Thursday, February 28, 2013

नाज़ुक कलाई पर घड़ी का जादू


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नाज़ुक कलाई पर घड़ी का जादू

रिस्ट वॉच से हमें सबसे ज्यादा प्यार इसलिए है क्योंकि समय पर नज़र बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है और स्टाइल स्टेटमैंट भी। हालांकि पिछले कुछ साल से मोबाइल फोन के फैलाव के साथ लोगों में रिस्ट वॉच पहनने की आदत कम हो गई, लेकिन यह रिस्ट वॉच का जादू ही था कि कलाई में खूबसूरत घड़ी पहनने का क्रेज़ बरकरार रहा...

डिज़ाइनर रिस्ट वॉचेज़ युवाओं में फैशन स्टेटमैंट बन गई है। कई मशहूर कम्पनियों की स्टाइलिश और ट्रैंडी लुक में रिस्ट वॉचेज़ की नई रेंज बाजार में उपलब्ध है। इनका लुक तो शानदार है ही, कलर भी बेहद खूबसूरत हैं। सभी एज ग्रुप्स के लोगों के लिए आकर्षक रिस्ट वॉचेज़ मौजूद हैं। मैटल के वॉच डायल्स के साथ चौड़े और पतले दोनों तरह के स्ट्रैप्स ट्रैंड में हैं। रिस्ट वॉच के खराब होने का एक बड़ा कारण बारिश में इसका भीगना है। इसलिए वॉच हमेशा वॉटरप्रूफ ही खरीदें। इन्हें अगर आप बारिश में भी पहने रखेंगी, तो भी ये खराब नहीं होंगी। कई नामी कम्पनियों की डिज़ाइनर  वॉटरप्रूफ वॉचेज़ मार्किट में उपलब्ध हैं।

गिफ्ट में देने के लिए रिस्ट वॉच को सबसे बढिय़ा माना जाता है। यह सबकी पसंदीदा जो है। किसी दोस्त को गिफ्ट देना हो तो सबसे खूबसूरत तोहफा रिस्ट वॉच ही है। इसमें आपको साइज़ की चिता करने की भी ज़रूरत नहीं है, यह हर तरह के बजट में भी फिट आ जाती है और इसमें ढेर सारी वैरायटी भी उपलब्ध रहती है। शादी पर भी डिज़ाइनर और डुअल रिस्ट वॉच गिफ्ट का सबसे बढिय़ा ऑप्शन रहता है। आप चाहें तो खुद को भी एक ट्रैंडी रिस्ट वॉच गिफ्ट कर सकती हैं। हम आपको 2013 की रिस्ट वॉच कलैक्शन के स्टाइल्स और डिज़ाइंस के ट्रैंड्स के बारे में बता रहे हैं, ताकि आप अपने लिए एक फैशनेबल रिस्ट वॉच का चुनाव कर सकें।

ब्रॉड डायल वॉच
आम तौर पर देखा गया है कि महिलाएं स्लैंडर और छोटे डायल की रिस्ट वॉच पहनना पसंद करती हैं, लेकिन आजकल बड़े चौड़े डायल वाली रिस्ट वॉच का ट्रैंड बढ़ रहा है। कई बार तो यह डायल महिलाओं की कलाई से भी बड़ा हो जाता है। छोटी नाज़ुक सी कलाई पर बड़ी घड़ी बहुत कूल लुक देती है। हालांकि चौड़े  डायल वाली वॉच लड़कों की बपौती मानी जाती रही है, लेकिन आप भी इन्हें ट्राई कर सकती हैं। आपकी गोरी कलाइयों पर ये बेहद खूबसूरत दिखेंगी। बड़े डायल वाली घडिय़ां कमसिन कलाइयों पर मॉडर्न और नोटिसेबल दिखती हैं जबकि छोटे डायल वाली नाज़ुक सी घडिय़ां ‘ओल्ड लेडी’ लुक देती हैं।

गनमैटल वॉच
गन मैटल सबसे कठोर धातु है। इसीलिए मजबूत और कॉन्फीडैंट महिलाओं के लिए हैं ये घडिय़ां। ऑफिस जाने वाली महिलाओं के लिए यह सबसे सुंदर च्वाइस है। गनमैटल वॉच का लुक हालांकि देखने में थोड़ा मैस्कुलिन है, लेकिन महिलाएं भी इन्हें बेहद पसंद कर रही हैं। पुरुषों में तो ये लोकप्रिय हैं ही। चटकीले ग्रे रंग की फिनिश इन घडिय़ों को बेहद एलीगैंट और आकर्षक बनाती हैं। जिन लोगों में रिस्ट वॉच का क्रेज़ रहता है, वे आपकी कलाई में सजी गनमैटल वॉच की तारीफ किए बगैर नहीं रह पाएंगे।

सिरेमिक वॉच
जहां गनमैटल वॉच आपके भीतर की क्रुद्ध महिला को चित्रित करती है, वहीं सिरेमिक वॉच आपको रोमांटिक, क्यूट और गर्ली बनाती है। ये आपको कंफर्टेबल और ट्रैंडी स्ट्रीट लुक देती हैं। अगर आप अपना स्त्री पक्ष चित्रित करना चाहती हैं, तो वूमैन रिस्ट वॉच में यह लेटैस्ट  ट्रैंड है। सिरेमिक वॉच कई रंगों में उपलब्ध हैं, लेकिन सफेद और गुलाबी रंग महिलाओं को सबसे ज़्यादा आकर्षित कर रहा है। हालांकि ब्लैक कलर की सिरेमिक वॉच भी मार्कीट में है, पर वह गनमैटल जैसी लुक देती है।

रोज़ गोल्ड वॉच
रोज़ गोल्ड वॉच फॉर्मल घडिय़ों में सबसे एलीगैंट च्वाइस है। रोज़ गोल्ड का लुक और फील इन घडिय़ों को बेहद खूबसूरत और आकर्षक बनाता है। ये घडिय़ां इतनी सुंदर हैं कि किसी भी महिला पर पहली ही नज़र में इनका जादू चल जाएगा, फिर चाहे ये किसी भी ब्रांड की क्यों न हों। जो लोग सिल्वर और गोल्ड प्लेटिड घडिय़ों से बोर हो चुके हैं, रोज़ गोल्ड वॉचेज़ उनके लिए बढिय़ा चेंज रहेगा। ये घडिय़ां पूरी तरह रोज़ गोल्ड की कोटिंग में ही उपलब्ध हैं, हालांकि कुछ ब्रांड्स में ये घडिय़ां रोज़ गोल्ड के साथ सिल्वर मैटल और सिरेमिक व्हाइट में भी लोकप्रिय हैं।

ब्रेसलैट एंड बैंगल स्टाइल वॉच
अगर आप किसी पार्टी में जा रही हैं और आप कन्फ्यूज़ हैं कि आप रिस्ट वॉच पहनें या ब्रेसलैट, तो आपकी समस्या का हल है ब्रेसलैट एंड बैंगल स्टाइल वॉच। यह एक स्मार्ट च्वाइस है। ये आपको लुक तो ब्रेसलैट का देती हैं, लेकिन वॉच के पूरे फायदे भी देती हैं। कॉलेज गोइंग गर्ल्स में ब्रेसलैट वॉच का क्रेज़ काफी ज़्यादा है। ये कई आकर्षक रंगों और डिज़ाइंस में उपलब्ध हैं, जिन्हें गर्ल्स अपनी ड्रैस के साथ मैच करके ब्रेसलैट की तरह पहन सकती हैं। ब्रेसलैट वॉच गर्ल्स की इसलिए भी पसंदीदा है क्योंकि इनकी कीमत उनकी पॉकेट में फिट आ जाती है।

डुअल कलर्ड रिस्ट वॉच
पिछले साल सिंगल कलर की रिस्ट वॉच का ट्रैंड था, जबकि 2013 में दो रंगों की रिस्ट वॉच घडिय़ों के फैशन में उड़ान भर रही है। ये घडिय़ां देखने में सिंपल पर स्टाइलिश हैं। ये देखने में बेहद सुंदर हैं और आंखों को सुकून देती हैं। ये आपकी स्टाइल स्टेटमैंट को सूट करेंगी। डुअल कलर्ड रिस्ट वॉच में आपके पास कई कॉम्बीनेशंस हैं जैसे गोल्ड एंड सिल्वर, सिल्वर एंड रोज़ गोल्ड, व्हाइट मैटल एंड रोज़ गोल्ड, व्हाइट मैटल एंड गोल्ड इत्यादि। कलर कॉम्बीनेशन इतना खूबसूरत है कि यह सभी रंगों की ड्रैसिज़ के साथ जंचेगा।

हीरों से जड़ी वॉच
हीरों से जड़ी घडिय़ों का आकर्षण उनकी शेप, डिज़ाइन, और चमक-दमक के चलते दुनिया भर में है। ये घडिय़ां बहुत स्टाइलिश और ट्रैंडी हैं। ये दिन भर आपकी चमक बरकरार रखेंगी। हीरे डायल पर भी जड़े हुए हो सकते हैं और डायल के चारों ओर भी। दोनों ही तरह की डायमंड से जड़ी घडिय़ां आपकी नाज़ुक कलाई को ग्लैमरस बना देती हैं। मशहूर हस्तियों की कलाई की तरह ही आपकी कलाई भी लाखों लोगों की आंखों में चमक ला सकती है। डायमंड से जड़ी घडिय़ां रोज़ मैटल, सिल्वर, गोल्ड और यहां तक कि लैदर के स्ट्रैप में भी अपनी चमक बिखेरती हैं।

खुशबू से महकाएं जिंदगी



खुशबू से महकाएं जिंदगी

खुशबू सभी को पसंद होती है। भीनी-भीनी खुशबू की तरफ सहज ही आपका खिंचाव हो जाता है। इससे तन-मन दोनों को खुशी मिलती है। आप सुकून महसूस करती हैं। दिन भर की सारी थकावट दूर हो जाती है। आप तरोता़ज़ा महसूस करती हैं। अपने से ही आती खुशबू कॉन्फिडैंस लैवल भी बढ़ा देती है...

नारी के सोलह श्रृंगारों में खुशबू भी एक है। चंदन, गुलाब, केवड़ा, चमेली, कपूर, घास, लकड़ी, मृग आदि की सुगंध का प्रयोग प्राचीन काल से ही महिलाएं और पुरुष खुद को महकाने के लिए कर रहे हैं। महक आपको कुदरत के करीब होने का आभास दिलाती है।  बाज़ार में परफ्यूम की ढेरों वैरायटी और ब्रांड्स उपलब्ध हैं। कुछ परफ्यूम बोल्ड, कुछ फूलों की ताजगी भरी महक वाले तो कुछ मिठास वाले होते हैं। लेडीज़ परफ्यूम आम तौर पर फूलों जैसे रोका, ऑरेंज ब्लॉसम्स, जैस्मिन, गॉर्डेनिया और कार्नेशंस की खुशबू से बनाए जाते हैं, जबकि पुरुषों को ज़्यादा तेज़ और बोल्ड खुशबू वाले परफ्यूम पसंद आते हैं। 

लोगों में एक मिथ है कि यदि आप अपने पार्टनर को परफ्यूम गिफ्ट करते हैं तो आपकी उससे लड़ाई हो जाती है। इसीलिए कुछ लोग अपने रिश्ते को प्यार से खत्म करने के लिए भी परफ्यूम का सहारा लेते हैं। वहीं कुछ लोग अपने प्यारभरे रिश्ते को महकाने के लिए भी परफ्यूम को ही अज़माते हैं।

आपकी पहचान 
परफ्यूम किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व को उभारने में मदद करते है। इनकी खुशबू से आप दूसरों की पर्सनैलिटी की भी पहचान कर सकती हैं। जो लोग रूहानी खुशबू वाला परफ्यूम इस्तेमाल करते हैं वे रोमांटिक नेचर के होते हैं, वहीं बहुत तेज़ खुशबू वाला परफ्यूम लगाने वाले अंतर्मुखी होते हैं। फ्लोरल खुशबू वाला परफ्यूम लगाने वाले लोग सॉफ्ट हार्ट वाले होते हैं। सही परफ्यूम का इस्तेमाल आपकी लाइफ स्टाइल का हिस्सा बन जाता है। लगातार परफ्यूम का प्रयोग आपकी पहचान बन जाता है। खुशबू से ही लोग आपके वहां होने का अंदांज़ा लगा लेते हैं। इसलिए अपने लिए परफ्यूम का चुनाव अपने व्यक्तित्व, काम और पसंद के अनुसार करें ताकि इसकी महक आपके व्यक्तित्व को भी महका दे। 

ढेरों है विकल्प

ग्रीन: ग्रीन की महक कुदरती है जो आपको तरोताज़ा अहसास कराती है। पाइन, जूनीपर, लीव्स और हब्र्स का कॉम्बिनेशन इस महक को लाजवाब बनाता है। जब आप डेट पर अपने पार्टनर को इम्प्रैस करना चाहें, तो ग्रीन फ्रेगरेंस का चुनाव एकदम सही रहेगा। 

फ्लोरल: फूलों की रोमांटिक खुशबू वाले परफ्यूम तन-मन को पूरी तरह से रिलैक्स कर देते हैं। इनसे आपको भीना-भीना एहसास मिलता है। इसका प्रयोग गर्मी के मौसम में बेहतर रहता है। जब आप किसी के सामने अपनी स्वीट और गर्ली साइड का दिखावा करना चाहें, तो फ्लोरल परफ्यूम लगाएं।

साइट्रस: साइट्रस फ्रूट्स की खट्टी खुशबू वाला परफ्यूम आपको दिन भर फ्रैश रखता है और साथ ही आप खुद को एक्टिव भी महसूस करते हैं। मूड भी खुशनुमा रहता है। इसलिए जब आप लंच पर किसी खास व्यक्ति से मिलने जाएं, तो साइट्रस परफ्यूम का  इस्तेमाल करें।

स्पाइसी: लौंग, दालचीनी, इलायची और काली मिर्च की खुशबू वाली स्पाइसी परफ्यूम की खुशबू काफी बोल्ड होती है और यह आपको काम करने के लिए उत्तेजित करती है। अगली बार जब आप पेरंट-टीचर मीटिंग पर जाएं, तो स्पाइसी परफ्यूम ही लगा कर जाएं।

ओशेनिक: ओशेनिक परफ्यूम मॉडर्न खोज है। 1991 में क्रिश्चियन ड्योर्स ड्यून के साथ यह पहली बार मार्किट में आया। इसमें आपको ताज़ा समुद्री पानी, पहाड़ों की हवा की महक का आभास होता है, जो आपको कूल-कूल फील कराती है। जब आप नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाएं तो ओशेनिक परफ्यूम आइडियल च्वाइस है।

वुडी: वुडी परफ्यूम देवदार और चंदन के पेड़ की खुशबू से सराबोर होते हैं। इस तरह की महक पुरुषों को ज़्यादा पसंद होती है। इसकी स्ट्रॉन्ग और क्लासिक अपील कार्पोरेट ऑफिस में काम करने वालों की परफॉर्मेंस को और बेहतर बनाती है। इसलिए जब आप अपने अगले परफॉर्मेंस रिव्यू पर जाएं, तो वुडी परफ्यूम लगाना न भूलें।

ओरिएंटल: यह एक फैमिनिन परफ्यूम है। इसकी मादक महक आपको आकर्षक बनाती है। अगर कभी बहकने का मूड हो, तो ओरिएंटल खुशबू आपके लिए सही है। रात के समय इसे लगाएं और फिर देखें इसका कमाल।

ऐसे करें चुनाव
परफ्यूम की खासियत है कि वह आपके उखड़े हुए मूड को भी ठीक कर देती है। इसके इस्तेमाल से दिन भर ताजगी सी बनी रहती है। दिन भर महकने की ख्वाहिश के चलते परफ्यूम एक्सैसरी बन चुके हैं। लेकिन शौकीनों के लिए सही परफ्यूम का चयन भी एक समस्या है। मार्किट में बहुत तरह के परफ्यूम उपलब्ध हैं। कई लोग किसी और की परफ्यूम की खुशबू से प्रभावित होकर उसे खरीद लेते हैं, लेकिन एक ही परफ्यूम दो विभिन्न महिलाओं पर अलग-अलग असर दिखाता है। एक परफ्यूम जो किसी के शरीर पर बहुत बढिय़ा खुशबू देता है, वही किसी दूसरे शरीर पर ठीक इसके विपरीत प्रभाव दिखा सकता है। दरअसल, परफ्यूम की खुशबू जब आपकी स्किन की नैचुरल खुशबू से मिलती है तब उस परफ्यूम की असल महक थोड़ी सी बदल जाती है। इसलिए ये बिल्कुल भी जरुरी नहीं है कि जो परफ्यूम आपकी दोस्त पर अच्छी लगती है वह आप पर भी अच्छी लगेगी। आपको हमेशा वही परफ्यूम खरीदना चाहिए जिसकी खुशबू आपके शरीर के नैचुरल कैमिकल्स से मेल खाए यानी वो आपके शरीर की नैसर्गिक गंध को बढ़ाए या आपके शरीर की गंध के साथ घुल-मिल जाए, जिससे ना तो खुशबू ज़्यादा तेज़ लगे और ना ही फीकी। 
आपके लिए कौन सा परफ्यूम बैस्ट है इसकी जांच के लिए आप इसे सीधे शरीर पर स्प्रे करें और 10-15 मिनट तक इंतज़ार करें। यदि इसके बाद भी आप परफ्यूम की महक को अच्छी तरह महसूस कर रही हैं तो आपको वह परफ्यूम तुरंत खरीद लेना चाहिए। इस दौरान आप जान जाएंगे कि यह आपके शरीर के नैचुरल कैमिकल्स के साथ कैसे रिएक्ट करता है। याद रखें, हम सभी की स्किन की एक नैचुरल महक होती है। एक वक्त में दो-तीन से ज़्यादा परफ्यूम टैस्ट न करें, नहीं तो आपके लिए सही खुशबू का चुनाव करना मुश्किल हो जाएगा। 

सहेज कर रखें
मनपसंद परफ्यूम को अक्सर लोग खरीदने के बाद लंबे समय तक इस्तेमाल करना चाहते हैं, लेकिन उसके नोट्स और महक सिर्फ एक साल तक ही कायम रहते हैं। उसके बाद फ्रैगरेंस बदल जाती है और उसका असर भी खत्म हो जाता है। यही कारण है कि परफ्यूम  वैसी महक नहीं देता है जैसी कि उसकी खरीदते वक्त थी। इसका कारण है सूर्य की रोशनी। इसके संपर्क में आने पर परफ्यूम के कैमिकल्स दूषित होने लगते हैं। परफ्यूम को सहेज कर रखने का सबसे सुरक्षित तरीका है कि इसे ठंडी और अंधेरी जगह पर रखा जाए। 

सावधानी भी है ज़रूरी
परफ्यूम आम तौर पर सिंथेटिक होते हैं, इनमें कई कैमिकल्स इस्तेमाल किए जाते हैं और इनमें एल्काहोल भी होता है। ये कैमिकल स्किन के लिए नुकसानदेय हो सकते हैं और इनसे एलर्जी भी हो जाती है। परफ्यूम के इस्तेमाल से दाने, जलन, ड्राइनैस और यहां तक कि पिगमेंटेशन भी हो जाती है। सैंसटिव स्किन के लिए तो ये बहुत हानिकारक साबित होते हैं। इसलिए अगर आपकी स्किन सैंसटिव है तो नैचुरल परफ्यूम्स का इस्तेमाल करें, जिनमें कैमिकल्स और एल्कोहल न हों। परफ्यूम खरीदने से पूर्व एलर्जी टेस्ट करना बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि बहुत लोगों को तेज़ खुशबू से सिरदर्द, जुकाम, छीकें व श्वास परेशानियां हो जाती हैं। परफ्यूम को स्किन पर न लगाएं, बल्कि कपड़ों पर स्प्रे करें। ज्यूलरी पहनने से पहले परफ्यूम स्प्रे कर लें, नहीं तो इसमें मिले कैमिकल्स से ज्यूलरी की चमक प्रभावित हो सकती है। पार्टी या बाहर जाने से 10-15 मिनट पहले परफ्यूम लगा लें, जिससे यह अच्छी तरह सैट हो जाए।

Saturday, February 23, 2013

चांद उतर आया है जमीं पर


चांद उतर आया है जमीं पर 

वैडिंग सीज़न शुरू हो चुका है। अगर आपको अपने लिए वैडिंग ड्रैस खरीदनी है, जिससे आप दुल्हन के खास लिबास में बेहद खास दिख सकें, तो  हम आपकी मदद कर सकते हैं। इस साल दुल्हन की ड्रेसैज में काफी एक्सपैरीमैंट्स किए हैं। वैडिंग लहंगे की टैक्नीक ही ट्रैडीशनल है, लेकिन पैटर्न मॉडर्न हो गया है... 

शादी के दिन को परफैक्ट बनाने के लिए बहुत-सी तैयारियां की जाती हैं, पर किसी भी लड़की को सबसे ज्यादा खुशी मिलती है परफैक्ट ब्राइडल ड्रैस पहनने से। शादी की स्पैशल ड्रैस के लिए दुल्हन में बेहद क्रेज रहता है। हो भी क्यों न, शादी के दिन सब की नजरें दुल्हन पर ही तो होती हैं। खूबसूरत वैडिंग ड्रैस में दुल्हन जब लहराती हुई शादी के मंडप में आती है, तो उसका सौंदर्य देखकर ऐसा लगता है जैसे चांद धरती पर उतर आया हो और फेरों से पहले ही दुल्हे राजा जन्म-जन्मांतर तक का साथ निभाने की कसम खा लेते हैं। 

वैडिंग लुक कंटैम्परेरी हो गए हैं। इसके साथ ही ट्रैडीशनल एटायर में मॉडर्न लुक आ गया है। वैडिंग और रॉयल हो रही हैं और ब्राइडल ड्रैसेज में भी सैमी-रॉयल टच को अधिमान दिया जा रहा है। ड्रैस का कट, फैब्रिक, रंग, स्टाइल सब ऐसे होने चाहिए जो दुल्हन की खूबसूरती को चार चांद लगा दें और उसे स्टाइलिश भी दिखाएं। ब्राइडल ड्रैस के लिए अधिकतर लड़कियों की पहली पसंद लहंगा-चोली होती है क्योंकि यह ट्रैडीशनल ड्रैस है और स्मार्ट लुक देती है। शादी और संगीत के हिसाब से अलग-अलग लहंगे डिजाइन किए जा रहे हैं। शादी पर रॉयल लहंगे पसंद किए जा रहे हैं, जबकि संगीत में फंकी लुक को अधिमान दिया जा रहा है। शहर के शोरूम्स डिजाइनर लहंगों की लंबी रेंज से अटे पड़े है, जिनमें से आप लेटैस्ट ट्रैंड्स को फॉलो करते हुए अपनी पसंद का चयन कर सकती हैं।

बाऊंसिंग कट्स 
वैडिंग लहंगे के कट्स अब ट्रैडीशनल नहीं रहे। स्लिम ट्रिम दुल्हन के लिए जहां फिश कट लहंगे खास हैं, वहीं हैल्दी गर्ल्स के लिए बारीक कलीदार लहंगे पसंद किए जा रहे हैं। फिश कट लहंगे ऊपर से घेर और बीच में फिटिंग लिए हुए होते हैं। इस लहंगे में बॉटम घेरदार और नैरो बॉटम डिजाइंस रख सकते हैं। पहले कलियां (घेरा) कम रहती थीं, अब बढ़ रही हैं और ऊपर से नैरो और नीचे से ब्रोड कट्स और बहुत ज्यादा बाऊंसिंग कट्स वाले लहंगे चलन में हैं। लहंगे के निचले हिस्से को फ्रील करना फैशन में है। कम हाइट वाली लड़कियों के लिए बारीक कलीदार लहंगे और ए लाइन लहंगे चलन में हैं। ये दुल्हन को अच्छा बॉडी फ्लो देते हैं। दुल्हन के सोबर लुक के लिए सिम्पल एंब्रेला कट लहंगे भी पसंद किए जा रहे हैं। 

मिक्स मैच कलर
ब्राइडल वियर में कलर का खास कलैक्शन बाजार में दिखाई दे रहा है। ब्राइडल ड्रैस में मिक्स मैच कलर कॉम्बिनेशन ज्यादा पसंद किया जा रहा है, जिसमें टोन टू टोन डार्क और लाइट कलर्स मिक्स हैं। इनमें ट्रैडीशनल कलर्स के साथ इंगलिश कलर कॉम्बिनेशन भी खूब लुभा रहा है। गोरी लड़कियों के लिए गोल्डन रंग काफी लुभावना रहता है, वहीं मोव, पिंक विद पर्ल कलर, एमरीन ग्रीन कलर की भी काफी मांग है। सांवली लड़कियों के लिए शैंपेन और वाइन कलर भी पसंद किया जा रहा है। आम तौर पर ब्ल्यू या नेवी ब्ल्यू कलर दुल्हन नहीं पहनती, लेकिन पिंक कलर के साथ नेवी ब्ल्यू कलर में वैडिंग ड्रैस काफी आकर्षक दिखती है।

फैब्रिक का अंदाज
ब्राइडल ड्रैस में कपड़े का भी खास ध्यान रखा जा रहा है। क्रेप, जमावार, नैट, टिश्यू, वैलवैट, ब्रॉकेड, जॉर्जैट, जेक्वार्ड, सिमर शिफॉन, सिमर जॉर्जैट के साथ बनारसी व सिल्क में लहंगे काफी पसंद किए जा रहे हैं। अनारकली, लहंगा और गाऊन को फ्लो देने के लिए शिफॉन और सैटिन सिल्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। जबकि ब्रॉकेड को लहंगा, ब्लाऊका, दुपट्टा, कलीदार और यहां तक कि जैकेट में भी रॉयल टच देने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। 

ट्रैंडी कुर्ती 
ब्लाउज के कट्स पर भी खूब एक्सपेरिमेंट्स किए जा रहे हैं। वेल फिटेड कंटेंपरेरी कट्स के ब्लाउज मॉडर्न इंडियन ब्राइड के लिए परफैक्ट हैं। इस बार लहंगे के साथ लॉन्ग कोट स्टाइलकुर्ती भी फैशन में है। फुल कुर्ती के साथ बैकलैस क्रॉस डोरी स्पैशल लुक देती  है। अंगरखा चोली भी ट्रैंडी लुक देती है। मौसम के अनुसार 3/4 स्लीव का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लहंगे के लिए फैब्रिक का चयन इस बात पर भी निर्भर करता है कि दुल्हन पतली है या मोटी। यदि दुल्हन पतली है तो वह वैलवेट के लहंगे को भी बढिय़ा तरीके से कैरी कर सकती है, जबकि मोटी दुल्हन के लिए नैट का लहंगा बढिय़ा च्वाइस रहेगा। 

स्टाइलिश वर्क
एंब्रॉयडरी के लिए ट्रैडीशनल फील को ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। गोटापत्ती, जरदोजी, सैमी-प्रैशियस स्टोन वर्क, डायमंड वर्क, एक्लीप्स, थ्रैड वर्क और वैलवैट वर्क काफी पसंद किया जा रहा है। लहंगे की एंब्रॉयडरी को लेकर कई नए एक्सपैरीमैंट्स किए जा रहे हैं। कहीं पूरे लहंगे में एक ही बूटे को हाईलाइट किया जा रहा है। कोलकाता वर्क और हैवी वर्क को भी लहंगों पर पहल दी जा रही है, जिससे दुल्हन खास लिबास में बेहद खास दिख सके।

डिफरैंट दुपट्टे 
आजकल दुपट्टे खूब बड़े और चौड़े आ रहे हैं। इनकी लंबाई कम से कम तीन मीटर तक होती है। कंट्रास्ट रंगों के दुपट्टे लहंगे को वॉल्यूम और रॉयल लुक देते हैं। इन दुपट्टों पर हैवी वर्क व एंब्रायडरी भी की होती है। दुपट्टे को आप अपनी ड्रैस के साथ अलग-अलग स्टाइल में ओढ़कर डिफरैंट लुक पा सकती हैं। 

ध्यान रखिए
  • भारतीय शादी में रस्में कई घंटे चलती हैं इसलिए ब्राइडल ड्रैस खरीदते समय कंफर्ट को अनदेखा न करें। 
  • लहंगा हमेशा अपने बॉडी टाइप और कलर टोन के अनुसार ही खरीदें। 
  • लहंगे का रंग लाल या मैरुन से अलग चुनें, ताकि शादी के बाद भी फॉर्मल अवसरों पर इसे पहना जा सके। 
  • वजन के कारण लहंगा दुल्हन पर भारी न पड़े, इसलिए  शिफॉन और जॉर्जट जैसे फैब्रिक्स का इस्तेमाल करें। 
  • दुबली लड़कियों को लहंगा नाभि से थोड़ा ऊपर बांधना चाहिए, जिससे कव्र्ज नजर आएंगे और आप खूबसूरत दिखेंगी। मोटी लड़कियों को लहंगा नाभि से कुछ नीचे बांधना चाहिए। 

Friday, February 22, 2013

राहत के रंग ट्रेंड्स के संग


राहत के रंग ट्रेंड्स के संग

बदलते मौसम के साथ ही डिजाइनर्स ने भी अपना कलैक्शन मार्किट में उतारना शुरू कर दिया है। इनमें गल्र्स के लिए ट्रेंडी के साथ-साथ कूल लुक वाले ड्रैसेस की बेहतरीन ऑप्शंस हैं, जिनसे न सिर्फ आप फैशन में अपडेट रहेंगी, बल्कि दूसरों से अलग हटके दिखने की आपकी चाह भी पूरी होगी...

बसंत के साथ ही मौसम का मिजाज भी बदल जाता है। सुबह गुलाबी ठंड होती है लेकिन दिन के वक्त गर्मी का एहसास होने लगता है। मौसम के करवट लेने के साथ ही लोगों के ड्रैसिंग स्टाइल में भी चेंज दिखना शुरू हो गया है। दिन के समय गल्र्स गर्म कपड़ों से दूर लेटेस्ट समर फैशन को फॉलो कर रही हैं। लाइट फैब्रिक और उन पर आंखों को ठंडक देने वाले रंगों को प्रिफरेंस दी जा रही है। पहनने में आरामदायक और कूल-कूल अहसास देने के कारण गर्ल्स ऐसे पहनावे को ज्यादा तवज्जो दे रही हैं। इस समर में किस तरह का फैब्रिक फैशन में रहेगा, किन कलर्स का ट्रेंड रहेगा और किस तरह के डिजाइंस की डिमांड रहेगी, इसके बारे में आपको रू-ब-रू करवा रहे हैं।

फैब्रिक इन फैशन
मौसम के मुताबिक फैब्रिक का चयन करके फैशन के साथ ही सुकून भी पाया जा सकता है। दिलकश फैब्रिक हॉट समर में कूल और ट्रेंडी अहसास कराता है। समर्स के गर्म मौसम में ऐसे फैब्रिक को खास तरजीह दी जाती है, जो सॉफ्ट और कंफर्टेबल होते हैं और जिनसे शरीर को ठंडक मिलती है। समर्स के लिए में बेहतरीन फैब्रिक वह है, जो गर्मी सोख सके और ठंडेपन का एहसास दे। ऐसी फैब्रिक से बने आउटफिट्स के कारण पार्टीज, कॉलेज, ऑफिस और देर तक सनलाइट के बीच शॉपिंग का मजा दोगुना हो जाता है। इस मौसम में प्योर कॉटन, लिनेन, सॉफ्ट मलमल और मोटे हैंडलूम फैब्रिक यानी खादी से बनी आउटफिट्स को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। दरअसल, इन फैब्रिक्स में हवा का लैवल सही रहता है जिसके कारण यह कूल बना रहता है और इसी खूबी के कारण यह फैब्रिकबॉडी से पसीना भी ऑब्जर्व करता है। इससे ये फैब्रिक्स आपको गर्मी में भी चिल-चिल का अहसास कराते हैं।

सिल्क, वेलवेट, क्रेप जैसे फैब्रिक हालांकि विंटर की खास पहचान हैं, पर इस बार ये समर फैशन का भी हिस्सा बन चुके हैं। फैब्रिक में फैशन ट्रेंड की बात करें, तो इसमें भी मिक्सड का ही चलन आ रहा है। हॉट फील वाले इन फैब्रिक्स को नेट, जॉर्जेट, शिफॉन और लेस के साथ कम्बाइन किया जाता है। इस तरह के कॉम्बिनेशन कुर्ती, स्कर्ट, घाघरा-चोली जैसे आउटफिट्स में ट्रेंड में हैं। मोटे  हैंडलूम फैब्रिक यानी खादी से बनी आउटफिट्स भी आपको इस सीजन में भी कूल रखेंगी।

ट्रेंड्स इन कलर्स 

रंग हमारे तनावग्रस्त जीवन में राहत पहुंचाते हैं और हमें खुश रखते हैं। समर्स में लाइट कलर्स के आउटफिट्स की डिमांड बढ़ जाती है। हालांकि इस समर फैशन ट्रेंड्स में सिर्फ लाइट ही नहीं बल्कि ब्राइट रंगों का प्रयोग भी इन है। समर में भले ही शिमरी लुक और फ्रैश लाइट व पेस्टल कलर्स को काफी पसंद किया जाता है, लेकिन बोल्ड, वाइब्रेंट और ब्राइट कलर्स के आउटफिट्स भी बैस्ट ऑप्शन के रूप में नजर आ रहे हैं।  पेस्टल के साथ ब्राइट कलर्स का कॉम्बिनेशन समर में सबसे ज्यादा कूल लुक देता है। इससे आप आपके आउटफिट में जादू कर सकती हैं।

ब्राइट और लाइट कलर के मिक्स को हम पॉप ऑफ कलर भी कह सकते हैं। पॉप ऑफ कलर को आप ड्रेसिंग से लेकर एसेसरीज, शूज, पेंट्स प्रिंट्स आदि में उपयोग कर सकती हैं। ज्यादातर लोग गर्मियों में ब्लैक कलर नहीं पहनते हैं। लेकिन इन गर्मियों में ब्लैक एंड व्हाइट का कॉम्बीनेशन इन होगा। आप भी फैशन के साथ चलना चाहती हैं तो ब्लैक एंड व्हाइट का कॉम्बीनेशन जरूर ट्राई करें। इस सीजन में आप पेस्टल कलर के कुर्ते या टॉप को ब्राइट कलर की पैंट के साथ या फिर पेस्टल कलर के सलवार-कमीज को ब्राइट कलर के दुपट्टे के साथ पहन सकती हैं। व्हाइट हमेशा ही समर में सब एज ग्रुप्स का पसंदीदा कलर रहता है। इसके अलावा टरकॉइस, इंडिगो, लाइट कलर्स में कोरल, पिंक, वायलेट, नियॉन पिंक, ऑरेंज, इमेरेल्ड ग्रीन, स्काय ब्लू, ओरल यलो, एक्वा ब्लू, लैमन यलो जैसे कलर इस समर में यूथ का फैशन स्टेटमेंट बनेंगे।

डिजाइंस इन डिमांड
फ्लोरल प्रिंट्स की ड्रैसेज के बगैर आपका वार्डरोब अधूरा है। फ्लोरल प्रिंट्स आपको फेमिनिन और कूल लुक देते हैं। इनकी एक खासियत यह भी है कि यह फेयर और डस्की दोनों कॉम्पलैक्शंस की महिलाओं पर खूब फबता है। फ्लोरल प्रिंट में कलरफुल पैटर्न इसे खास बनाता है। इसलिए फ्लोरल प्रिंट्स की हर तरह की ड्रैसेज में डिमांड है। फ्लोरल प्रिंट में मिनीज, लॉन्ग स्कर्ट्स, शॉर्ट कुर्ती, वैस्टर्न शर्ट्स, धोती पैंट्स या बेहतरीन पटियाला सलवार आपको डिफरेंट लुक देंगे। लाइट बेस कलर पर ब्राइट फ्लोरल प्रिंट सबसे ज्यादा प्रैफर किया जाता है। फ्लोरल प्रिंट्स में ब्लैक और व्हाइट ग्राउंड पर कलरफुल प्रिंट्स ट्रेंड में हैं। दरअसल, फूलों के तमाम रंग ब्लैक और व्हाइट बेस पर ही खिलते हैं। व्हाइट पर फ्लोरल प्रिंट कूल और सॉफ्ट लुक देता है, जबकि ब्लैक ग्राउंड पर खिले फूल बोल्ड और ब्राइट लुक देते हैं। कई कॉम्बीनेशंस में प्रिंट्स मार्किट में उपलब्ध हैं, पर व्हाइट और ब्लैक ग्राउंड पर पिंक, ब्ल्यू और यैलो फ्लावर्स यूथ में हॉट फेवरिट हैं।

अगर आप स्लिम ट्रिम हैं, तो बड़े फ्लोरल प्रिंट्स की ड्रैसेज का चुनाव कर सकती हैं, ये आपको बोल्ड लुक देंगी। लेकिन अगर आप फिगर थोड़ा बल्की है तो आप पर छोटे फ्लोरल प्रिंट्स सूट करेंगे।  इनमें आप ज्यादा सुंदर और सॉफिस्टिकेटिड  दिखेंगी। अपनी ड्रैस में थोड़ा पर्सनल टच देने के लिए आप फ्लावर्स पर सिक्विन वर्क भी कर सकती हैं। इसके अलावा थ्रैड के जरिए हाईलाइट किए फ्लावर्स के साथ पर्ल और स्टोन लगाकर इसके कैजुअल लुक को पार्टी वियर बना सकती हैं। पार्टी वियर के लिए आपका यह ड्रैस एकदम परफैक्ट और भीड़ से जुदा होगा।

प्रेम की ऋतु बसंत


माघ महीने की शुक्ल पंचमी से बसंत ऋतु का आरंभ होता है। बसंत का उत्सव प्रकृति का उत्सव है। सतत सुंदर लगने वाली प्रकृति बसंत ऋतु में सोलह कलाओं से खिल उठती है। यौवन हमारे जीवन का बसंत है तो बसंत इस सृष्टि का यौवन है...

भारत में पूरे साल को छह मौसमों में बांटा जाता है, उनमें बसंत सबका मनपसंद मौसम है। बसंत को ऋतुओं का राजा माना जाता है। बसंत पर मौसम बेहद सुहाना हो जाता है। सर्दी अपनी सफेद चादर समेटने लगती है, मौसम खुशनुमा हो जाता है, न अधिक गर्मी होती है और न ही अधिक ठंड, जो कार्यक्षमता बढ़ाता है। आयुर्वेद में भी बसंत पंचमी को स्वास्थ्य के लिए बेहतर बताया गया है। बसंत ऋतु के स्वागत के लिए माघ महीने के पांचवे दिन जश्न मनाया जाता था। इस दिन सरस्वती, विष्णु और कामदेव की पूजा होती है।

बसंत ऋतु का आगमन बसंत पंचमी पर्व से होता है। बसंत पंचमी अपने साथ कई परिवर्तन लेकर आती है। बसंत पंचमी के दिन से शरद ऋतु की विदाई शुरू हो जाती है। बसंत आते ही प्रकृति का कण-कण खिल उठता है, पेड़-पौधे  अपनी पुरानी पत्तियों को त्यागकर नई कोंपलों से आच्छादित दिखाई देते हैं, फूलों पर बहार आ जाती है, समूचा वातावरण फूलों की सुगंध और भौंरों की गूंज से भर जाता है, खेतों मे सरसों का सोना चमकने लगता है, जौ और गेहूं की बालियां खिलने लगती हैं, आमों के पेड़ों पर बौर आ जाता और हर तरफ रंग-बिरंगी तितलियां मंडराने लगती हैं।

माना जाता है कि बसंत पंचमी को ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का अवतार हुआ था। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा करने के पीछे भी पौराणिक कथा है। इनकी सबसे पहले पूजा श्रीकृष्ण और ब्रह्माजी ने की थी। सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए उन्होंने वरदान दिया कि विद्या की इच्छा रखने वाला हर व्यक्ति माघ मास की शुक्ल पंचमी को पूजन करेगा। इस वरदान के बाद स्वयं श्रीकृष्ण जी ने पहले देवी की पूजा की। इसीलिए इसलिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। गायन और वादन सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं जो सरस्वती मां को अर्पित किए जाते हैं। ऋग्वेद में सरस्वती देवी के असीम प्रभाव व महिमा का वर्णन करते हुए कहा गया है- प्रणो देवी सरस्वती वाजेभिर्वजिनीवती धीनामणित्रयवतु। अर्थात् ये परम चेतना हैं।

विद्या की अभिलाषा रखने वाले व्यक्ति के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। मां सरस्वती की पूजा के बाद ही विद्यारंभ करते हैं। ऐसा करने पर विद्या की देवी प्रसन्न होती है और बुद्घि तथा विवेकशील बनने का आशीर्वाद देती है। विद्यार्थी के लिए मां सरस्वती का स्थान सबसे पहले होता है। इसीलिए इस दिन बच्चों को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है। इस दौरान रचनात्मक, कलात्मक कार्य अधिक होते हैं। सृजन क्षमता बढ़ जाती है। सृजनकर्ताओं की लेखनी भी बासंती यौवन पर खूब चली है। कवियों ने भी किसी और मौसम की अपेक्षा बसंत ऋतु पर ही सबसे ज्यादा कविताएं लिखी हैं।

बसंत ऋतु को प्रेम की ऋतु माना जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन काम के देवता कामदेव का भी आविर्भाव हुआ था। बसंत ऋतु कामदेव की ऋतु है। यौवन इसमें अंगड़ाई लेता है। बसंत कामदेव का मित्र है, इसलिए कामदेव का धनुष फूलों का बना हुआ है। इस धनुष की कमान स्वरविहीन होती है। यानी कामदेव जब कमान से तीर छोड़ते हैं तो उसकी आवाज नहीं होती है। इसमें फूलों के बाणों से आहत हृदय प्रेम से सराबोर हो जाता है। दरअसल बसंत ऋतु एक भाव है जो प्रेम में समाहित हो जाता है। मौसम का सुहाना होना इस मौके को और रूमानी बना देता है। इसलिए इस माह को मधुमास भी कहा जाता है। बसंत पर  प्रकृति काममय हो जाती है। इसीलिए रति-काम महोत्सव की यह अवधि कामो-द्दीपक होती है।

बसंत ऋतु का आगमन प्रकृति को बासंती रंग से सराबोर कर जाता है। बसंत पंचमी पर सब कुछ पीला दिखाई देता है। पीला रंग हिन्दुओं में शुभ माना जाता है।लोग पीले रंग के वस्त्र पहनते हैं, खाद्य पदार्थों में भी पीले चावल, पीले लड्डू व केसर युक्त खीर का उपयोग किया जाता है, प्रकृति खेतों को पीले-सुनहरे रंग से सजा देती है। मन्दिरों में बसंती भोग रखे जाते हैं और बसंत के राग गाए जाते हैं। बसंत ऋतु में मुख्य रूप से रंगों का त्योहार होली मनाया जाता है। बसंत पंचमी से ही होली गाना भी शुरू हो जाता है। इस दिन पितृ तर्पण किया जाता है।