Monday, June 19, 2017

इन 5 एथनिक फैशन ट्रेंड्स को जरूर करें ट्राई ...

एलिगेंट एंड ग्रेसफुल एथनिक वियर से पाएं ग्लैमरस लुक

भारतीय संस्कृति में लाल रंग शुभ माना जाता है। लाल रंग ग्लैमरस लुक देता है, हर स्किन टोन पर अच्छा लगता है और एलिगेंट लुक भी देता है। शादी या फंक्शन में रेड कलर में बहुत से एथनिक वियर आप कैरी कर सकती हैं:

क्रॉप टॉप और एथनिक स्कर्ट: 

यह आउटफिट आजकल फैशन ट्रेंड में है। अगर आप किसी शादी या फंक्शन में जाने की तैयारी कर रही हैं तो इस बार अपने लिए क्रॉप टॉप के साथ लहंगा कट स्कर्ट ट्राई करें। एलिगेंस और ग्रेस से भरी यह ड्रेस आपकी सुंदरता में निखार लाएगी। यकीन मानिए, आपकी तारीफों का अम्बार लग जाएगा।

यह फैशन ट्रेंड काफी सहज है। अगर आप हैवी लहंगा नहीं कैरी करना चाहती हैं, तो इस स्टाइल को कैरी कर सकती हैं। रेड क्रॉप टॉप और एथनिक स्कर्ट आपको फंक्शन में सबसे अलग लुक देगा। रेड कलर हर स्किन टोन को सूट करता है। आप चाहें तो किसी पार्टी में प्रिंटिड स्कर्ट के साथ क्रॉप टॉप पहन सकती हैं। ख्याल रखें आपके टॉप या स्कर्ट में से कोई एक ही भड़कीला हो। अगर आपको अपना वज़न छुपाना है, तो प्लेन क्रॉप टॉप के साथ गहरे रंग की हेवी डिजाइन वाली स्ट्रेट-कट लॉन्ग स्कर्ट पहनें।

साड़ी: 

फंक्शंस और वेडिंग्स में आउटफिट बहुत मैटर करता है। एेसे मौकों पर एथनिक वियर ही अच्छे लगते हैं और इनमें भी बेस्ट है साड़ी। यह कभी आउट ऑफ फैशन नहीं होती। साड़ी सभी पर खूब फबती भी है। साड़ी का ग्लैमर कभी कम नहीं हुआ। यह ट्रडिशनल के साथ नए लुक में भी सामने आ रही है। बस साड़ी पहनने का हल्का-सा अंदाज बदलने से ही एक नया स्टाइल पा सकते हैं।

साड़ी सबसे वर्सटाइल है। स्टाइलिश और एथनिक दोनों ही तरह के लुक देने के लिए यह सबसे बेस्ट अॉप्शन है। यह फॉर्मल होने के साथ-साथ आपकी लुक को भी स्पैशल बनाती है। रेड कलर की साड़ी में आप बेहद आकर्षक नजर आएंगी। यह एकदम से आपके आम से दिखने वाले लुक को ग्लैम लुक में बदल देगी। स्टेटमेंट नेकपीस के साथ लुक को तैयार करें। चमकीले बड़े ईयरिंग्स भी इस लुक पर जंचेंगे।

एथनिक गाउन:  

एथनिक गाउन इन दिनों काफी ट्रेंड में है। शादी और फंक्शंस में इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। इन दिनों हैवी गाउन के साथ दुपट्टा कैरी करने का ट्रेंड काफी पॉपुलर है। बॉडी फिटेड गाउन आपको मॉडर्न लुक देता है, वहीं मैचिंग दुपट्टा आपको ट्रडिशनल के साथ एलिगेंट लुक भी देता है। इसे पहनने के बाद आपका का लुक काफी स्टाइलिश दिखता है। रेड कलर का एथनिक गाउन आपको रॉयल लुक देगा।

अगर आप साड़ी लुक चाहती हैं तो इसमें फ्यूजन का तड़का लगाएं। साड़ी गाउन इन दिनों काफी स्टाइलिश होता जा रहा है और नया पार्टी ट्रेंड बना हुआ है। यह साड़ी का सबसे हटकर और सबसे स्टाइलिश दिखने वाला मॉडर्न अवतार है, जो आपकी परंपरा को भी बनाए रखने में मदद करता है। सेलेब्स में भी यह ट्रेंड काफी पॉप्यूलर है। इसमें पैचवर्क, सिक्विन, जरदोजी, सिल्वर और स्टोन वर्क भी खासे ट्रेंड में हैं।

अनारकली: 

हमेशा कहा जाता है कि फैशन वक्त के साथ बदलता रहता है, लेकिन आज हम एक ऐसे फैशन ट्रेंड की बात करेंगे, जो बदलते वक्त के साथ आगे बढ़ता गया और आज भी हमारे पसंदीदा परिधानों की सूची में शामिल है। अनारकली सूट में समय के साथ-साथ कई नए प्रयोग हो रहे हैं, जो इसे और दिलकश बना रहे हैं।

वेडिंग या फंक्शन पर जा रहे हैं तो स्टनिंग रेड अनारकली सूट आपकी लुक को एनरिच करेगा। यह पहना हुआ बेहद खूबसूरत लगता है। हैवी एम्बेलिश्ड फ्लोर लैंथ  अनारकली फैशन में है। आप चाहे मोटी हैं या फिर पतली, अनारकली सूट हर किसी पर अच्छा लगता है। अपनी खुशी को इस बार आप ब्राइट रेड कलर से एक्सप्रेस करें।

शरारा: 

शरारा एक एथनिक वियर है जो अब डिफरेंट फैशन शोज़ के कारण फैशन स्टाइल बन गया है। लहंगे जैसा दिखने के बावजूद शरारे और लहंगे में एक बेसिक डिफरेंस है। लहंगा, लांग स्कर्ट की तरह एक पायंचे की वेस्ट टू बाटम घेरदार ड्रेस होती है, जबकि शरारे में दो पायंचे होते हैं और यह वेस्ट से नी तक फिट और नी से बाटम तक खूब घेर वाले होते हैं।

अपनी च्वाइस के हिसाब से आप शरारे के साथ कुर्ती को स्टाइलिश बनवा सकती हैं। आप चाहें कुर्ती शार्ट रख सकती हैं या फिर लांग। वैसे एथनिक शरारा हमेशा लांग कुर्ती के साथ ही पहना जाता था। तो क्यों ना इस बार फंक्शन पर आप भी एक प्यारी सी शरारे कुर्ती वाली ट्रेंडी ड्रेस ट्राई करें। क्लासी लुक के लिए आप ब्राइट रेड शरारा कैरी करें। इसमें बहुत डिफरेंट भी लगेंगी।

Saturday, June 3, 2017

सेकेंड हैंड स्मोकिंग भी है बेहद खतरनाक

स्मोकिंग छोड़ो, ज़िंदगी चुनो

जिन घरों में धूम्रपान किया जाता है, उन घरों के बच्चे तंबाकू के धुएं में ही सांस लेते हुए बड़े होते हैं और न चाहते हुए भी उन्हें 'धूम्रपान' की ज्यादतियों के शिकार होना पड़ता है। बच्चों में यह समस्या इसलिए और भी गंभीर हो जाती है, क्योंकि उनका विकास हो रहा होता है। पेसिव स्मोकिंग या सेकेंड हैंड स्मोकिंग भी बेहद खतरनाक है। सेकेंड हैंड स्मोकिंग के कारण हर साल अस्थमा के नए बाल रोगियों की संख्या बढ़ रही है। धूम्रपान का धुआं बच्चों में निमोनिया या पल्मोनरी ब्रोंकाइटिस अर्थात् सांस के साथ उठने वाली खांसी की समस्या पैदा कर रहा है। विकासशील देशों में हर साल 8 हज़ार बच्चों की मौत अभिभावकों द्वारा किए जाने वाले धूम्रपान के कारण होती है। 

31 मई को दुनियाभर में नो टोबैको डे के तौर पर मनाया जाता है। तम्बाकू से संबंधित बीमारियों की वजह से हर साल क़रीब 50 लाख लोगों की मौत हो रही है, जिनमें लगभग 15 लाख महिलाएं शामिल हैं। यदि इस समस्या को नियंत्रित करने की दिशा में कोई प्रभावी क़दम नहीं उठाया गया तो वर्ष 2030 में धूम्रपान के सेवन से मरने वाले व्यक्तियों की संख्या प्रतिवर्ष 80 लाख से अधिक हो जाएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में क़रीब 25 करोड़ लोग गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, हुक्का आदि के ज़रिये तम्बाकू का सेवन करते हैं।

आंकड़ों की मानें तो पूरे भारत में 10 फ़ीसदी महिलाएं विभिन्न रूपों में तंबाकू का सेवन कर रही हैं। शहरी क्षेत्रों की 6 फ़ीसदी और ग्रामीण इलाकों की 12 फ़ीसदी महिलाएं तम्बाकू का सेवन करती हैं। 151 देशों में किए गए सर्वे के मुताबिक़ लड़कियों में तंबाकू सेवन की प्रवृत्ति लड़कों के मुक़ाबले ज़्यादा तेज़ी से बढ़ रही है। गर्भधारण की अवधि में सिगरेट या बीड़ी पीने वाली महिलाओं को कम वजन के बच्चे पैदा होते हैं। ऐसे बच्चों की रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होती है और वे जल्दी किसी बीमारी से घिर जाते हैं। ऐसे बच्चों को दिमागी लकवे की शिकायत हो सकती है साथ ही सीखने में असमर्थता की भी समस्या होती है। 

एक अध्ययन के अनुसार 91 प्रतिशत मुंह के कैंसर तम्बाकू से ही होते हैं। दिन में 20 सिगरेट पीने से महिलाओं में हार्ट अटैक का ख़तरा 6 गुना और पुरुषों में 3 गुना बढ़ जाता है। पहली बार हार्ट अटैक के लिए 36 फ़ीसदी मरीज़ों में स्मोकिंग ही ज़िम्मेदार होती है। ऐसे हार्ट पेशंट्स जो लगातार स्मोकिंग करते हैं उनमें दूसरे हार्ट अटैक का ख़तरा ज़्यादा रहता है साथ ही अकस्मात मौत का ख़तरा भी बढ़ जाता है। 

धूम्रपान हानिकारक है, यह बात हरकोई जानता है, इसके चलते कई व्यक्ति इस आदत से छुटकारा भी पाना चाहते हैं, लेकिन धूम्रपान बंद करने पर विद्ड्रॉल सिम्पटम होते हैं। ये लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। आम तौर पर देखे जाने वाले लक्षण हैं: नींद आने में दिक्कत, चिड़चिड़ापन, थकान, बेचैनी, मूड अजीब होना, अवसाद, एकाग्रता में दिक्कत, भूख कम या ज्यादा लगना, चक्कर आना, वजन बढ़ना, इत्यादि। धूम्रपान छोड़ने के दो-तीन हफ्ते तक ये लक्षण तीव्र होते हैं जिससे छोड़ने के इरादे पर कायम रहना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए आप किसी अच्छे काउंसलर और डॉक्टर की मदद ले सकते हैं।