फिल्म की प्रमोशन के लिए ‘फुकरे’ पहुंचे पंजाब केसरी के कार्यालय
टैग लाइन : ‘गोइंग चीप’
प्रोड्यूसर: फरहान अख्तर, रितेश सिधवानी:
स्टोरी, डायलग्स, स्क्रीनप्ले: विपुल विग
सह-निर्माण : एक्सेल एंटरटेनमेंट
डायरैक्टर : मृगदीप सिंह लांबा
संगीतकार : राम सम्पत
यंगस्टर्स को टार्गेट करके बनाई गई फिल्म ‘फुकरे’ नए कलाकारों से सजी है। इसमें पुल्कित सम्राट, मनजोत सिंह, अली फैजल, रिचा चड्ढा, वरुण शर्मा, प्रिया आंनद और विशाखा सिंह ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म दिल्ली में रहने वाले चार ‘फुकरों’ की कहानी है जो लोगों में बसे ‘फुकरेपन’ को सलाम करती है। इनकी जिंदगी उन्हें एक-दूसरे से मिलाती है और एक दूसरे के साथ कुछ इस कदर बांध देती है कि ये चारों अच्छे दोस्त बन जाते हैं। दरअसल, ये चारों फुकरे कॉलेज में प्रवेश लेने और गर्लफ्रैंड बनाने के लिए पूरी तरह से जद्दोजहद कर रहे हैं।
दिल्ली की ठेठ भाषा में ‘फुकरे’ शब्द का अर्थ ‘किसी काम के लायक ना होना’ होता है, जबकि रिचा चड्ढा इसे फकिराना तरबीयत के साथ जोड़ती हैं। उनका कहना है कि इन लोगों के सपने तो बहुत बड़े-बड़े हैं लेकिन इनकी जेब में पैसे नहीं हैं। इसलिए ये फुकरे हैं। ‘फुकरे’ 14 जून को रिलीज की जाएगी।
मूवी ‘बिट्टू बॉस’ में काम कर चुके पुलकित सम्राट दिल्ली में जन्मे एक एक्टर मॉडल हैं जो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ फेम लक्ष्य विरानी के नाम से ज्यादा जाने जाते हैं। 2012 में पुलकित की पहली हिंदी फिल्म थी ‘बिट्टू बॉस’, जिसमें इन्होंने अमिता पाठक के साथ काम किया था। पुलकित की यह दूसरी फिल्म है। ‘फुकरे’ में यह हनी का किरदार निभा रहे हैं जो चूचा (वरुण शमाई) का जिगरी दोस्त है। ये दोनों मिलकर पैसों का खूब जुगाड़ लगाते हैं। फिल्म में होता कुछ ऐसा है कि चूचा को रात में सोते समय कुछ अजीबो-गरीब सपने दिखते हैं, जिनसे हनी एक नंबर बनाता है और फिर उस नंबर से वे लॉटरी का टिकट खरीदते हैं। और इस तरह जुगाड़ होता है इनके रोजाना के खर्चों का।
चूचा का रोल निभाया है वरुण शर्मा ने जो जालंधर से हैं। एपीजे स्कूल से पासआउट होने के बाद चंडीगढ़ में पढ़ाई के साथ इन्होंने थिएटर और ड्रामा भी खूब किया। इसी दौरान जब इन्टर्नशिप के लिए मुंबई गए तो वहां इन्हें यह दमदार रोल मिल गया। खुद को बेहद सौभाग्यशाली मानने वाले वरुण कहते हैं कि अगर आप मेहनती हैं तो छोटे शहर से हों या बड़े शहर से, कोई फर्क नहीं पड़ता। सफलता आपके कदम चूमती है।
इन फुकरों के रोजाना के खर्चे तो पूरे हो जाते हैं पर सपने तो अक्सर बड़े होते हैं और इन सपनों को पूरा करने के लिए पैसे भी ज्यादा होते हैं। पैसों के लिए ये रिचा चड्ढा के पास जाते हैं जो भोली पंजाबन का रोल कर रही हैं। पर वो भोली तो कतई नहीं हैं। अपने दिए पैसे वसूलना वो बखूबी जानती हैं। रिचा ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में नगमा के दमदार रोल से फेम में आई थीं। ‘ओए लक्की लक्की ओए’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली रिचा ने इस फिल्म में बहुत कड़क मिजाज लड़की का रोल निभाया है।
संगीत दर्शकों को फिल्मों की ओर खींचता है और ‘फुकरे’ में छह गीत हैं जो सभी धमाल मचा रहे हैं। ये गीत हैं ‘फुक फुक फकरे’, ‘बेड़ा पार’, ‘लग गई लॉटरी’, ‘जुगाड़ कर ले’, ‘रब्बा’ और ‘अम्बरसरिया’। इनमें ‘अम्बरसरिया’ पंजाब में संगीत प्रेमियों को खूब लुभा रहा है। यह एक रोमांटिक गीत है जिसे सोना मोहापात्रा ने गाया है। यह गीत रिचा का भी बेहद पसंदीदा है और वह अक्सर इसे गुनगुनाती भी हैं।
इस फिल्म में अपनी भूमिका के बारे में रिचा कहती हैं कि जितना मजा फुकरे में काम करके आया वैसा ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में नहीं आया क्योंकि उस फिल्म में उन्हें अपने से दोगुनी उम्र के कलाकारों के साथ काम करना पड़ा था जबकि फुकरे पूरी तरह से मस्ती भरी फिल्म है और इसकी स्टार कास्ट भी बहुत यंग है।
अली फैजल इस फिल्म में संगीतकार का रोल निभा रहे हैं। पैसों की तंगी तो उन्हें भी खूब रहती है। इसी पैसों के चक्कर में वह चूचा और हनी के संपर्क में आते हैं और फिर ये सब मिलकर कैसे पैसों का जुगाड़ करते हैं यह देखने लायक हैं। लोगों को बेवकूफ बनाना तो इनके बस बाएं हाथ का कमाल होता है। फिर चाहे किसी की कार के पहिए बेचने की हिमाकत करें या किसी के स्कूटर पर बिक्री का बोर्ड लगाकर उसे ही बेच दें।
फुकरे का सबसे क्यूट किरदार निभाया है मनजोत ने। यह ‘ओए लक्की लक्की ओए’ से फिल्मी दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले मनजोत का किरदार फुकरे में बहुत हटकर है। यह भगवान को मानने वाले या यूं कहें कि हर काम के लिए भगवान से मदद मांगने वाले हैं। अगर इन्हें अपनी गर्लफ्रैंड के लिए कॉलेज में एडमिशन लेनी होती है तो भी यह भगवान जी का ही दरवाजा खटखटाते हैं और अगर अपने पापा से कुछ मनवाना होता है तो भी इन्हें भगवान ही याद आते हैं। पर यह क्यूट सा करैक्टर इन पर सूट भी खूब करता है।
14 जून को रिलीज होने वाली फिल्म ‘फुकरे’ से इन सभी कलाकारों को काफी उम्मीदें हैं। सभी ने इसमें खूब मस्ती की है और दर्शकों को हंसाने की कोशिश भी। अब इस कोशिश में यह कितना कामयाब होते हैं, फिल्म बॉक्स आफिस पर कितना धमाल कर पाती है इसका पता तो 14 जून को ही चलेगा।
-मीनाक्षी गांधी
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