसमें बहुत दर्द होता है। लेकिन टैटू गुदवाने के शौकीन युवाओं को गुदवाने पर उतना दर्द नहीं होता, जितनी खुशी इन्हें इसके बाद होती है। 

कवरअप टैटू

यंगस्टर्स इन दिनों कवरअप टैटू करा रहे हैं। यानी नया टैटू बनवाने की बजाय पुराने टैटू को ही कलर्स या डिज़ाइन में बदलाव कर उनका लुक चेंज कर रहे हैं। ये कमर, पीठ, कूल्हे, पेट, बाजू और एड़ी पर भी टैटू गुदवा रहे हैं। बिंदास लड़कियां  ब्रैस्ट, नाभि और जांघ पर टैटू बनवाकर प्रदर्शन का शौक पूरा कर रही हैं। इस तरह के टैटू पर करीब पांच हजार रुपये का खर्च होता है।

रियलिस्टिक टैटू

यंगस्टर्स में फोटो रियलिस्टिक टैटू का क्रेज़ सिर चढ़कर बोल रहा है। इसमें आप अपनी पसंद की किसी भी तस्वीर को हूबहू आप के शरीर के किसी भी हिस्से पर डिजाइन कर करवा सकते हैं। इसका लुक थ्री-डी इफैक्ट से भी ज्यादा अच्छा और रियल नजर आता है। ये चित्र बेहद भव्य होते हैं और इन्हें बनाने में काफ़ी समय लगता है। छोटे साइज के रियलिस्टिक टैटू को बनाने में करीब दो से चार दिन का समय लगता है और बड़े टैटू को बनाने में करीब डेढ़ से 6 महीने तक का समय लग जाता है। इनकी कीमत 35 हजार रुपए से शुरू होकर 2 लाख रुपए तक होती है।

डॉटेड टैटू 

डॉटेड टैटू ज्यॉमैट्रिकल पैटर्न बेस्ड है। इंटेलेक्चुअल लोग इसके साथ खूब एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। यूथ इसका टशन इनोवेटिव डिजाइंस के साथ दिखा रहा है।इन्हें किसी भी शेप में डिजाइन किया जा सकता है। शेडिंग में थोडा डिफरेंस लाते हुए इन्हें थ्री-डी अपीयरेंस भी दी जा सकती है और इस पैटर्न में क्यूबिकल शेप सबसे ज्यादा डिमांड में है। ये ज्यादातर ब्लैक इंक से बनाए जाते हैं, कलर्स का यूज कम होता है। छोटे साइज़ का टैटू दो से तीन हज़ार रुपये में बन जाता है।

मस्ती और फन पजामा पार्टी

पजामा पार्टी यानी मस्ती का लंबा सैशन

दोस्तों के साथ टाइम बिताने के लिए पजामा पार्टी एक बढ़िया तरीका है। इसमें जन्मदिन या किसी खास अवसर पर फ्रैंड्स को ओवरनाइट स्टे के लिए अपने घर इन्वाइट किया जाता है। लड़कियों की पजामा पार्टी खूब मज़ेदार होती है क्योंकि इसमें खूब मस्ती और फन होता है। इसमें गॉसिप्स का जो तड़का लगता है वो आपको और कहीं नहीं मिलता...

नाम से लगता है कि इसे अॉर्गेनाइज़ करना आसान काम है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। पजामा पार्टी का मतलब है मस्ती का लंबा सैशन, क्योंकि यह पार्टी पूरी रात चलती है और इसमें होती हैं लड़कियों वाली ढेर सारी बातें, लड़कों के बारे में खूब सारे गॉसिप्स, सैक्सी फिगर पाने के टिप्स। यकीनन इन्हीं सब बातों से आपकी पजामा पार्टी में स्पाइस एड होगी। लेकिन इन सब क्रिस्पी बातों का मज़ा लेने के लिए आपको एडवांस तैयारी करनी पड़ेगी।

ऐसे करें तैयारी
पूरी रात दोस्तों के साथ चिट-चैट करनी है, इसलिए पार्टी की तैयारी भी खूब ध्यान से करनी पड़ेगी। फ्रैंड्स के कम्फर्ट की परवाह जरूर करें। पार्टी के लिए जरूरी सभी चीज़ों की पहले एक लिस्ट बना लें, ताकि किसी चीज़ की कमी न हो और आपकी पार्टी का मज़ा अधूरा न रह जाए। पार्टी के लिए एक बड़ा कमरा तैयार करें। वहां तकिए-कुशंस और गद्दों का बढ़िया इंतजाम करें। अगर वहां कोई फर्नीचर हो तो उसे पहले ही बाहर करवा दें। इससे सब फ्रैंड्स कम्फर्टेबली एंजॉय कर सकते हैं। 

आम पार्टी के विपरीत पजामा पार्टी में बहुत ज्यादा फ्रैंड्स को नहीं बुलाया जाता। सिर्फ 10-12 क्लोज़ फ्रैंड्स को ही इन्वाइट करें। बढि़या रहेगा कि ये सब आपस में एक-दूसरे को जानते हों। अगर आपकी पार्टी में अनजान चेहरे होंगे तो आपस की चटपटी बातों का मज़ा सब लोग नहीं ले पाएंगे और बोर होंगे। इस तरह आपकी पार्टी सुपर हिट होने की बजाय फ्लॉप हो जाएगी। डेट वो होनी चाहिए जो ज्यादातर फ्रैंड्स को सूट करे। इसके लिए उन्हें इन्वीटेशन कार्ड कम से कम एक हफ्ता पहले ही भेज दें और इससे पहले फोन, एसएमएस,व्ह्ट्सएप और मेल के माध्यम से उन्हें जरूर इन्फॉर्म कर दें। 

स्नैक्स और ड्रिंक्स का चुनाव फ्रैंड्स की पसंद के हिसाब से करें। चिप्स और फिंगर फूड ज्यादा रखें। आप स्नैक्स में चीज़ एंड क्रैकर्स, चिप्स, स्प्रिंग रोल्स, चीज़ कबाब, सैंडविच रख सकती हैं और ड्रिंक्स में लैमन-टी, कोल्ड ड्रिंक्स, लेमनेड, मिल्कशेक, कोल्ड कॉफी इ्त्यादि का इंतजाम कर सकती हैं। मूवी का प्रोग्राम हो तो आप पॉपकॉर्न भी सर्व कर सकती हैं। खाने-पीने की चीज़ों का बंदोबस्त आप पहले ही कर लें ताकि फ्रैंड्स के आने पर आप सारा वक्त उनके साथ बिता सकें, नहीं तो आपका वक्त किचन में ही निकल जाएगा। डिस्पोसेबल कप्स, प्लेट्स और नैपकिन कॉर्नर टेबल्स पर रख दें।

गॉसिप और चिट-चैट के साथ-साथ आप इवेंट्स भी प्लान करें। इसमें बोर्ड गेम्स काफी कॉमन हैं। ट्रुथ एंड डेयर से पार्टी में फन एड होगा। आप मूवी देखने का भी प्लान कर सकती हैं। कुछ नींद भी जरूरी है, इसलिए दो-तीन घंटे सोने के लिए भी रखें। अगले दिन जब फ्रैंड्स जाने लगें तो आप उन्हें कुछ गिफ्ट्स दे सकती हैं, जिनमें होम मेड चॉकलेट्स, मोबाइल पाउच, परफ्यूम्ड कैंडल्स, फंकी ज्यूलरी वगैरह दे सकती हैं।

ऐसा हो आपका लुक
पार्टी में जाना हो तो हम हमेशा अपनी ड्रैस का चुनाव लेटेस्ट फैशन के हिसाब से करते हैं, लेकिन जब बात आती है नाइट ड्रैस की तो कम्फर्ट हमारे लिए फैशन और ट्रैंड से ज्यादा अहम हो जाता है। सही भी है अच्छी नींद के लिए नाइट सूट का आरामदायक होना जरूरी है। लेकिन जब आप अपने फ्रैंड्स के लिए पजामा पार्टी अॉर्गेनाइज़ करने जा रही हैं तो आपका नाइट वेयर कुछ स्टाइलिश, क्यूट, ट्रैंडी, कॉम्फी और डीसेंट होना चाहिए, क्योंकि दोस्तों के साथ चिट-चैट पूरी रात जो चलेगी।

नाइटवेयर के कुछ बेहतरीन ऑप्शंस में से आप अपनी पसंद का चूज़ कर सकती हैं। खुद को सैंसुअल दिखाते हुए कुछ कम्फर्टेबल पहनने की सोच रही हैं तो लेस नाइटी से बेहतर कुछ भी नहीं। अपने लुक को कैज़ुअल और सिंपल रखने के लिए कॉटन या सिल्क पजामा बेस्ट ऑप्शन है। इसीलिए शर्ट, गंजी या स्पैगेटी टॉप्स के साथ फुल लैंथ या घुटनों तक का पजामा पेयर कर सकती हैं। टॉमबॉय लुक के लिए बॉक्सर बढ़िया अॉप्शन है, जिसे आप अपनी पसंद की टॉप के साथ पहन सकती हैं।

पजामा पार्टी में मेकअप ज्यादा न करें। याद रखें यह पजामा पार्टी है कॉस्च्यूम पार्टी नहीं। हल्का-सा फाउंडेशन लगाएं, गालों पर ब्लश से हल्की गुलाबी रंगत दें, मस्कारा और काजल से आंखों को डिफाइन करें और अब लिपस्टिक पर फोकस करें। बोल्ड रैड कलर की लिपस्टिक आपकी स्माइल को और भी खूबसूरत बना देगी। हेयरस्टाइल सिंपल और कैजुअल ही रखें। मैसी बन सकती हैं या पॉनीटेल भी कर सकती हैं। हील्स अवॉयड करें। आपके नाइटवेयर के साथ मैचिंग स्लीपर कूल लगेंगे।

Wednesday, September 16, 2015

पैंसिल स्कर्ट से फैमिनिन और ग्रेसफुल लुक

रॉकिंग स्टाइल बना पैंसिल स्कर्ट

खुद को स्टाइलिश और फैशनेबल दिखने बात हो तो गर्ल्स किसी से पीछे नहीं रहती हैं। ट्रैंड को फॉलो करना और फ्रैश लुक की चाहत उन्हें फैशन जगत में एक्टिव रखते हैं। लेकिन कुछ क्लासिक चीज़ें ऐसी हैं जिन्हें आप ट्रैंडी चीज़ों के साथ पेयर करके चुलबुली, हॉट और रॉकिंग दिख सकती हैं। पैंसिल स्कर्ट्स इनमें से एक है। क्लासिकल पैंसिल स्कर्ट के बगैर आपकी रैट्रो वार्डरॉब अधूरी है। पैंसिल स्कर्ट्स बेहद स्टाइलिश, सैक्सी और वर्सेटाइल हैं। 
  
पैंसिल स्कर्ट से फैमिनिन और ग्रेसफुल लुक आता है। यह आपको स्मार्ट, ट्रैंडी और एलीगेंट बनाती है। इसकी बैक स्लिट से आपकी चाल भी ग्रेसफुल हो जाती है। स्लिम फिट आपके घुटनों को बांधे रखती है। हालांकि ज्यादातर बॉडी टाइप्स पर पैंसिल स्कर्ट्स सूट करती हैं और कर्व्ज़ को उभारती है, लेकिन यह स्लिम युवतियों पर  ज्यादा फबती हैं। थोड़ी लूज फिटिंग वाली नी लैंथ की पैसिल स्कर्ट ब्रॉड फ्रेम वालों पर भी खूब जंचती है। 

पैंसिल स्कर्ट बेहद वर्सटाइल भी है। अपनी मनपसंद टॉप के साथ इसे पेयर करके आप अपने लुक को रॉक कर सकती हैंं। वर्क प्लेस पर यह स्कर्ट प्रोफैशनल लुक देती है तो पार्टी में भी खूब फबती है। ऑफिस वेयर में प्लेन पैंसिल स्कर्ट अच्छी लगती है, जबकि कैजुअल ड्रैस के तौर पर प्रिंटेड, स्ट्राइप्स वाली और कलरफुल स्कर्ट्स खूबसूरत दिखती हैं। इसका मोटा फैब्रिक और फिटिंग आपको अॉफिस में कॉन्फिडेंट बनाती हैं और नैट या सिल्क फैब्रिक पार्टी में स्मार्ट लुक देती हैं। सेलिब्रिटीज भी आजकल इस ट्रैंड पर मोहित नजर आ रही हैं। 

आप पैंसिल स्कर्ट को कई तरह से पहन सकती हैं, जरूरत है बस आपकी एक क्रिएटिव नज़र की। डिफरैंट टॉप्स के साथ इस स्कर्ट-लुक को आप और भी कमाल का बना सकती हैं।​ इसे आप फिटेड या फिर लूज़ सिंपल व्हाइट शर्ट के साथ पहन सकती हैं। इससे आपको ग्लैमरस लुक के साथ-साथ एक प्रोफेशनल लुक भी मिलेगा। प्रिंटेड टीशर्ट के साथ भी यह कमाल का कॉम्बीनेशन है। 

क्रॉप टॉप या फिटेड वेस्ट के साथ पेयर करके आप बेहद स्टालइलिश दिख सकती हैं। बलून स्टाइल टॉप के साथ आप चुलबुली अंदाज में नज़र आएंगी। ब्लाउज़ और कुर्ते के साथ पेयर किया जा सकता है। इसमें स्टाइल एड करने के लिए आप बैल्ट पहन सकती हैं। यह पार्टी वेयर होने के साथ ही एक फ्यूज़न एलिमेंट के साथ आपको कैज़ुअल लुक भी देता है। टक किए हुए शर्ट के साथ भी पैंसिल स्कर्ट कमाल का लुक देती है।  

सही स्टाइलिंग और एक्सैसरीज़ से आप खुद को सोफिस्टिकेटिड लुक दे सकती हैं।थोड़ा मॉडर्न और फैशनेबल लुक चाहती हैं तो इस पर बैल्ट पहनें। इसे आप हाई हील्स और स्मार्ट टोट बैग के साथ पेयर करके अपने लुक से हर किसी को लाजवाब कर सकती हैं। सर्दियों में जैकेट, टाइट्स और बूट्स की पेयरिंग पैंसिल स्कर्ट  के साथ खूब जंचेगी और गर्मियों में क्रॉप टॉप के साथ पेयर करते हुए इसके साथ स्ट्रैप वाले सैंडल्स पहनें।

Tuesday, September 15, 2015

ब्यूटी प्रॉडक्ट्स को वेस्ट होने से बचाएं

बढ़ाएं ब्यूटी प्रॉडक्ट्स की शैल्फ लाइफ

मेकअप किट सस्ता हो या महंगा उसको सालों साल चलाना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। मेकअप प्रोडक्ट्स से अजीब-सी गंध आने लगे, लिपस्टिक का कलर चेंज हो जाए या किसी प्रोडक्‍ट के इस्तेमाल से आपकी त्‍वचा पर रैश पड़ जाएं तो समझ लीजिए कि वह एक्सपायर हो चुका है। दरअसल, ब्यूटी प्रोडक्ट्स की एक एक्‍सपायरी डेट होती है और उसके बाद उनका बिल्‍कुल भी प्रयोग नहीं करना चाहिए। 

एक्सपायर्ड मेकअप प्रोडक्ट्स ऐसे बैक्टीरिया तथा विषैले तत्वों की जन्म स्थली बनते हैं जो न सिर्फ आपकी लुक बल्कि आपकी त्वचा को भी नुकसान पहुंचाते हैं।  कई बार आप अपने प्रोडक्‍ट को किस प्रकार से यूज करती हैं, उससे भी इनके एक्सपायरी डेट से पहले खराब होने का डर बना रहता है। आप अगर अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स को उसकी एक्सपायरी डेट तक ही इस्तेमाल करना चाहती हैं तो आपको इनकी केयर भी करनी पड़ेगी,  ताकि आप और आपके ब्यूटी प्रोडक्ट्स दोनों ही सुरक्षित रहें। 

  • लिक्विड फाउंडेशन को उंगली से निकालने की कोशिश न करें। जब आप बार-बार अपने ब्रश या फिंगर को लिक्विड फाउंडेशन में डिप करती हैं तो धीरे-धीरे उसमें बैक्टीरिया पैदा होने लगते हैं जो त्वचा में जलन और रैशेज पैदा करते हैं। हमेशा अपनी हथेलियों के बीच में ही निकालें।  फाउंडेशन वाले स्पॉन्ज को हर बार इस्तेमाल के बाद धोएं। जब यह फाउंडेशन पुराने हो जाते हैं, और एक्सपायरी के करीब आ जाते हैं तो तेल या नमी छोडने लगते हैं और पहले से अधिक गाढ़े हो जाते हैं।
  • लिपस्टिक को ठंडे स्थान पर रखें। होंठों पर लगाने के बाद लिपस्टिक की टिप को अपनी साफ उंगली पर एक बार घुमाएं जैसे पोंछते है। फिर बंद करें। लिपस्टिक में वॉटर कंटेंट होने के कारण कुछ समय बाद उसमें सूक्ष्म बैक्टीरिया पनपने शुरू हो जाते हैं। इससे होठों पर संक्रमण हो सकता है। लिपस्टिक लगाने के लिए लिप ब्रश का इस्तेमाल करें। ब्रश को कॉटन बोल से साफ कर लें। पेंसिल लिपलाइनर का इस्‍तेमाल आप लम्बे समय तक कर सकती हैं क्‍योंकि इस्तेमाल से पहले शार्पनर से शार्प करने से पुरानी सतह निकल जाने से वह फिर से नई जैसी हो जाती है।
  • आईशैडो को उसमें दिए गए ब्रश से प्रयोग करें। उंगली का प्रयोग न करे। ब्रश महीने भर बाद बदल दें। आई लाइनर को देर तक खुला न रखें। न ही अपना मस्कारा किसी दूसरे को इस्तेमाल करने दें। अन्यथा इन्फैक्शन होने का डर रहता है। आमतौर पर मस्कारा का ट्यूब डार्क होता है। गीले वातावरण के कारण इनमें बैक्टीरिया आसानी से पनपने लगते हैं। सिर्फ प्रिजर्वेटिव मस्कारा ही लम्बे समय तक चल पाता हैं। साथ ही मस्कारा लगाने के लिए ब्रश बार-बार हवा के सम्पर्क में आता है। इस कारण उसकी नमी भी सूखने लगती है। 
  • फेस क्रीम और लोशंस में विटमिन ए,सी और ई के तत्व होते हैं। जब इनकी बॉटल को इस्तेमाल करने के लिए बार-बार खोला जाता है तो हवा के संपर्क में आने पर अपना असर खो देते है। इसलिए इस्तेमाल के तुरंत बाद इन्हे ठीक से बंद करना न भूलें। इन्हें इस्तेमाल करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धोकर साफ कर लें। अगर आपके पास क्रीम का बड़ा जार है तो अपनी जरूरत भर की क्रीम एक छोटे कंटेनर में निकाल लें। निकालने के लिए स्टेरेलाइज स्पैटुला का प्रयोग करें।
  • नेल पॉलिश को आप एक या दो साल तक इस्‍तेमाल कर सकती हैं। अपने नाखूनों को नुकसान से बचाने के लिए इसके बाद इसका इस्‍तेमाल बंद कर देना चाहिए। जब नेलपॉलिश एक्सपायर हो जाती है तो वह स्‍मूथ और बराबर तरीके से नहीं लगती है।  साथ ही इसकी गंध भी बदल जाती है।  
  • एक्सपायर्ड कॉम्पैक्ट पाउडर के प्रयोग से चेहरे पर दाग-धब्बे पड़ जाते हैं। इसके अलावा चेहरे पर दाने निकलना, त्वचा का लाल हो जाना और एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। पाउडर की शैल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए हर बार इस्तेमाल के बाद अपने मेकअप ब्रश को धोना न भूलें।

एक्सपायरी डेट्स 

लिक्‍विड फाउंडेशनः 6 महीने 
 
लिपस्टिक: 8 महीने 
 
पाउडर मेकअप: 1 साल 
 
मस्‍कारा: 2-3 महीने 
 
आईशैडो, आई लाइनर: 6 महीने 
 
कंसीलर : 3 महीने

फेस क्रीम एंड लोशंसः 6 महीने

टोनर एंड एसेंसः1 साल

फैशन की शोखियों को अपनी अदाओं में करें शामिल

अगर आप स्टाइलिश दिखना चाहती हैं तो सिर्फ खूबसूरत ड्रैस और मेकअप ही काफी नहीं है, आपको फुटवियर्स के ट्रैंड्स पर भी अपनी पैनी नज़र रखनी होगी। आजकल कलरफुल और बोल्ड लुक वाले स्मार्ट, स्टाइलिश, ट्रैंडी फ्लोरल हाई हील्स ट्रैंड में हैं। हाई हील्स स्टाइलिश आउटफिट्स के स्मार्ट लुक को ग्लैमरस लुक में तब्दील करती है। इसीलिए फैशन कांशस वुमंस की ये पहली पसंद बन गई हैं। लुई वितां, शैनल, गुच्ची, जिम्मी चू जैसे बड़़े ब्रांड्स ने रेड, ब्लू, पिंक, यलो, रेड, ग्रीन इत्यादि खूबसूरत कलर्स में फ्लोरल प्रिंट्स में हाई हील सैंडल्स पेश की हैं। 

कॉंफिडेंट एंड स्टाइलिश लुक

हाई हील्स आपको कॉंफिडेंट व स्टाइलिश लुक देती हैं। आपकी स्मार्टनैस को  निखारती हैं। चाल को एक अलग अंदाज देती हैं। ट्यूनिक्स, स्कर्ट और वनपीस जैसी कूल समर स्टाइलिश आउटफिट्स के साथ हाई हील्स परफैक्ट कांबिनेशन हैं। हील्स का एक और उपयोग यह भी है कि अगर आपकी हाइट थोड़ी कम है तो आप हील्स पहनकर अपनी हाइट को बढ़ा सकती हैं। हाई हील पहनने से आप लंबी तो लगती ही हैं और साथ ही फिगर स्लिम प्रतीत होता है। जब मिरर में खुद को देखकर आपको खुद पर ही प्यार आने लगे तो यकीनन आत्मविश्वास भी बढ़ता है। 

मोर कंफर्टेबल विद स्टाइल 

हाई हील्स को कैरी करना आसान नहीं होता। आज के युग में अगर आपको हील्स पहनकर चलना नहीं आता तो आप कहीं-ना-कहीं दुनिया की इस चकाचौंध से दूर रह जाएंगी। हील्स पहनना कोई बड़ी कामयाबी नहीं लेकिन हां, हील्स लड़कियों की सुंदरता में चार चांद लगा देती हैं। ध्यान रखें जब हाई हील्स पहनें तो जितना हो सके अपने हिप्स और नीज को रिलैक्स रखें। संतुलन बनाए रखने के लिए वॉक करते समय पहले हील फिर टो को जमीन पर रखें। शोल्डर्स को पीछे की तरफ रखें। चलने की यह ट्रिक आपकी हील्स को बनाएगी ज्यादा कंफर्टेबल और स्टाइलिश।

सही फुटवेयर करें सिलेक्ट 

1. हाई हील्स पहनने की शौकीन हैं तो एक ही हील्स हर रोज पहनने की बजाय बदल-बदल कर हील्स पहनें, इससे आपके पैरों को आराम मिलेगा। 
2. रोजाना हील्स पहनती हैं तो इनकी ऊंचाई ढाई इंच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
3. पैंसिल हील से पैरों में दर्द होने लगता है। इसलिए चौडी हील्स खरीदें, इससे पैरों पर कम दबाव पड़ता है।
4 जूतों का साइज़ गलत होने से इन्हें पहनने में दिक्कत होती है, इसलिए इनकी शॉपिंग शाम के वक्त ही करें।
5. जूतों को कमरे के तापमान पर ही सूखने दें। इन्हें अलग से धूप दिखाने की जरूरत नहीं है।

Friday, September 4, 2015

ब्राइडल डिजाइनिंग को सबसे अजीज मानती हैं नीता लुल्ला

ब्राइट वाइब्रैंट कलर्स की वैडिंग ड्रैस में दिखें अल्ट्रा क्लासिक
नीता लुल्ला भारत के उन चुनिंदा डिजाइनरों में से हैं, जिन्होंने भारतीय फैशन को ग्लोबल मैप पर पहचान दिलाई है। बॉलीवुड हो या रैंप, नीता ने अपनी डिजाइनिंग से दुनियाभर में धाक जमाई है। नीता ऎसे आउटफिट्स डिज़ाइन करती हैं, जो अपने देश और संस्कृति को पेश करते हैं। नीता अपनी ड्रैसिस के लिए हमेशा स्टाइलिश प्रीमियम मैटिरियल का चुनाव करती हैं और फिर उन्हें एथनिक डिज़ाइंस से सजाती हैं। नीता को फैशन और स्टाइल के लिए कई नैशनल और इंटरनैशनल अवार्ड मिल चुके हैं। उन्हें ‘लम्हे’, ‘देवदास’, ‘बालगंधर्व’ और ‘जोधा अकबर’ के लिए भारत के राष्ट्रपति से चार बार बैस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग के लिए नैशनल फिल्म अवार्ड मिल चुका है। 

हिंदी फिल्म जगत की जिन खास हीरोइनों ने नीता की डिजाइन की पोशाकों से अपनी अलग छवि बनाई, वे हैं श्रीदेवी, ऐश्वर्या राय बच्चन, हेमा मालिनी, अमीषा पटेल, जूही चावला, दिया मिर्ज़ा, करीना कपूर खान, सुष्मिता सेन, शिल्पा शेट्टी, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा आदि, लेकिन खुद नीता के लिए श्रीदेवी उनकी प्रेरणा हैं। वह श्रीदेवी और हेमा मालिनी को सबसे स्टाइलिश हस्तियां मानती हैं। रजनीकांत, शहरुख खान, आमिर खान, रितिक रोशन आदि ने भी नीता की डिजाइन की पोशाकें फिल्मों में पहनी हैंं।  

नीता लगभग दो दशक से बॉलीवुड से जुड़ी हैं। नीता ने अपने करियर की शुरुआत प्रसिद्ध फैशन कोरियोग्राफर जैन नौरोजी के साथ की थी। नीता कहती हैं कि वह कभी फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं बनना चाहती थीं, बल्कि फैशन कोरियोग्राफर बनना चाहती थीं। उन की पहली फिल्म ‘तमाशा’ थी। इस के बाद वे कामयाबी की सीढि़यां चढ़ती गईं। इस दौरान उन्होंने 350 से भी अधिक फिल्मों के लिए परिधान तैयार किए हैं। ‘चांदनी’, ‘लम्हे’, ‘खलनायक’, ‘रूप की रानी चोरों का राजा’, ‘ताल’, ‘किसना’, ‘डर’, ‘आईना’, ‘खुदा गवाह’, ‘हम दिल दे चुके सनम’, ‘देवदास’, ‘जोधा अकबर’ आदि कई सुपरहिट फिल्मों के लिए नीता परिधान तैयार कर चुकीं हैं। 

फैशन इंडस्ट्री के बदलते हर ट्रेंड की गवाह नीता, ब्राइडल डिजाइनिंग को सबसे अजीज मानती हैं। नीता ब्राइडल वियर की पायोनियर रहीं हैं। नीता को दुल्हन का सोलह श्रृंगार भारतीय संस्कृति की सबसे खूबसूरत चीजों में से एक लगता है। ब्राइडल वियर की डिजाइनिंग में दिमाग से नहीं दिल से सोचना होता है। शायद इसी सोच का नतीजा है, जो नीता के ब्राइडल वियर के दिवाने भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में है। 

नीता का मानना है कि ब्राइट और वाइब्रैंट कलर्स की वैडिंग ड्रैसिस अल्ट्रा क्लासिक, शानदार और आकर्षक दिखती हैं। उनकी ब्राइडल रेंज की शुरूआत 2 लाख से शुरू होकर 15 लाख तक जाती है। उनकी वैडिंग ड्रैस कलैक्शन में आपको लहंगा चोली, साड़ियां, अनारकली ड्रैसिस, लॉन्ग शर्ट्स और दूसरे आउटफिट्स मिल जाएंगे। ब्राइडल शॉपिंग टिप्स देते हुए वह कहती हैं कि कपड़ों से पहले ज्वेलरी खरीदनी चाहिए।

आशुतोष गोवारिकर की फिल्म 'खेलें हम जी जान से' के लिए परिधान तैयार कर रही हैं। इस फिल्म में अभिषेक बच्चन और दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका में हैं। सिंधु घाटी सभ्यता के दौर की फिल्म ‘‘मोहनजोदडो’’ में रितिक रोशन को नया लुक देने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। नीता कहती हैं, “सही लुक के लिए काफी शोध करना पड़ता है, खासतौर से सही कपड़े के साथ रंगों और इसकी चमक और कढ़ाई के विवरण में काफी खोजबीन करनी पड़ती है।”

Classic look with the Modern edge

क्लासिक लुक विद द मॉर्डन एज

फैशन डिज़ाइनर राघवेंद्र राठौर पुरुषों के लिये एक से बढ़कर ए‍क कपड़े डिजाइन करते हैं। मेंसवियर के लिए उनका सिगनेचर लुक है-  क्लासिक लुक विद द मॉर्डन एज। राघवेंद्र का संबंध जोधपुर के राज परिवार से है। 1200 वर्षों के बहुमूल्य पारिवारिक इतिहास, संस्कृति और विरासत उनके काम में प्रेरणा का स्रोत है। उनके डिजाइनर संग्रह में हमेशा ही राजस्थान की पुरानी भव्य संस्कृति की झलक दिखाई देती है। कंटैम्परेरी डिज़ाइनिंग उनके स्टाइल का मूल मंत्र है।

राघवेंद्र ने पारम्परिक बंदगला और जोधपुर की शॉर्ट पैंट को विश्व मानचित्र पर जगह दिलाई। वह डिज़ाइनिंग में बदलाव के लिए जाने जाते हैं। जोधपुर बंदगला जैकेट के कायाकल्प और क्लासिक बंदगला सूट के नए कट ने उन्हें भारतीय फैशन इतिहास में सम्मानजनक स्थान दिला दिया। फोर्ब्स के सर्वे के अनुसार फॉर्मल और सैमी फॉर्मल अवसरों के लिए बंदगला सबसे उत्कृष्ट अॉप्शन है। राघवेंद्र का इन दोनों स्टाइल्स पर कॉपीराइट है। उन्होंने धोती को भी फैशनेबल और स्टाइलिश अंदाज में पेश करके उसे एक खास मुकाम दिलाया है। 

कुछ साल पहले तक फैशन बाजार में पूरी तरह वूमेंस वियर का बोलबाला था, लेकिन अब ट्रैंड बदल रहा है। राघवेंद्र मेंसवेयर को फैशन का उपेक्षित कज़िन मानते हुए कहते हैं कि इसे हमेशा लास्ट सीट मिलती है। वह कहते हैं, ‘भारत में मेंसवियर का बड़ा बाज़ार है लेकिन फैशन वीक या ग्लॉसी फैशन मैगजीन में इस पर चर्चा नहीं होती।‘ 

पारंपरिक परवरिश और न्यू यॉर्क में पर्संस स्कूल अॉफ डिजाइन ने उन्हें प्रसिद्ध डिज़ाइनर बनाने में अहम भूमिका निभाई। राघवेंद्र बताते हैं कि इलैक्ट्रॉनिक्स एंड रोबोटिक्स में हायर स्टडीज़ के लिए हैमिस्फेयर कॉलेज जाने से पहले उनकी  लाइफ में कोई ग्लैमर नहीं था। तब तक उन्होंने मुश्किल से तीन इंग्लिश फिल्में देखी थीं। सिर्फ एक घंटा टीवी देखने की इजाजत थी। फैशन इंडस्ट्री तक कतई पहुंच नहीं थी। 

1994 में राघवेंद्र ने जोधपुर से ‘राठौड़ जोधपुर‘ के नाम से अपना ब्रैंड शुरू किया। नई दिल्ली, हांग कांग, ग्रीस, मुंबई, कोलकाता और गोवा में इनके रिटेल स्टोर्स हैं।  उन्होंने हाल ही में रैडी टू वियर ब्रांड ‘द इम्पीरियल इंडिया कंपनी‘ के नाम से लॉन्च किया है। टैक्सटाइल्स डिज़ाइंस और सूट्स के लिए वह एस. कुमार्स के साथ जुड़े हैं। हालांकि आमतौर पर उनकी कलैक्शन का आधार देशभर के बुनकरों द्वारा बुने पारम्परिक हैंडलूम फैब्रिक होते हैं। उनकी कलैक्शन में अॉलिव, मस्टर्ड, कोबाल्ट ब्ल्यू, ब्लैक और व्हाइट के अलावा कुछ यूनीक कलर कॉम्बीनेशंस में ट्रैडिशनल लॉन्ग कुर्ता, बंदगला और जैकेट्स, पैंट्स, फॉर्मल सूट्स, शर्ट्स, काफ्तान और स्कर्ट्स हैं।

राघवेंद्र राठौर बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न डिज़ाइनर हैं। विभिन्न विषयों पर उनकी जानकारी उनके डिज़ाइंस में झलकती है। उन्होंने 2010 में तनिष्क की ज़ोआ डायमंड बुटीक गोल्ड अॉफ नारलाई के लिए भी एक कलैक्शन डिज़ाइन की। इसमें कुंदन और पोल्की में ब्रैसलेट, ईयरिंग्स, नेकलेस और पेंडेंट्स हैं। उन्होंने यूनिफॉर्मस, फर्नीचर और चॉकलेट्स भी डिज़ाइन की हैं।एक ही वक्त में इतने सारे काम वह कैसे कर लेते हैं, इस पर उनका सीधा सा जवाब होता है, ‘क्रिएटिविटी चीनी के समान है। यह आप पर निर्भर करता है कि अाप इससे गुलाब जामुन बना लो या पेस्ट्री।‘

उन्होंने विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘एकलव्य‘ समेत कई फिल्मों में बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ के लिए वार्डरॉब्स डिज़ाइन कर चुके हैं। फिल्म ‘खूबसूरत‘ में पाकिस्तानी एक्टर फवाद अफज़ल खान को सॉबर लुक देने वाले राघवेंद्र ही थे। फिल्म में युवा राजपूत युवराज का किरदार निभाने वाले फवाद को राघवेंद्र ने जोधपुरी बंदगला पहनाया है। इससे पहले वह सैफ अली खान और अमिताभ बच्चन को भी स्टाइल कर चुके हैं। गेम शो ‘कौन बनेगा करोड़पति‘ के पहले सीज़न के लिए अमिताभ बच्चन के कॉस्च्यूम भी राघवेंद्र ने ही डिज़ाइन किए थे। 

Wednesday, September 2, 2015

बोल्ड प्रिंट्स और सॉलिड कलर्स वाला इंडियन और मॉडर्न फैशन का संगम

इंडियन और वैस्टर्न फैशन का फ्यूजन है यह

बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेस नीना गुप्ता और महान क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स की बेटी हैं मसाबा गुप्ता। सितंबर 2009 में लक्मे फैशन वीक में अपनी उपस्थिति दर्ज करने वाली मसाबा गुप्ता सबसे युवा फैशन डिज़ाइनर बनीं। यहां उन्हें इंटरनैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिज़ाइनिंग की ओर से 'मोस्ट प्रॉमिसिंग डिज़ाइनर' का अवॉर्ड मिला, जिस ने मसाबा के लिए फैशन डिजाइनिंग में कामयाबी के दरवाजे खोल दिए। बोल्ड प्रिंट्स और सॉलिड कलर्स वाला इनका पहला कलैक्शन जबरदस्त हिट रहा। इसने उन्हें फैशन की दुनिया में एक झटके में पहचान दिला दी। 

2011 में मसाबा को फैशन जगत में इंटरनैशनल लैवल पर पहचान मिली जब कांस फिल्म फैस्टिवल में सोनम ने उनकी डिजाइन की हुई पोल्का डॉट्स वाली साड़ी पहनी। मसाबा की डिज़ाइनिंग में इंडियन और मॉडर्न फैशन का संगम है। वह साडि़यों के कई कलैक्शन लॉन्च कर चुकी हैं। वह भारतीय महिलाओं को ध्यान में रख कर ही अपना कलैक्शन तैयार करती हैं। इंडियन और वैस्टर्न फैशन का फ्यूजन पेश करने में माहिर मसाबा खुद सादगी से रहना पसंद करती हैं। साड़ी उनका मनपसंद पहनावा है।

मसाबा कहती हैं कि उनके पेरेंट्स ने कभी उन पर प्रोफेशन को लेकर कोई दबाव नहीं डाला। कभी टैनिस खिलाड़ी, कभी डांसर तो कभी संगीतकार बनने की मंशा रखने वाली मसाबा को आखिर फैशन डिजाइनिंग से पहचान मिली। ग्लैमर इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने वाली मसाबा अनोखे डिज़ाइंस क्रिएट करने के लिए जानी जाती हैं। उनके डिज़ाइन परम्परागत नियमों को तोड़ती हुए नज़र आते हैं। उनके डिज़ाइंस में कई तरह के अटपटे करैक्टर्ज़ होते हैं। यही कारण रहा कि  2012 में मसाबा सत्या पॉल की साड़ियों को अनोखे ट्विस्ट देने के लिए उनकी क्रिएटिव डायरैक्टर बन गईं।

इंस्टाग्राम पर अपनी स्प्रिंग-समर कलैक्शन डैब्यू करने वाली पहली भारतीय डिज़ाइनर बन गईं। मसाबा ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में हुए 16वें इंटरनैशनल इंडियन फिल्म एकैडमी (आईफा) के लिए एक खास परिधान संग्रह भी तैयार किया था, जो आईफा की सुनहरी एवं काली ट्रॉफी से प्रेरित है। वूमेंस इंटरनैशनल क्रिकेट लीग  (WICL) ने महिला क्रिकेट टीम की ड्रैस के डिज़ाइन और फैशन में ट्विस्ट लाने के लिए मसाबा को ही चुना था।

उन्होंने 2010 में अपना स्टोर शुरू किया और अपना ब्रांड 'मसाबा' के नाम से लांच कर दिया। फैब्रिक के बारे में मसाबा की च्वाइस स्कूबा, सैटिन, जर्सी और क्रेप है।उनकी कस्टरमर लिस्ट में अभिनेत्री सोनम कपूर, जैकलीन फर्नाडीज, मंदिरा बेदी शामिल हैं। जब से मसाबा कंगना रनाउत, शिल्पा शैट्टी और करीना कपूर इत्यादि सेलिब्रिटीज़ की फेवरिट बनी हैं, तब से ये सभी इनकी ही डिज़ाइन की गई साड़ियां पहनती हैं।  

मसाबा मानती हैं कि आम लोग फैशन को ले कर काफी कन्फ्यूज़ होते हैं। वे बॉलीवुड के पहनावे को ही फैशन समझ कर आंख मूंद कर उसकी नकल करने की कोशिश करते हैं। हिंदी फिल्मों ने फैशन को आम लोगोंं तक पहुंचा दिया है। मसाबा ऐश्वर्य राय बच्चन और काजोल को स्टाइल करना चाहती है। इसके अलावा करण जौहर भी मसाबा की विश लिस्ट में शामिल हैं जिन्हें वह स्टाइल करना चाहती हैं।

मसाबा कहती हैं, कम हाइट के लोगों को हॉरिजैंटल टाइप की ड्रैस पहननी चाहिए। ज्यादा मोटे लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कि वे डार्क और ज्यादा प्रिंटेड कलर न पहनें। इससे उनका शरीर और ज्यादा हाईलाइट हो जाता है। मोटे लोगों को हैवी कपड़े पहनने से भी परहेज़ करना चाहिए। दुबले-पतले लोगों को ढीले कपड़े पहनने के बजाय स्मार्ट फिटिंग वाली ड्रैस पहननी चाहिए।

फैशन के चलन और उस में बदलाव के बारे में मसाबा का मानना है कि कोई भी फैशन कभी पुराना नहीं होता है। कुछ समय बाद वह दोबारा आता है। मिसाल के तौर पर कुछ साल पहले बैलबॉटम को आउट अॉफ फैशन करार दे दिया गया था, पर वह फिर से फैशन में आ रहा है। फैशन एक सर्किल की तरह होता है, जो तय समय के बाद वापसी करता है। अब 80 और 90 के दशक का रैट्रो फैशन दोबारा फैशन के दरवाज़े पर दस्तक दे रहा है।

Tuesday, September 1, 2015

कश्मीर के मुगल गार्डंस से इंस्पायर है अनारकली

कश्मीर के मुगल गार्डंस से इंस्पायर है अनारकली 

अपने उत्कृष्ट डिज़ाइंस की बदौलत फैशन डिज़ाइनिंग की दुनिया में रोहित बल  ने एक सनसनी पैदा कर दी है। यह कहना गलत नहीं होगा कि फैशन इंडस्ट्री पर रोहित ने कई सालों तक राज किया। उनके द्वारा डिज़ाइन की गई पारम्परिक पोशाकों में  कन्टैंपरेरी टच होता है। उनकी डिज़ाइनिंग में भारतीयता की छाप हमेशा रहती है। वह भारतीय हैंडीक्राफ्ट तकनीक के इस्तेमाल से वैस्टर्न डिज़ाइन बनाने की कला में एक्सपर्ट हैं। रोहित बल ने जब से फैशन के साम्राज्य में अपने जादुई पैर रखे हैं, उनका स्टाइल मंत्र रहा है- कुछ नहीं से कुछ न कुछ बनाना।

1989 में जब रोहित ने पीटर ब्रुक द्वारा निर्देशित सीरियल ‘द महाभारत‘ देखा, तो उसमें अभिनेत्री मल्लिका साराभाई, जिसने द्रोपदी का किरदार निभाया था, की आउटफिट से बेहद प्रभावित हुए। इस तरह उनकी सिगनेचर अनारकली डिज़ाइन हुई। अनारकली का ओरिजन मुगल काल है, जोकि बेहद वैभवशाली था। लेकिन रोहित ने अपनी सुरुचिपूर्ण कल्पना से इसे आधुनिक रूप दिया। इनकी डिज़ाइन की गई अनारकली ड्रैस की लंबाई 50 से 65 इंच तक है। वह बाजुओं के डिज़ाइन पर भी काफी मेहनत करते हैं। उन्होंने अनारकली के साथ भी एक्सपेरिमेंट्स किए हैं। होरिज़ॉन्टल पैनल की बजाय इसे वर्टिकल बनाया है। यह डिज़ाइन है जलबे। 

रोहित महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए डिज़ाइन करते हैं। वह हमेशा प्योर फैब्रिक इस्तेमाल करते हैं- मसलिन, चंदेरी, चमुंडा सिल्क। इनोवेटिव और चटकीले डिज़ाइंस के लिए जाने जाते रोहित का पसंदीदा रंग है दूधिया यानि अॉफ व्हाइट। उनके सभी कलैक्शंस  अॉफ व्हाइट कलर से सराबोर होते हैं। कमल और मोर के मोटिफ्स को रोहित से बेहतर कोई भी इस्तेमाल नहीं कर सकता। BIBA by Rohit Bal के नाम से प्रीमियम एथनिक वियर कलैक्शन आप बीबा के एक्सकलूसिव स्टोर्स में देख सकते हैं जो देश के लगभग सभी बड़े शहरों में है। रोहित के डिज़ाइंस को आप Jabong से अॉनलाइन भी खरीद सकते हैं।

रोहित बल ने अपना करियर अपने भाई राजीव बल के साथ नई दिल्ली में 1986 में शुरू किया था और अपना पहला इंडीपैंडेंट कलैक्शन 1990 में लॉन्च किया। भारत के सबसे बड़े हैंडलूम टैक्सटाइल अॉप्रेशन खादी ग्रामोद्योग ने अपने साथ काम करने के लिए रोहित को चुना। 2006 में रोहित को इंडियन फैशन अवॉर्ड्स में ’डिज़ाइनर अ़ॉफ द ईयर’ अवॉर्ड से नवाज़ा गया। 2001 में किंगफिशर फैशन अचीवमेंट अवार्ड्स में भी उन्हें ’डिज़ाइनर अ़ॉफ द ईयर’ अवॉर्ड मिला। 2012 में वह ‘लेक्मे ग्रैंड फिनाले डिज़ाइनर’ चुने गए थे। उन्होंने ’कौन बनेगा करोड़पति’ गेम शो के लिए ड्रैस डिज़ाइनिंग की थी। 

फैशन डिज़ाइनर्स के लिए इंटरनैशनल ब्रैंड बन पाना बेहद मुश्किल है और उससे भी कठिन है एक भारतीय के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच पाना। लेकिन ओवरसीज़ मार्किट में रोहित बल सबसे प्रसिद्ध भारतीय फैशन डिज़ाइनरों में से एक हैं। उनकी फैन फॉलोइंग बहुत ज्यादा है। उनके डिज़ाइन हमेशा डिमांड में रहते हैं। दुनियाभर में रोहित के क्लाइंट्स की लंबी लिस्ट है। हॉलीवुड के बड़े सैलिब्रिटिज़ भी उनके डिज़ाइंस के दीवाने हैं, जिनमें कुछ खास है, उमा थर्मन, सिंडी क्राफोर्ड, पामेला एंडर्सन, नाओमी कैंपबैल और अन्ना कोर्नीकोवा शामिल हैं। 

अपनी लेटेस्ट कलैक्शन दिखाने के लिए रोहित देश-विदेश में अक्सर शो आयोजित करते रहते हैं। उनके मुंबई, बैंगलुरू, अहमदाबाद, कोलकाता और चेन्नई में फ्लैगशिप स्टोर्स हैं। ड्रैस डिज़ाइनिंग में बड़ी सफलता हासिल करने के बाद रोहित ने ज्यूलरी डिज़ाइनिंग भी शुरू कर दी है, जिसमें उन्हें काफी शोहरत भी मिल रही है।