Monday, November 30, 2015

विश्व एड्स दिवस : जानकारी ही बचाव है

विश्व एड्स दिवस :  सावधानी ही बचाव का एकमात्र उपाय

आज विश्व एड्स दिवस है। एड्स का पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम।'  ए यानी एक्वायर्ड यानी यह रोग किसी दूसरे व्यक्ति से लगता है। आईडी यानी इम्यूनो डिफिशिएंसी यानी यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता समाप्त कर देता है। एस यानी सिण्ड्रोम यानी यह बीमारी कई तरह के लक्षणों से पहचानी जाती है।

न्यूयॉर्क में 1981 में इसके बारे में पहली बार पता चला, जब कुछ ''समलिंगी यौन क्रिया'' के शौकीन अपना इलाज कराने डॉक्टर के पास गए। इलाज के बाद भी रोग ज्यों का त्यों रहा और रोगी बच नहीं पाए, तो डॉक्टरों ने परीक्षण कर देखा कि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो चुकी थी। फिर इसके ऊपर शोध हुए, तब तक यह कई देशों में जबरदस्त रूप से फैल चुकी थी।

हर साल इस बीमारी से करीब 2 करोड़ लोग जिंदगी की जंग हार जाते हैं। करोड़ों अभी इसके प्रभाव में हैं। अफ्रीका पहले नम्बर पर है, जहां एड्स रोगी सबसे ज्यादा हैं। भारत दूसरे स्थान पर है और प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। भारत में पहला एड्स मरीज 1986 में मद्रास में पाया गया। यदि कहीं पता चलता है कि फलाँ व्यक्ति एड्स रोगी है तो उससे परहेज करते हैं, भेदभाव करते हैं।

भारत में यह बीमारी असुरक्षित यौन संबंधों के कारण फैल रही है। भारत में गाड़ियों के ड्राइवर इसे तेजी से फैलाने का काम कर रहे हैं। अमेरिका में समलैंगिकता के कारण यह तेजी से फैली।

कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है कि यह किस तरह फैलती है और इससे बचने के लिए क्या उपाय करना चाहिए। पुरुष की अपेक्षा स्त्री में 20 गुना ज्यादा संक्रमण होने की आशंका होती है। योनि मैथुन की बनिस्बत गुदा मैथुन इसे फैलाने में ज्यादा सहायक होता है। इसका कारण यह है कि गुदा की म्यूकोजा यानी झिल्ली अत्यंत नाजुक होती है और झिल्ली क्षतिग्रस्त होने पर वायरस खून में शीघ्र पहुँच जाते हैं।

क्या है एड्स


* यह रेट्रो वायरस ग्रुप का एक विचित्र वायरस है, यह आरएनए के दो स्टैंडों से युक्त होता है, जो रिवर्स टासक्रिपटेज की सहायता है डबल स्टैंड डीएनए में परिवर्तित हो जाता है और फिर कोशिकाओं के डीएनए में हमेशा के लिए सुप्तावस्था में पड़ा रहता है।

* एचआईवी वायरस के शरीर में प्रवेश करने, शरीर में सुप्तावस्था में रहने की क्रिया, एचआईवी संक्रमण कहलाती है, इस अवस्था में इंफेक्शन तो होता है, किन्तु बीमारी के लक्षण नहीं होते। संक्रमण को बीमारी की अवस्था में पहुंचने में 15 से 20 वर्ष लगते हैं।

* कई वर्षों तक यह मानव शरीर में पड़ा रहता है और अपनी संख्या बढ़ाता रहता है, दूसरी ओर मावन शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति खत्म करता जाता है।

* जब रोग प्रतिरोधक शक्ति खत्म हो जाती है तो फिर यह जागता है और अपना आक्रमण शुरू करता है। साथ ही शुरू होता है वह समय, जब मरीज धीरे-धीरे मौत की ओर जाने लगता है। मरीज की मौत के साथ ही यह संबंधित के शरीर से समाप्त होता है।

एड्स फैलने के कारण 


* असुरक्षित यौन संबंध इसका सबसे प्रमुख कारण है, इससे एड्स के वायरस एड्स ग्रस्त व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में तुरंत प्रवेश कर जाते हैं।

* बिना जांच का खून मरीज को देना भी एड्स फैलाने का माध्य होता है। खून के द्वारा इसके वायरस सीधे खून में पहुंच जाते हैं और बीमारी जल्दी घेर लेती है।

* नशीले पदार्थ लेने वाले लोग भी एड्स ग्रस्त होते हैं, वे एक-दूसरे की सिरींज-निडिल इस्तेमाल करते हैं, उनमें कई एड्स पीड़ित होते हैं और बीमारी फैलाते हैं।

* यदि मां एड्स से संक्रमित है, तो होने वाला शिशु भी संक्रमित ही पैदा होता है। इस प्रकार ट्रांसप्लांटेशन संक्रमण से भी एड्स लगभग 60 प्रतिशत तक फैलता है। बाकी बचा 40 प्रतिशत मां के दूध से शिशु में पहुंच जाता है।

एड्स के लक्षण 


एड्स के कोई खास लक्षण नहीं होते, सामान्यतः अन्य बीमारियों में होने वाले लक्षण ही होते हैं, जैसे- वजन में कमी होना, 30-35 दिन से ज्यादा डायरिया रहना, लगातार बुखार बना रहना।

एचआईवी नामक विषाणु सीधे श्वेत कोशिकाओं पर आक्रमण कर शरीर के अंतस्थ में उपस्थित आनुवंशिक तत्व डीएनए में प्रवेश कर जाता है, जहाँ इनमें गुणात्मक वृद्धि होती है। इन विषाणुओं की बढ़ी हुई संख्या दूसरी श्वेत कणिकाओं पर आक्रमण करती है। इससे धीरे-धीरे इन श्वेत कोशिकाओं की संख्या घटती जाती है। इसके फलस्वरूप शरीर का प्रतिरोधी तंत्र नष्ट हो जाता है और दूसरे संक्रामक रोगों से बचाव की क्षमता भी क्षीण हो जाती है।

एड्स की जांच

* एलीसा टेस्ट
* वेस्टर्न ब्लॉट टेस्ट
* एचआईवी पी-24 ऐंटीजेन (पी.सी.आर.)
* सीडी-4 काउंट

एड्स का उपचार

* एचआईवी संक्रमित लोगों के लिए आशावान होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे भी लोग हैं जो एचआईवी/एड्स से पीड़ित होने के बावजूद पिछले 10 सालों से जी रहे हैं। अपने डॉक्टरों के निर्देशों पर पूरा अमल करें। दवाओं को सही तरीके से लेते रहना और एक स्वस्थ जीवनचर्या बनाए रखने से आप इस रोग को नियंत्रित कर सकते हैं।
* एच.ए.ए.आर.टी. (हाइली एक्टिव ऐंटी रेट्रो वायरस थेरैपी) एड्स सेंटर पर नि:शुल्क उपलब्ध है। यह एक नया साधारण व सुरक्षित उपचार है।

एड्स को लेकर भ्रम

कई लोग सोचते हैं कि एड्स रोगी के साथ उठने बैठने से यह रोग फैलता है तो यह गलत है। यह बीमारी छुआछूत की नहीं है। एड्स का फैलाव छूने, हाथ से हाथ का स्पर्श, साथ-साथ खाने, उठने और बैठने, एक-दूसरे का कपड़ा इस्तेमाल करने से नहीं होता है। एड्स एक रोग नहीं बल्कि एक अवस्था है। इस बीमारी को लेकर समाज में कई भ्रम हैं जिन्हें दूर करना बहुत जरूरी है. जैसे:

एड्स इन सब कारणों से नहीं फैलता

* घर या ऑफिस में साथ-साथ रहने से.
* हाथ मिलाने से.
* कमोड, फोन या किसी के कपड़े से.
* मच्छर के काटने से.

एड्स पीड़ित व्यक्ति के साथ नम्र व्यवहार जरुरी है ताकि वह आम आदमी का जीवन जी सके। कल एड्स का मतलब था जिंदगी का अंत, पर आज इसे एक स्थाई संक्रमण समझा जाता है, जिसे नियंत्रित किया जा सकता है। भविष्य में हो सकता है एड्स का इलाज संभव हो जाए। फिलहाल सावधानी ही इस रोग से बचाव का एकमात्र उपाय है।

Tuesday, November 24, 2015

ऐसे बनाएं अपनी सर्दियों को हॉट

स्टाइल और पर्सनैलिटी का परफेक्ट तालमेल बनाए सर्दियों को हॉट

मौसम के करवट लेने के साथ ही लोगों के ड्रैसिंग स्टाइल में भी चेंज दिखना शुरू हो गया है। बदलते मौसम के साथ ही फैशन के अनुसार चलने वाले लोगों को यह जानने की इच्छा जरूर होगी कि इस बार सर्दियों का फैशन क्या होगा। भीड़ से अलग खुद की पहचान बनाने के लिए स्टाइल और पर्सनैलिटी का बढि़या तालमेल बेहद जरूरी है। अगर आप सिर्फ स्टाइल के पीछे भागेंगी और फैशन काॅपी करती रहेंगी, तो जरुरी नहीं कि आप दूसरों को इंप्रेस कर पाएं। स्टाइल और पर्सनैलिटी का परफेक्ट तालमेल बनाने के लिए और सर्दियों को स्टाइलिश तरीके से बिताने के लिए आपकी वाॅर्डरोब में कौन-सी ड्रैसिस होनी जरूरी हैं, यह आज हम आपको बता रहे हैं।

स्वेटशर्ट्सः 

अपनी वॉर्डरोब में स्वेटशर्ट्स को जरूर शामिल करें। स्वेटशर्ट में आपको कई स्टाइलिश ऑप्शंस मिल जाएंगे। इस बार कुछ नया स्टाइल और ट्रेंड फॉलो करें। डिजिटल प्रिंट्स और पैटर्न ट्राई करें। स्पोर्टी लुक काफी ट्रेंड में है। यह लुक सद्रियों में  आपकी फैशन स्पिरिट को भी बरकरार रखेगा। 


कार्डिगनः 

ढीले पुलोवर और ओवरसाइज़ वाले स्वेटर को बाय बोलें। इसकी बजाय फिटेड कार्डिगन पहनें जो आपके कर्व्स को हाई लाइट करें। कार्डिगन की सबसे अच्छी बात यह है कि यह बेहद वर्सटाइल होता है। यह आपके लुक को स्पेशल और यूनिक बनाता है। काफी हल्के होने के कारण ये पहनने में भी बेहद आरामदायक हैं और इन्हें पहनने के बाद खुद को ज्यादा कपड़ों में पैक करने की जरूरत नहीं है।


स्टोलः 

फैशन ट्रेंड बन चुका स्टोल ईज़ी टू कैरी है और साथ ही यह एथनिक, वेस्टर्न और फ्यूज़न ड्रेसिस के साथ बखूबी मैच हो जाता है, इसलिए सलवार सूट हो, साड़ी या जींस, सबके साथ आप इसे कैरी कर सकती हैं। सर्दी में भी कम बल्की लेयर्स ज्यादा अच्छी लगती हैं और स्टोल इसके लिए बेहतरीन अॉप्शन है। 


क्रॉप्ड जैकेट्स:

एक और स्टाइलिश ऑप्शन जिसे इन सर्दियों में आपके वॉर्डरोब का हिस्सा बनना चाहिए वो हैं क्रॉप जैकट। इनसे आप अपना स्टाइल स्टेटमेंट बरकरार रख सकती हैं। बोल्ड स्टेटमेंट लुक के लिए हाफ-स्लीव्स वाले क्राप जैकेट पहनें। ये टी-शर्ट और ड्रेसेज़, दोनों के साथ बेहद कमाल का लगेगा।

 

केप्सः 

जैकेट या ब्लेज़र पहन कर बोर हो गई हैं तो केप्स ट्राई करें। इसके बिना सर्दियों का आपका वॉर्डरोब अधूरा है। इसमें आप स्टाइलिश तो दिखती ही हैं साथ ही आपकी फेमेनिटी, ग्रेस और एलिगेंस साफ-साफ नज़र आती है।  इन्हें स्किन-टाइट जींस या स्किनी के साथ टाईअप करिए। इसके साथ हाई-हील्स या स्टिलेटोज़ बहुत सुंदर दिखेंगे।   


स्कार्फः 

स्कार्फ एक ज़रूरी फैशन एक्सेसरी बन चुका है। इसकी मदद से आप कई अलग-अलग लुक्स पा सकती हैं। इसलिए अपने वॉर्डरोब में ढेर सारे बुने हुए और प्रिंटेड स्कार्फ शामिल करें। इन्हें अलग अंदाज में वियर करके आप बेहद स्टाइलिश दिख सकती हैं। 


एंकल बूट्सः 

सर्द मौसम में लॉन्ग बूट्स पैरों को सुरक्षा देने के साथ-साथ पर्सनैलिटी को एक स्टाइल स्टेटमेंट भी देते हैं। इसीलिए अगर आपके पास अब तक एंकल बूट्स का कोई भी पेयर नहीं है तो आज इन्हें खरीदने जाएं। स्वेड लेदर से बने क्लासिक लुक वाले एंकल बूट्स से आपको स्पोर्टी और क्लासिक लुक मिलेगा। 

-मीनाक्षी गांधी

स्टाइल स्टेटमेंट देते लॉन्ग बूट्स

सर्दियों में लॉन्ग बूट्स ट्रेंड में 

सर्दियों के मौसम में कपड़ों के पहनने-ओढ़ने का ही नहीं, फुटवियर्स का भी अंदाज बदल जाता है। सर्दियों के बदलते फैशन में लॉन्ग बूट्स ट्रेंड में हैं। सर्द मौसम में ये पैरों को सुरक्षा देने के साथ-साथ पर्सनैलिटी को एक स्टाइल स्टेटमेंट भी देते हैं। इसीलिए लड़कियों का रुझान लॉन्ग बूट्स की तरफ ज्यादा है। 

कॉलेज हो या पार्टी, हर जगह ग‌र्ल्स इन्हीं फुटवियर्स में दिख रही हैं। ये सभी तरह की ड्रेसिस के साथ फबते हैंं। यही वजह है कि हर अवसर पर ग‌र्ल्स लॉन्ग बूट्स में खुद को कन्फर्टेबल फील करती हैं। इन दिनों लॉन्ग बूट्स में साइड और बैक साइड जिप से लेकर साइड चेन, फैदर, पोल्का डॉट्स, बेल्ट स्टाइल, एनीमल प्रिंट जैसी कई वेरायटी भी इनमें उपलब्ध हैं। इनमें आकर्षक बटनों और लेस आदि का चलन भी है, जो देखने में काफी सुंदर लगते हैं। 

जामुनी, नीले, सुर्ख लाल, हरे आदि कई रंगों के बूट्स बाजार में देखने को मिल रहे हैं।डिजाइनर बूट्स में हाई हील, कैजुअल, एनिमल प्रिंट, मिड काफ, लेंथ बूट्स जैसी ढेरों वैरायटीज है, लेकिन हाई हील डिमांड में अधिक है। इसका कारण यह है कि हाई हील बूट्स हर तरह की ड्रेस के साथ अच्छे लगते हैं। यदि आपकी लंबाई कम है तो इन्हे जरूर कैरी करे। जींस और स्क‌र्ट्स में यह खास लुक देते है।

लॉन्ग बूट्स लेदर, रैग्जीन, वेलवेट, डेनिम आदि कई तरह के फैब्रिक में उपलब्ध हैं। आप अपनी पसंद और कंफर्ट के मुताबिक इन्हें ले सकती हैं। अगर आप पहली बार बूट्स खरीद रही हैं तो शुरुआत एंकल लेंथ बूट्स से करें। बूट्स खरीदते वक्त अपनी लंबाई का भी ध्यान रखें। अगर आपकी लंबाई कम है तो आप नी लेंथ बूट्स न खरीदें, आपको एंकल लेंथ बूट्स ही सूट करेंगे, वहीं अगर आप लंबी हैं तो नी लेंथ या फिर थाई लेंथ बूट्स भी आप पर खूब फबेंगे।

अगर आप नी-हाई बूट्स के साथ शॉर्ट स्कर्ट पहन रही हों तो स्टाइलिश लुक के लिए ओवर द नी सॉक्स पहनें और सॉक्स का कुछ हिस्सा एक्सपोज होने दें। स्कर्ट्स, बूट्स और ओवर द नी सॉक्स को आउटर लेयर में रखें। आप अपनी स्किन फिट जींस या लेगिंग को इनर लेयर में रखें। जेगिंग्स को बूट्स में भी टक कर सकती हैं ये आपको स्टाइलिश दिखाता है।

ऐसा नहीं है कि लॉन्ग बूट्स खरीदने के लिए आपको अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे। आप ब्रांडेड बूट्स की बजाय नॉन ब्रांडेड खरीद सकती है। देसी कंपनियों ने भी लॉन्ग बूट्स के इंटरनेशल डिजाइन पेश किए हैं, जो आपके बजट और पसंद के अनुसार आसानी से मिल जाएंगे।
-मीनाक्षी गांधी

डबल डेनिम में स्टाइल का सफर

डबल डेनिम से पाएं सिंपल लेकिन स्टाइलिश लुक

आजकल डेनिम पर डेनिम पहनने का ट्रेंड छाया हुआ है। डबल डेनिम आपको दोगुना खूबसूरत लुक देता है। अगर आप भी ट्रेंड्स को फॉलो करना पसंद करती हैं और फैशन के अनुसार चलना चाहती हैं तो इस स्टाइल को जरूर ट्राई करें। अगर आप यह नहीं जानतीं कि डबल डेनिम कैसे वियर करें तो हम आपको बता रहे हैं कुछ टिप्स जिनसे आप एक्सपेरिमेंट करके नया लुक पा सकती हैं…

डबल ब्ल्यू की बजाय आप डेनिम के अलग-अलग शेड्स में एक्सपेरिमेंट कर सकती हैं। एक रंग की डेनिम जैकेट को किसी दूसरे रंग की जींस के साथ टीम करें। जैसे व्हाइट जींस के साथ ब्ल्यू डेनिम जैकेट या ब्लैक जींस के साथ chambray शर्ट। ब्लैक जींस लाइट-वॉश डेनिम जैकेट के साथ बेहद स्टाइलिश दिखती है। बस इसके साथ प्लेन व्हाइट टीशर्ट एड कर लें और ब्लैक हील्स के फुटवियर। क्यों है न यह सिंपल लेकिन स्टाइलिश लुक।

प्रिंटिड जींस प्लेन डेनिम जैकेट के साथ टीम करें और पाएं एक खूबसूरत अंदाज। अपनी distressed denim यानी रिप्ड या पुरानी डेनिम को फेमिनीन लुक वाली लेस या एम्ब्रॉयडिड डेनिम जैकेट के साथ वियर करें। इस लुक को आप गर्ली टॉप और स्नीकर से पूरा करें। आप डेनिम जैकेट के साथ फेमिनीन टॉप और जींस पहन सकती हैं। साथ में पहनें हाई हील्स। है ना आपका कैजुअल रफ-टफ गर्ली लुक।
 
डेनिम शेड्स को अपने बॉडी पार्ट्स को फ्लैटर करने या छुपाने के लिए यूज़ करें। जनरल रूल है कि डेनिम के लाइट शेड्स देखने वाले का ध्यान उन बॉडी पार्ट्स की ओर आकर्षित करते हैं जिन्हें इन्होंने कवर किया होता है, जबकि डार्कर शेड्स स्लिमिंग इफैक्ट क्रिएट करते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अधिकतर महिलाओं को डार्क कलर की डेनिम जींस और लाइटर डेनिम टॉप या जैकेट पहनना चाहिए। इस तरह डबल डेनिम आपको ज्यादा अट्रैक्टिव लुक देगा।

डबल डेनिम में सेम वेट और वॉश के डेनिम पहनें। मैचिंग इसमें अच्छी नहीं लगती। क्यूट लेकिन स्मार्ट लुक को पाने के लिए luxe-looking items जैसे स्टेटमेंट हील्स, tuxedo blazer और फैबुलस रेड लिपस्टिक को बिंदास अपनी अाउटफिट में शामिल करें। बस एक बढ़िया हील्स से लुक पूरा करें। ये स्टाइल्स आप पर खूब जंचेगा। घुटनों तक लंबी डेनिम स्कर्ट और tucked-in डेनिम शर्ट परफैक्ट है। खूबसूरत लुक एड करने के लिए इसके साथ न्यूड या ब्लैक हील्स पहनें।

स्ट्रेट लेग जींस के साथ शर्ट या क्रॉप्ड डेनिम जैकेट आपको क्लासिक लुक देगी। सर्दियों में अपनी डेनिम शर्ट के नीचे ब्लैक पोलो टीशर्ट पहनें और कंधे पर लहराएं क्लासिक ब्राउन लैदर बैग। आपका स्टाइलिश डबल डेनिम लुक कमाल का दिखेगा। याद रखें डबल डेनिम के साथ कभी डेनिम शूज़, डेनिम हैट, डेनिम हैंडबैग या कोई और डेनिम एक्सेसरी कैरी न करें। यह आपके लुक को खराब कर देंगे।
-मीनाक्षी गांधी

स्टोलः सर्दी में भी बना रहेगा आपका टशन

वर्सेटाइल स्टोल से पाएं डिसेंट और चिक लुक

सर्दियों के दस्तक देते ही फैशन का फंडा बदल जाता है। युवाओं के पसंदीदा स्टोल का फैब्रिक और पैटर्न दोनों ही बदल जाते हैं। वूलन से बने डार्क और ब्राइट शेड्स के स्टोल फैशनेबल होने के साथ बहुत गर्म भी होते हैं। ये खूबसूरत स्टोल सर्दी से आपको सेफ तो रखते ही हैं, साथ ही डिसेंट और चिक लुक भी देते हैं। ये वर्सेटाइल हैं इसलिए स्कर्ट या जींस-केपरी जैसी वेस्टर्न ड्रेसिस पर भी उतना ही सुंदर दिखते हैं जितना कि सलवार सूट और साड़ी जैसी एथनिक वियर्स पर। यही वजह है कि बाजार में इनकी बड़ी रेंज है, जो हर एज ग्रुप को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।

स्टोल की एक खासियत यह भी है कि यह यूनिसेक्स फैशन में आता है। मेन और वुमन दोनों पर स्टोल बेहद खूबसूरत दिखता है। कलरफुल, बोल्ड प्रिंट्स या सिंपल मोनोक्रोम स्ट्राइप्स या चैक्स, आप अपनी पसंद और अवसर के अनुसार किसी भी स्टोल का चुनाव कर सकते हैं। स्टोल आपका लुक पूरी तरह बदल सकता है। सिंपल कुर्ता-पाजामा के साथ अगर ब्राइट कलर के स्टोल को कैरी किया जाए तो यह आपकी आउटफिट को और भी खूबसूरत बना देगा। अल्ट्रा माचो लुक के लिए अपने स्मार्ट स्टोल को डेनिम जैकेट के साथ पेयर करें। फ्रिंज्ड स्टोल को अगर सही तरीके से न पहना जाए तो यह अॉड दिख सकता है। इसलिए सही ढंग से इसे पहनें।

शादी के समय में चाहे वह मेहंदी समारोह हो या संगीत का पुरूष एथनिक वियर के साथ स्टोल को वेस्टर्न अंदाज में पहनें तो और भी ज्यादा अच्छे लग सकते हैं। यकीन मानें सिर्फ एक स्टोल के साथ आपकी ट्रैडिशनल आउटफिट सुपर कूल दिख सकती है। यह स्टाइल आपको इंडो-वेस्टर्न लुक देगा। लड़कों पर लंबे अंगरखा के साथ ट्राउजर और छोटे अंगरखे के साथ जोधपुरी दोनों ही खूब जचेंगे। सिल्क की धोती और कुर्ते के साथ स्टोल का कांबिनेशन खासतौर पर शादी की रस्म के दौरान पहने जाना वाला बेहतरीन विकल्प है। अचकन और चूड़ीदार पैजामे के साथ स्टोल आपको बेहद रॉयल लुक देगा। साथ में पंजाबी जूती जरूर ट्राइ करें। खास ट्रैडिशनल शेरवानी के साथ प्रिंटिड सिल्क या पश्मीना स्टोल अॉप्ट करें। 

कूल और स्मार्ट लुक को ध्यान में रखते हुए मार्केट में कई रंगों और डिजाइन के वूलेन स्टोल कम कीमत और ढेरों वेरायटी में उपलब्ध हैं, जिनको आप अपनी मैचिंग और च्वाइस के हिसाब से खरीद सकते हैं। कश्मीरी स्टोल को कॉटन व वूल को मिलाकर बनाया जाता है। पशमीना स्टोल सबसे सॉफ्ट व हल्की होती है। लाइट वेट होने की वजह से इसे यंगस्टर्स पसंद करते हैं। रॉ सिल्क स्टोल हाथ से बनाए हुए होते हैं। ये स्टोल लड़कियों को बेहद पसंद है क्योंकि ये पहनने में मुलायम और दिखने में बेहद खूबसूरत होते हैं। फेदर स्टोल बेहद फैंसी होती हैं। हैंडलूम स्टोल हाथ से बनी होती हैं, जो आपके विंटर लुक को एक अलग अंदाज देती हैं। ऑक फॉरेस्ट सिल्क स्टोल में सिल्क की सॉफ्टनेस और वूल की गर्माहट का मिश्रण होता है। 

स्टोल को आप अलग-अलग स्टाइल में पहन सकते हैं। स्टाइलिश लुक के लिए ओवरकोट के साथ स्टोल को गले में डालें। इन्हें गांठ बांधकर या फिर पिनअप करके भी पहना जा सकता है। जींस और शर्ट के साथ सिंपल पोल्का डॉट्स वाले स्टोल को गले में बांध सकते हैं। कैजुअल दिखने के लिए आप स्टोल को गले में बिना गांठ बांधे भी डाल सकती हैं। इसे आप नेक में राउंड पैटर्न और टॉप पर क्रॉस स्टाइल में वियर कर सकते हैं। अच्छी क्वालिटी के स्टोल आप इंटरनेशनल ब्रांडस से भी ले सकती हैं। यदि आप स्टोल पर बहुत ज्यादा इंवेस्ट नहीं करना चाहती तो लोकल मार्किट से आपको 100 रुपए से लेकर 500 रुपए तक में स्टोल मिले जाएंगे। इसलिए ऐसा स्टोल खरीदें जो आपकी पर्सनैलिटी और ड्रेस से मैच करता हो।
-मीनाक्षी गांधी

Tuesday, November 3, 2015

सेट पैटर्न में क्रिएटिविटी एड करके दिखें गॉर्जियस एंड ट्रेंडी

तोड़ें पुराने फैशन ‘रूल्स’   
बनें खुद अपनी ‘स्टाइलिस्ट’


सेट ट्रेंड्स को फॉलो करना ही सिर्फ फैशन नहीं है। कहीं आप भी तो ट्रेंड्स के अकॉर्डिंग खुद को स्टाइल नहीं करती हैं। अगर ऐसा है तो जान लें कि जो ट्रेंड में है उसे बिल्कुल डिटो कॉपी करना जरूरी नहीं है। आप खुद ट्रेंड सैटर बन सकती है और अपना स्टाइल खुद बना सकती हैं। स्टाइलिस्ट और स्टाइल आइकॉन बनने के लिए जरूरी है कि आपमें क्रिएटिविटी हो, लेकिन फैशन की दुनिया पर निगाह रखना भी जरूरी है। सेट पैटर्न में अपनी क्रिएटिविटी एड करके आप गॉर्जियस और ट्रेंडी दिख सकती हैं।

1. ब्राइट कलर्स को एक-साथ न पहनें


दो चटख रंगों को एक साथ कैरी करना न तो हमेशा सही होता है और न ही गलत।  ब्राइट कलर्स आई कैचिंग होते हैं, इसलिए जो चीज़ मैटर करती है वो यह है कि आप कलर-ब्लॉकिंग को कितने बेहतर ढंग से अप्लाई कर पाती हैं। कभी-कभी सेम कलर टोन में पेयर कर सकती हैं तो कभी कॉम्लीमेंट्री कलर्स चुनना बेहतर अॉप्शन रहता है। लेकिन दो ब्राइट शेड्स को अगर परफेक्ट डिटेलिंग के साथ पहना जाए तो कोई भी आउटफिट आपकी लुक्स को कॉम्पलीमेंट करेगी। ब्राइट कलर की ड्रेस पहन रही  हैं, तो एक्सेसरीज़ और फुटवियर में कॉम्प्लीमेंट्री कलर चूज़ करें।

 2. लंबी हैं तो हील्स जरूरी नहीं


हील्स आपके लुक का स्पार्क बढ़ाने का काम करती हैं। हाई हील्स स्टाइलिश आउटफिट्स के स्मार्ट लुक को ग्लैमरस लुक में तब्दील करती है। इसलिए अगर आपकी हाईट बढ़िया है तो ऐसा सोचना कतई सही नहीं है कि हील्स आपके लिए नहीं हैं। ट्यूनिक्स, स्कर्ट और वनपीस जैसी कूल स्टाइलिश आउटफिट्स के साथ हाई हील्स परफैक्ट कांबिनेशन हैं। हील्स न सिर्फ आपके लुक में कुछ इंच एड करती हैं,  आपके पैरों की खूबसूरती को बढ़ाती हैं, बल्कि आपको स्टाइलिश लुक भी देती हैं। इसलिए सुनी-सुनाई बातों पर ध्यान न दें, अपने लुक्स पर फोकस करें।
  

3. हॉरीज़ॉन्टल स्ट्राइप्स और बड़े प्रिंट्स फैटी लुक देते हैं


फालतू बातों पर ध्यान न दें, फैटी लुक से बचने के लिए जरूरी है इन्हें ग्रेसफुली कैरी करने का सही तरीका जानना। फैशन फंडा यह है कि एक स्टाइल को स्पार्कलिंग बनाने के लिए दूसरे स्टाइल के साथ बेहतर मैचिंग करने के तरीके जानें। अगर बॉटम में स्ट्राइप्स कैरी कर रहे हों तो अपर पार्ट प्लेन रखें। यही रूल तब फॉलो करें जब स्ट्राइप्स अपर पार्ट में पहन रही हों। प्लेन  जैकेट और ब्लेज़र प्रिंटेड और स्ट्राइप वियर्स को बैलेंस लुक देते हैं। आप भी बोल्ड लुक के लिए ब्राइट कलर्स की स्ट्राइप्स और बोल्ड प्रिंट्स के कॉम्बीनेशन चुन सकती हैं।  

4. 30 की हैं तो मिनी स्कर्ट न पहनें


लोगों की फालतू बातों पर ध्यान देना बंद करें, आप हर वह आउटफिट कैरी कर सकती हैं, जो आपको पसंद है और जो आपकी बॉडी पर फबता है। उम्र तो सिर्फ नंबर गेम है। इसको अपनी स्टाइल पर हावी न होने दें। ब़़ॉलीवुड डीवाज़ इस मामले में आपकी रोल मॉडल्स हो सकती हैं। उन्होंने फिटनेस और स्टाइल से उम्र के असर को दूर रखा है। आप भी अपनी बॉडी की केयर करें, एक्सट्रा फैट को खतम करें और बिंदास मिनी स्कर्ट और दूसरी शॉर्ट ड्रैसिस पहनें, फिर देखना लोगों के मुंह खुले के खुले ही रह जाएंगे और वे कुछ बोल नहीं पाएंगे और अगर बोलेंगे भी तो सिर्फ आपकी तारीफ में ही।

5. शूज़ और क्लच की मैचिंग


क्लच और फुटवियर न सिर्फ आपकी लुक में ग्लैम एड करते हैं बल्कि इनसे आउटफिट में भी वॉल्यूम एड होती है। इनकी मैचिंग कूल रहती है, पर क्या जरूरी है इसी सेट पैटर्न को ही हमेशा फॉलो किया जाए। मिक्स एंड मैच का थोड़ा सा डेयर कीजिए। आप बेल्ट से मिलता-जुलता या ड्रेस के कन्ट्रास्ट लेकिन कॉम्लपीमेंटिंग कलर चुन सकती हैं। लैपर्ड प्रिंट और रेड एक बेहतरीन चिक कॉम्बो है। सिल्वर क्लच और गोल्ड हील्स देखने वालों की आंखों को चौंधिया देंगी। सॉफिस्टिकेटिड लुक बनाए रखने के लिए टैक्सचर पर ध्यान देना जरूरी है। शूज़ और क्लच का आपका सही चुनाव आपके लुक को वाओ बना देगा।
                                                                         -मीनाक्षी गांधी

वेट लॉसः जानें, मिथक और सच्चाई

वेट लॉस से जुड़े मिथ और उनसे जुड़ी सच्चाई

बढ़ते वजन से परेशान होकर लोग वेट लॉस करने के लिए कई तरह के प्रयास करते हैं। इसके लिए लोग एक्सरसाइज से लेकर खुद को भूखा मारने तक से परहेज नहीं करते। लेकिन इसका नतीजा वेट लॉस न होकर कुछ और ही निकलता है। दरअसल जानकारी और तथ्यों के अभाव में लोग सुनी सुनाई बातों पर अमल करते हैं और वज़न कम करने के अपने टार्गेट को अचीव नहीं कर पाते हैं। वेट लॉस से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथ्स और उनसे जुड़ी सच्चाईयों के बारे में आपको बता रहे हैं।


1. मिथकः भूखे रहना वजन कम करने का अच्छा तरीका

सच्चाईः दिन में एक बार खाने से हमारी बॉडी स्टारवेशन मोड (भुखमरी) में चली जाती है। ऐसे में जब हम कुछ खाते हैं तो वो तुरंत बॉडी फैट में तब्दील होकर चर्बी के रूप में स्टोर हो जाता है। यह भोजन हमारे मेटाबोलिज्म को भी धीमा कर देता है और हमारा वजन कम होने की बजाय बढ़ जाता है। हमें दिन में कम-से-कम 5 मील्स (तीन फुल मील्स और दो स्नैक्स) जरूर खाने चाहिए। स्टडी बताती हैं कि जो लोग ब्रेकफास्ट नहीं करते या कम बार खाते हैं, वे उन लोगों से ज्यादा मोटे होते हैं, जो कई बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाते हैं।

2. मिथकः केवल फल खाने से कम होगा वजन

सच्चाईः दिन भर सिर्फ फल खाने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे देखने में वजन कम लगता है। अगर आप सिर्फ फल ही खा रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आपके शरीर में कार्बोहाइड्रेड की अधिकता हो रही है। एक स्तर के बाद यह कार्बोहाइड्रेड भी शरीर में जमा होने लगेगा और आपका वजन बढ़ेगा। इसके अलावा कुछ फल जैसे सेब में फ्रुकटोज (शुगर) ज्यादा होता है, इन्हें ज्यादा खाने से आपका वजन घटने की बजाय बढ़ जाएगा। 

3. मिथकः कम कैलोरी वाला भोजन कितना भी खा सकते हैं

सच्चाईः कम कैलोरी के भोजन में भी कैलोरी तो होती ही है और इसकी अधिक मात्रा लेने से आपका कैलोरी इनटेक ज्यादा हो जाएगा और वज़न पर आप कंट्रोल नहीं रख पाएंगी। दरअसल, कैलोरी को बर्न करना भी जरूरी होता है, चाहे हम जो भी खाएं।

4. मिथकः हाई प्रोटीन, लो कार्बोहाइड्रेट डाइट लेना हेल्दी

सच्चाईः वजन घटाने के लिए कई बार लोग हाई प्रोटीन और लो कार्ब डाइट लेने लगते हैं, जबकि हमें हमेशा बैलेंस्ड डाइट लेनी चाहिए, जिसमें कार्ब, प्रोटीन, फैट, मिनरल्स आदि सही मात्रा में हों। इस तरह की डाइट से फैट लॉस के बजाय मसल लॉस होता है, जिससे फौरी तौर पर वजन कम होता है, जो बाद में वापस आ जाता है। विभिन्न फूड्स से अलग-अलग तरह के हैल्थ बैनेफिट्स मिलते हैं, इसलिए डाइट में सभी हैल्दी फूड्स को शामिल करना जरूरी है।

5. मिथक- ग्रीन टी कैलोरी और फैट को बर्न करता है

सच्चाई: वेट लूज़ करने में ग्रीन टी सहायक तो है, लेकिन एक हद तक। यह तब तक फायदेमंद है जब तक कि आप दिन में तीन कप से अधिक और खाली पेट इसे नहीं पीते। ग्रीन टी में ज्यादा मात्रा में कैफीन नहीं होता लेकिन जब आप इसे तीन कप से अधिक पीने लगते हैं तो इसमें मिली कैफीन की छोटी सी मात्रा आपके शरीर को नुकसान पहुंचाने लगती है। इसकी अति से अनिद्रा, चिंता, चिड़चिड़ापन और शरीर में आयरन की कमी हो जाती है।

6. मिथकः मिल्क और मिल्क प्रॉडक्ट से बचना चाहिए

सच्चाईः वजन कम करने के लिए डेयरी प्रॉडक्ट्स छोड़ देने की धारणा गलत है। कुछ लोग सोचते हैं कि मलाईयुक्त दूध में पानी मिलाने से फैट कम हो सकता है, लेकिन यह भी गलत है। याद रखें पानी मिला देने से अन्य पोषक तत्व भी घुल जाते हैं। लिहाजा सबसे अच्छा तरीका यही है कि दूध से मलाई निकाल लें और फुल क्रीम की बजाय स्किम्ड या फैट फ्री दूध पिएं। स्किम्ड मिल्क में अन्य पोषक तत्व बने रहते हैं। 

7. मिथकः पानी पीने से वज़न कम करने में मदद मिलती है

सच्चाईः पानी से वेट लूज़ नहीं होता लेकिन इससे आप हाइड्रेटिड रहते हैं और कम खाते हैं। अच्छी हैल्थ के लिए पानी बेहद जरूरी है। कई बार प्यास लगी होती है और हम भूख समझ लेते हैं और स्नैक ज्यादा खा लेते हैं। पानी पीने से भोजन का इनटेक कम हो जाता है। रोज़ाना करीब 1.2 लीटर तरल की हमें जरूरत होती है।

8. मिथकः कठोर एक्सरसाइज़ वेट लॉस का एकमात्र तरीका है

सच्चाईः कठोर एक्सरसाइज़ से ही वेट लूज़ हो, यह जरूरी नहीं है क्योंकि वेट लॉस के लिए रूटीन में रैगुलर फिज़िकल एक्टीविटी जरूरी है जिसका आप लंबे समय तक पालन कर सके। 19 से 64 साल के व्यस्कों को हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट फिजिकल एक्टिविटी में लगाने चाहिए। इस दौरान वे फास्ट वॉक या साइक्लिंग कर सकते हैं। वेट लूज़ करने के लिए जितनी कैलोरी आप कंज़्यूम करते हैं उससे ज्यादा बर्न करने की जरूरत होती है। 

9. मिथकःनॉनवेज खाने से तेजी से घटेगा वजन

सच्चाईः नॉनवेज में खास पोषक तत्व नहीं होते और सेचुरेटेड फैट भी भारी मात्रा में होता है, इससे वज़न तेजी से बढ़ता है। एक सर्च के मुताबिक वेज खाने वाले नॉनवेज खाने वालों की तुलना में 30 फीसदी ज्यादा वेट लॉस करते हैं। यही नहीं शाकाहारी लोगों के शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है जबकि नॉनवेज के संबंध में ऐसा नहीं होता। 

10. मिथकः वजन कम करने वाले प्रॉडक्ट्स असरदार

सच्चाईः वजन घटाने का कोई शार्ट कट नहीं है। वजन कम करने वाले प्रॉडक्ट्स जैसे कि बेल्ट, सोना बाथ, पिल्स आदि वजन कम करने में असरदार नहीं हैं। बाजार में मिलने वाली दवाइयों से वजन घटाना सेहत को मंहगा पड़ सकता है। अगर इनकी मदद से वजन कम होता भी है तो बाद में लौट आता है। ज्यादातर प्रोग्राम और प्रॉडक्ट फैट की बजाय मसल्स और वॉटर लॉस करते हैं।

11. मिथकः वेट मशीन दिखा रही है तो कम हो रहा है वजन

सच्चाईः बार-बार वजन मापने की मशीन पर चढ़कर वजन देखने से वजन की सही तस्वीर पता नहीं चलती। शरीर से पानी, मसल्स या फैट का लॉस होने से भी वजन कम नजर आ सकता है। वजन कम होने की असली पहचान फैट लॉस होना है, न कि वेट लॉस। इसके लिए बॉडी कंपोजिशन एनालिसिस कराना चाहिए।

12. मिथकः कुछ भोजन खाने से कैलोरी बर्न होती है

सच्चाईः इस बारे में परस्पर विरोधी जानकारी है कि कुछ फूड्स के सेवन से मैटाबॉलिक रेट बढ़ता है जिससे ज्यादा कैलोरी बर्न होती है। अगर कुछ फूड्स के सेवन से मैटाबॉलिक रेट बढ़ता भी है तो भी इसकी मात्रा इतनी कम होती है कि ये कोई चमत्कार नहीं कर सकते। इससे बेहतर है, वेट लिफ्टिंग जिससे मसल्स बनते हैं जिनसे आपकी कैलोरी तब भी बर्न होती रहती है जब आप आराम करते हैं। फाइबर का इनटेक बढ़ाना बढ़िया अॉप्शन है क्योंकि यह सिस्टम में ज्यादा समय तक रहता है और एकस्ट्रा पाउंड्स भी कम करता है। 
-मीनाक्षी गांधी

कुछ टिप्स जिससे आपको मिलेगा मेहंदी का गहरा रंग

मेहंदी के रंग में बसा प्यार का रंग

 
1. मेहंदी लगवाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धोएं और इन पर मेहंदी का तेल (सिट्रोनेला ऑयल) लगाएं।
2. मेहंदी को धोने की जल्दबाजी न करें। हाथों पर कम से कम 4 घंटों तक मेहंदी लगी रहने दें।
 
3. सूखने के बाद इसे खुरच कर हटाएं। इसके बाद लगभग 24 घंटों तक पानी से दूर रहें जिससे मेहंदी ऑक्सीडाइस होकर हल्के ऑरेंज से मरून और फिर गहरे भूरे रंग में बदल जाएगी।
 
4. मेहंदी हटाने के बाद इस पर सरसों का तेल लगाएं. आप इस पर आयोडेक्स, टाइगर बाम, विक्स या तिल का तेल भी लगा सकती हैं ये बाम और तेल आपके हाथों को गर्मी देते हैं, जिससे मेहंदी का अच्छा रंग चढ़े
 
5. मेहंदी अच्छी रचे इसके लिए मेहंदी के घोल में लौंग का तेल मिलाया जाता है। अच्छा तरीका है। मेहंदी हटाने के बाद गर्म तवे पर कुछ लौंग डालकर आप अपने हाथों को इनका धुंआ भी दे सकती हैं ।

6. मेहंदी सूखने के बाद नींबू-चीनी का घोल लगाएं, इससे मेहंदी सूख कर गिरती नहीं है।

7. मेहंदी पर एक पतली परत फाउंडेशन की लगाने से कुछ घंटों में इसका रंग गहरा हो जाता है। इसके पीछे का लॉजिक यह हो सकता है कि फाउंडेशन हाथों की गर्मी के साथ मिलकर ऑक्सीडाइस होकर मेहंदी को गहरा रंग देता है।
 
8. अगर आपने सर्दियों में मेहंदी लगवाई है तो अपने हाथों को किसी गर्म रजाई या कंबल से ढक लें और सुबह तक इसकी गर्मी से मेहंदी का अच्छा रंग चढ़ जाएगा।
 
9. अगर किन्ही वजहों से आपकी मेहंदी का रंग अच्छा नहीं आया है तो परेशान न  हों। अपने हाथों पर एक पतली परत भीगे हुए चूने की लगा लें। यह एक प्रोफेशनल ट्रिक है, पर यह तभी काम करेगा अगर आपने अपने हाथों पर पानी नहीं डाला होगा।
 
10. अगर आप कोई नया मेहंदी आर्टिस्ट बुक कर रही हैं तो उसकी क्वालिटी पहले ही परख लें। पैच टेस्ट करें। अगर इसका रंग जल्दी (8 घंटों के अंदर) ही गहरा हो जाता है तो इसका मतलब इसमें केमिकल्स हैं। शुद्ध मेहंदी का घोल गहरे हरे रंग का होता हैं वहीं केमिकल्स के साथ इसका रंग काला लगने लगता है।

तैयार हो जाएं सबकी वाह-वाही बटोरने के लिए

दिवाली पर आप भी गिराएं बिजलियां

दिवाली को अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं और अगर आप अभी भी यह डिसाइड नहीं कर पाईं हैं कि क्या पहनें और क्या नहीं, तो आपको बिलकुल भी देर नहीं करनी चाहिए और शॉपिंग के लिए निकल पड़ना चाहिए। यह एक दिन का त्योहार है लेकिन हर महिला के लिए यह दिन बेहद खास होता है। इसलिए आप कुछ भी ऐसे ही उठाकर नहीं पहन सकती, इस बार आपका आउटफिट कुछ खास होना चाहिए। इस टाइम को रॉकिंग बनाइए, न्यू लुक्स ट्राई कीजिए, क्योंकि यह मौका है खुद पर एक्सपेरिमेंट करने का। तभी तो आपकी सहेलियां भी आपको देख कर कितनी भी ईर्ष्या करें, लेकिन आपकी तारीफ किए बगैर नहीं रह पाएंगी।

जब बात फ़ैशन की हो तो बॉलीवुड को आप नज़रअंदाज़ नहीं कर सकती हैं। स्टाइल, अदा और नए फैशन ट्रेंड्स बनाने में ये ही स्टाइल आइकॉन हैं। ये हमारे लिए फ़ैशन इन्सपिरेशन बन गई हैं। महिलाएं इन्हें ही फॉलो करती हैं और सभी उनकी ही स्टाइल के कायल हैं। आप भी उनकी स्टाइल ट्रिक्स को अपने तरीके से अपनाकर फैशन की दुनिया में छा सकती हैं। तो फिर जल्दी से शॉपिंग कीजिए, खुद को संवारिए, कॉन्फीडेंस को बढ़ाइए औऱ फिर देखिए दिवाली के दिन आपके हुस्न का जादू उनकी आंखों में कैसी प्यार भरी बेचैनी पैदा करता है। तो तैयार हैं न आप सबकी वाह-वाही बटोरने के लिए..

समझ नहीं आता कि क्या पहनें? 


अधिकतर देखा गया है कि महिलाओं को मार्किट में जाने के बाद समझ में नहीं आता है कि वे किस कलर की ड्रेस खरीदें जो उन पर डीसेंट भी लगे और स्टाइलिश भी।  ब्लैक को क्लासिक से रीलेट करते हैं वैसे ही लाल को सेक्सी कलर माना जाता है। वेडिंग कलर माना जाना वाला रेड कलर अब एवरग्रीन के रूप में पहना जा रहा है। 

जब आपको लाजवाब लगना हो तो लाल आपको कभी निराश नहीं करेगा। रेड कलर के कपड़े पहनने से लुक पर काफी असर पड़ता है। रेड कलर फैमिली के किसी भी शेड के ड्रेस पहनने से स्किन कॉम्प्लेक्शन भी ब्राइट हो जाता है। इसमें आप स्लिम भी दिखती हैं। इनोवेटिव के साथ ही यह डिसेंट लुक देता है। रेड कलर कई शेड्स में मौजूद है, जिसे पसंद व स्किन टोन के अनुसार सलेक्ट किया जा सकता है। रेड कलर फैमिली में चेरी, मैजेंटा, वाइन, ऑरेंज, मरुन शामिल है। रेड कलर मैचिंग या कंट्रास में डिफरेंट लुक देता है। मसलन रेड एंड व्हाइट, ब्लैक एंड रेड, हाफ व्हाइट एंड रेड  का कॉम्बिनेशन सबसे बेस्ट माना जाता है। 

इंडियन वियर है लाजवाब


फंक्शंस और फेस्टिव मूड में आउटफिट बहुत मैटर करता है। इसी से आपकी लुक्स फेस्टिव बनती है। इसीलिए हम सलाह देंगे कि आप वो ड्रेस चुनें जो ट्रेडिशनल  हो। हिंदुस्तानी वुमेन पर इंडियन वियर सबसे ज़्यादा फबता है। यह एकदम से आपके आम से दिखने वाले लुक को ग्लैम लुक में बदल देता है। यह आपके सबसे बेहतरीन फीचर्स को हाइलाइट करके आपको गॉर्ज्यिस दिखाता है। एक स्मार्ट फिटिड अनारकली सूट, मैक्सी गाउन, ट्रैडिशनल सूट या साड़ी पहनें। 

एलिगेंस और ग्रेस से भरी साड़ी किसी भी ओकेज़न में रौनक ला सकती है। साड़ी पहननी है तो आप धोती स्टाइल साड़ी ट्राई कर सकती हैं। सूट पहन रही हैं तो दुपट्टा जुदा अंदाज में टक करें। अनाकली के साथ आप लेटेस्ट ट्रेंड ‘फ्लोरल्स’ का एक्सपेरिमेंट कर सकती हैं। फ्लोरल अनारकली आपको एकदम अलग लुक देगा। मैक्सी गाउन पहन रही हैं तो ट्रेडिशनल इंडियन स्टाइल का एम्ब्रॉयडरी वाला पहनें, यह आप पर बहुत खिलेगा।तो बस तैयार हैं आप करवाचौथ के लिए स्टाइलिश अंदाज़ में। अब आइने में निहारें खुद की खूबसूरती। ध्यान रखें, कहीं खुद की ही नज़र न लग जाए।

मेकअप का जादू


सेक्सी दिखना अच्छा है लेकिन दिवाली एक ट्रेडिशनल इवेंट है तो अपने लुक को मेकअप से बैलेंस टच दें।अगर आपने अभी तक स्मोकी आई लुक ट्राई नही किया है तो यह उसके लिए बेस्ट टाइम है। दिवाली में स्मोकी आई लुक आपको गॉर्जियस और पर्फैक्ट बना देगा। इसके साथ न्यूड लिपस्टिक और थोड़ा-सा ब्लश का टच ट्राई करें। यह आपकी आंखों को हाइलाइट करेगा। आपका मेकअप थोपा हुआ नहीं लगेगा, बल्कि आपको एक सेक्सी ग्लैमरस लुक देगा। इस लुक का प्रभाव कातिलाना होता है। मतलब आप बिजलियां गिराने की तैयारी में हैं।  
-मीनाक्षी गांधी

घरेलू नुस्खों से स्किन बनेगी गोरी और बेदाग

इससे चेहरे के निशान भी दूर होते हैं और रूप भी निखरता है


साफ़, दमकती सुंदर त्वचा कौन नहीं चाहता है? लेकिन दाग-धब्बे सुंदरता में बाधक हैं। फिर चाहे वो धूप की वजह से टैनिंग हो या बरसों पुराना चोट का निशान हो। कुछ दाग काफी ज़िद्दी होते हैं और ये कई कोशिशें करने के बाद भी नहीं जाते। परंतु घरेलू नुस्खों से आप इन धब्बों से न सिर्फ छुटकारा पा सकती हैं, बल्कि आपकी स्किन भी ग्लोइंग हो जाएगी...

चेहरे के दाग-धब्बे आपकी खूूूबसूरती को जैसे कहीं छुपा देते हैं। चेहरे के बदसूरत दागों को हटाना हर लड़की की चाह होती है। दाग-धब्बों से निज़ात पाने का पहला स्टेप है कि जैसे ही आप उन्हें देखें उनका ईलाज शुरू कर दें। मुंहासों को बिल्कुल ना नोचें और ब्लैकहेड्स या व्हाइटहेड्स को ज़बरदस्ती निकालने की कोशिश ना करें। माइल्ड फेस वॉश से चेहरा नियमित रूप से धोएं और हफ्ते में एक बार हल्का एक्सफोलिएशन करें। धूप में ज़्यादा समय ना रहें।अगर आपको धूप में जाना पड़े तो हाई एसपीएफ का सनस्क्रीन ज़रूर इस्तेमाल करें। इससे आप पिगमेंटेशन और दाग-धब्बों से बच सकती हैं। सोने से पहले अपना मेक-अप उतार कर फेश वॉश कर लें और फिर कैलामाइन लोशन लगाएं।


1.नींबू का रस


नींबू के रस में सिट्रिक एसिड की मात्रा अधिक होती है। यह स्किन को एक्सफोलिएट करने के साथ-साथ एक्स्ट्रा अॉयल भी हटाता है और मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को भी ख़त्म करता है। नींबू पानी में एक टीस्पून शहद मिलाकर पीने से आपको दमकती त्वचा मिल सकती हैं।  

नींबू के रस को कॉटन की मदद से स्किन पर लगाएं। नींबू में एसिड अधिक मात्रा में होता है तो ख्याल रखें कि इसे स्किन पर 10-15 मिनट से ज्यादा देर ना रहने दें, ऐसा करने से स्किन में इरिटेशन हो सकती है। फिर चेहरा ठंडे पानी से धो लें। एक बाल्टी गुनगुने पानी में दो नींबू का रस मिलाकर कुछ महीने तक नहाने से त्वचा का रंग निखरने लगता है।


2. टमाटर का पल्प


टमाटर में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं इसलिए यह ग्लोइंग स्किन के लिए बेहद मुफीद है। टमाटर और दूध मिलाकर लगाने से क्‍लींजर का काम करता है। यह क्लीनज़र ना सिर्फ त्वचा से तेल निकालता है, बल्कि इससे डेड स्किन सेल्स भी हट जाती हैं। इससे चेहरे के निशान भी दूर होते हैं और साथ ही रूप भी निखरता है। हैल्दी स्किन पाने के लिए ताज़े टमाटर को नियमित रूप से अपनी डाइट में शामिल करें। 

टमाटर के पल्प से अपनी स्किन पर अच्छी तरह मसाज करें और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर इसे ठंडे पानी से धो लें। इससे न सिर्फ स्किन साफ़ होती है, बल्कि बड़े पोर्स भी शरिंक होते हैं। मुंहासे दूर करने के अलावा यह सनटैन से भी छुटकारा दिलाने में मददगार है। 

3. चन्दन और गुलाबजल


गोरी रंगत देने के अलावा चंदन और गुलाबजल दोनों ही दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाने और स्किन को रेडियंट बनाने में बेहद असरदार हैं। ये एलर्जी और पिंपल भी दूर करते हैं। दोनों को साथ में इस्तेमाल करने से आपको चमत्कारी नतीजे मिलते हैं।  

चंदन पाउडर और गुलाबजल को समान मात्रा में लें और फाइन पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन में अच्छी तरह से लगाएं। जब यह सूखने लगे तो इसे धो लें। ऐसा नियमित रूप से करने से आपको फ्लोलैस स्किन मिल सकती हैं। 

4. मेथी के पत्ते


अगर आप डार्क स्पॉट्स या मुंहासों के निशान से छुटकारा पाना चाहती हैं तो मेथी के पत्ते बहुत मददगार साबित होंगे। मेथी के पत्तों को चाय की तरह भी पी सकते हैं। पत्तो के साथ थोड़ी सी दालचीनी  डाल कर चाय बनाएं। यह पीने में टेस्टी है और स्किन की अच्छी दोस्त भी।  

मेथी के पत्तों को पानी के साथ अच्छे से मैश करके इनका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने पूरे चेहरे पर अच्छी तरह लगाएं और 20-30 मिनट के लिए छोड़ दें। जब यह पेस्ट पूरी तरह सूख जाए तब चेहरा ठंडे पानी से धो लें।

5. केले और खीरे का पैक


केला और खीरा दोनों ही स्किन के लिए बहुत गुणकारी होते हैं। इनका मेल स्किन को बेहतरीन फायदे देता है। पका हुआ केला खाने में अच्‍छा नहीं लगता लेकिन आप इससे मॉइस्‍चराइजिंग फेस पैक बना सकते हैं। यह त्‍वचा से मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है और नमी प्रदान करता है। खीरे के प्रयोग से त्वचा स्वस्थ एवं तंदरूस्त रहती है। 

छोटा आधा खीरा और एक केला मैश कर लें। इसमें एक टेबलस्पून शहद और एक नींबू का रस मिलाएं। इस में दो बूंद अॉलिव आयल की डालें और अच्छे से मिलाएं। 
इस पेस्ट को चेहरे पर अच्छी तरह लगाएं और सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। 

6. चावल का आटा


खूबसूरत और युवा त्वचा पाने के लिए चावलों का इस्तेमाल कई सदियों से हो रहा है। चीन और जापान की लड़कियों की खूबसूरत स्किन का राज़ है घर का बना चावल का फ़ेस स्क्रब। 

चावल के आटे और शहद को मिला कर पेस्ट बना लें। इसे अपने चेहरे और गर्दन पर अच्छी तरह लगा लें। जब यह सूख जाए, तो पानी से चेहरा व गर्दन साफ कर लें। यह बहुत बढ़िया एक्सफोलिएंट और मॉइस्चराइज़र है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और स्किन नर्म और मुलायम हो जाती है।

7. केसर 


झुर्रियां आपके चेहरे की रंगत चुरा सकती हैं और इनका असर आपको समय से पहले ही बूढ़ा दिखा सकता है। केसर ना केवल चेहरे से दाग-धब्‍बे हटा कर चहरे को चमकदार बनाता है, बल्कि आपकी खोई रंगत भी लौटाता है।

दही और क्रीम में थोड़ा सा केसर मिला लें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। सूखने के बाद इसे धो लें। इससे इस्तेमाल से कुछ दिन में आपकी त्वचा गोरी होने लगेगी।

8. हल्दी 


त्वचा की रंगत को निखारने के लिए हल्दी एक अच्छा तरीका है। हल्‍दी पाउडर में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण त्‍वचा संबंधी आम समस्‍याओं जैसे रैशेज को दूर करने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें मौजूद कुरकुमीन नामक तत्‍व त्‍वचा को आंतरिक रूप से चमक देते है। 

हल्दी में ताजी मलाई, दूध और बेसन या फिर आटा मिला कर गाढा पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। सूखने पर ठंडे पानी से धो लें।

9. शहद


शहद में एंटी-बैक्‍टीरियल गुण होते हैं। शहद लगाने से त्‍वचा एकदम चमकदार बनती है। 

एक बाउल में दो बड़े चम्‍मच शहद लेकर उसमें दो चम्‍मच दालचीनी पाउडर मिलाकर अच्‍छे से मिक्‍स कर दें। इसे अपने चेहरे और गर्दन पर लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर अच्‍छे से पानी से साफ कर दें। यह उपाय कोमल त्वचा पाने के लिए बहुत फायदेमंद है।

10. ग्रीन टी


ग्रीन टी एंटी-ऑक्‍सीडेंट से भरपूर होने के कारण त्‍वचा को जवां बनाए रखने में मदद करती है। इसमें कैफीन की मात्रा बहुत कम होने के कारण यह त्‍वचा को ड्राई होने से बचाती है और त्‍वचा को मुलायम बनाती है। 

ग्रीन टी के बैग को फ्रिज में ठंडा करके उपयोग कर सकती हैं या पानी को उबाल लें और उसमें ग्रीन टी की पत्तियां मिला लें। फिर इसे ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इसमें कुछ बूंदे शहद की मिलाकर इसे कॉटन की मदद से चेहरे और गर्दन पर लगाएं। 10 मिनट ऐसा ही लगा रहने के बाद इसे पानी से धो लें। 
-मीनाक्षी गांधी

टर्टलनेक आउटफिट्स: हॉटेस्ट फैशन ट्रेंड

टर्टलनेक पहनें
स्टाइलिश दिखें

सर्दी ने अपने आने की आहट दे दी है। सुबह-शाम की गुलाबी सर्दी और त्योहारों का सीज़न फैशन पसंद और ट्रेंड फॉलो करने वालों के लिए अपनी बार्डरोब अपडेट करने का समय होता है। सर्दियों का फैशन यानी जैकेट और स्वेटर्स। सर्दियों में वुलंस के कई ऑप्शंस होते हैं हालांकि हर सीज़न में कुछ नए ट्रेंड्स एड होते रहते हैं। टर्टलनेक आउटफिट्स इस सीज़न के हॉटेस्ट फैशन ट्रेंड्स में से एक है। युवाओं पर ये सबसे ज्यादा फबते हैं।

टर्टलनेक स्वेटर्स न सिर्फ आपको बेहद स्मार्ट लुक देते हैं, बल्कि सर्दी से सुरक्षा कवच भी दिलाते हैं। इसलिए यह स्टाइल हर सीजन में चलन में रहता है। स्लिम और लंबी गर्दन वाले लोगों पर टर्टलनेक सबसे ज्यादा जंचती हैं। इससे आपकी पर्सेनालिटी उभरकर आती है और आपका लुक भी बेहद आकर्षक लगता है। जब भी टर्टलनेक ड्रेस पहनें तो हील्स जरूर कैरी करें। ओवर-द-नी बूट्स या घुटनों तक लंबे बूट्स के साथ पेयर करने पर तो ये बेहद अमेज़िंग लुक देते हैं। 

टर्टलनेक स्वेटर्स को किसी भी अवसर पर पहन सकती हैं। टर्टलनेक आउटफिट्स को पहनने के कई स्टाइलिश तरीके हैं, जिन्हें आप मिक्स एंड मैच करके विभिन्न लोअर्स के साथ टीम-अप कर सकती हैं। ट्राउजर, कॉटराय ट्राउजर या स्कर्ट के साथ ये बेहद स्मार्ट और स्टाइलिश लुक देंगे। किसी भी कैजुअल ब्लू जींस पर ये स्वेटर बिल्कुल कैजुअल और कंफर्टेबल लुक देते हैं। आप इन्हें किसी भी सेमीफॉर्मल जैकेट के भीतर भी ट्राइ कर सकती हैं। खासतौर पर प्लेन टर्टलनेक स्वेटर जैकेट के साथ पहनने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। 

टर्टलनेक स्वेटर्स कई रंगों, स्टाइल्स, पैटर्न और डिज़ाइंस में मार्केट में अवेलेबल हैं, जिनमें से आपको अपनी पसंद के हिसाब से चुनना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। आप वो स्वेटर चुनें जो आपके स्टाइल को मैच करता हो। आपको फैशन और ट्रेंड को फॉलो करने के साथ-साथ यह भी ध्यान रखना होगा कि आपका आउटफिट आपको मौसम की सर्द हवाओं से भी बचाए। महिलाएं हों या पुरुष, कार्डिगंस का चयन अगर आप समझदारी से करती हैं तो फैशनेबल व ग्रेसफुल दिखेंगी। अगर आप कॉलेज गोइंग गर्ल हैं और अपने लिए स्वेटर खरीदने जा रही हैं तो फिटिंग का सबसे ज्यादा ध्यान रखें। अगर फिटिंग सही नहीं होगी तो आप ज्यादा ब्रॉड या बल्की लुक दे सकती हैं।
-मीनाक्षी गांधी