मेहरबानी नहीं तुम्हारा प्यार मांगा है: शाहरुख खान
शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण अपनी फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रैस’ को बड़ी हिट बनाने के लिए उसकी प्रोमोशन के लिए जालंधर आए। फिल्म में कॉमेडी के साथ-साथ ज़बरदस्त एक्शन भी है।
यह पहला मौका है जब आप रोहित शेट्टी
के साथ काम कर रहे हैं। रोहित इससे पहले ‘गोलमाल सीरिज’ की तीन फिल्में अजय
देवगन के साथ कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने अजय देवगन की सुपरहिट
फिल्में ‘सिंघम’ और ‘बोल बच्चन’ का निर्देशन भी किया। आपने इससे पहले रोहित
के साथ काम क्यों नहीं किया?
शाहरुख खान: रोहित शैट्टी जिस तरह की फिल्में
बनाते हैं, वो अपने आप में ही यूनीक हैं। उनमें एक्शन भी होता है और
कॉमेडी भी। मैंने और भी कई दिग्गज डायरैक्टर्स के साथ काम किया है और भगवान
की दया से वे फिल्में काफी हिट भी रही हैं। दरअसल, रोहित ने मुझे एक फिल्म
की कहानी सुनाई, जो मुझे काफी अच्छी लगी और उसके बाद उन्होंने मुझे
‘चेन्नई एक्सप्रैस’ की कहानी मेरे सामने रख दी। यह भूमिका मुझे इतनी पसंद
आई कि मैंने तुरंत हां कह दी। वह कागज पर फिल्म की कहानी और उसका
प्रस्तुतिकरण कैसा हो, यह बहुत अच्छे तरीके से लिख लेते हैं। उससे कलाकारों
को बहुत आसानी हो जाती है।
दीपिका के साथ आपकी यह दूसरी फिल्म है, आपको इस फिल्म में काम करते हुए दीपिका में क्या फर्क दिखाई दिया?
शाहरुख खान: दीपिका पहले से ज़्यादा परिपक्व
हो गई हैं। मैंने दीपिका के साथ फिल्म चाहे पांच साल के बाद की है, पर इस
बीच हमारी अच्छी दोस्ती रही। मैंने दीपिका की बहुत सी फिल्में देखी हैं
जिनमें ‘ये जवानी है दीवानी’, ‘कॉकटेल’ और ‘लव आज कल’ में उनका काम काफी
अच्छा लगा।
चेन्नई एक्सप्रैस में साउथ के
सिनेमा का टेस्ट नजर आता है, इसकी कोई खास वजह? क्या बॉलीवुड अब साउथ
सिनेमा से इंस्पायर होकर चल रहा है?
शाहरुख खान: ऐसा नहीं है। हां, वो अलग बात है
कि इस फिल्म के अंदर आपको साउथ की झलकियां जरूर मिलेंगी। जैसे कि वहां का
डांस तपनकुड्डु, दीपिका का ड्रैसअप और चेन्नई एक्सप्रैस की 99 फीसदी टीम
साउथ की ही थी। फिल्म चेन्नई एक्सप्रैस क्रॉस कल्चल क यूनिकेशन के रूप में
नकार आएगी।
फिल्म के एक गीत में रजनीकांत का पोस्टर दिखाया गया है। इसकी फिल्म में क्या प्रासंगिकता है?
शाहरुख खान: रजनीकांत एक बहुत ही महान नायक
हैं। हमारी तुलना उनके साथ नहीं की जा सकती है, परंतु इस के जरिए चेन्नई
एक्सप्रैस की टीम ने उन्हें ट्रिब्यूट दी है। हम चाहते तो थे कि रजनीकांत
इस फिल्म में हमारे साथ होते, पर इतने बड़े कलाकार की डेट्स मिलना भी इतना
आसान नहीं होता है।
फिल्म का नाम और टेस्ट साउथ को दर्शाता है जबकि आप इसकी प्रोमोशन के लिए पंजाब आए हैं। इसकी खास वजह क्या रही?
शाहरुख खान: हंसते हुए, पंजाबी प्यार ही
बहुत करते हैं, इसलिए पंजाब आना तो बनता था। (फिर थोड़ा भावुक होते हुए)
पंजाब में अमृतसर में मैंने दो फिल्मों ‘वीर-जारा’ और ‘रब्ब ने बना दी
जोड़ी’ की शूटिंग की थी। तब मुझे यहां प्यार और अपनापन मिला कि उसे आज भी
नहीं भूल पाया हूं। मैं जालंधर से यश चोपड़ा जी के कारण भी जुड़ा हुआ हूं।
मैं रास्ते में दीपिका के साथ इसी बारे में बात कर रहा था। तीसरा कारण है,
फिल्म चेन्नई एक्सप्रैस का एक गीत भी पंजाब बेस्ड है जिसे हनी सिंह ने गाया
है और मुझे कुछ समय पहले भी जालंधर की लवली प्रोफैशनल यूनिवर्सिटी से
बुलावा आया था, पर तब किसी कारण मैं आ नहीं सका, पर इस बार यह मौका मैंने
अपने हाथ से जाने नहीं दिया। मैंने सुना है कि यहां 32,000 से ज्यादा
स्टूडैंट्स हैं और करीब 500 कोर्सिस हैं। जहां इतने सारे छात्र हों, वहां
मुझे बुलाया जाए यह मेरी खुशकिस्मती है।
आपकी रूटीन कैसी रहती है?
शाहरुख खान: जब मैं मुंबई में होता हूं तो
कोशिश रहती है कि बच्चों और परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिता सकूं।
उनके साथ खेलने और मस्ती करने में समय बहुत अच्छा बीत जाता है। सुबह जल्दी
उठ जाऊं तो बच्चों के स्कूल जाने से पहले उनके साथ ही नाश्ता करके शूटिंग
पर निकल जाता हूं। सारा दिन खूब मेहनत करता हूं और रात को नौ-दस बजे तक घर
वापस आकर नहाता हूं और फिर परिवार के साथ ही समय बीतता है।
47 की उम्र में भी इतने एक्टिव और स्मार्ट हैं। इसका क्या राज है?
शाहरुख खान: गलत बातें न तो सोचता हूं और न
ही करता हूं। नैगेटिव चीजों से दूर ही रहता हूं। कम खाता हूं और अपने काम
को खूब मेहनत से करता हूं। वैसे भी जब आप अपने काम को इंजॉय करते हैं तो
उसे करने में मजा आता है। मैं भी अपना काम खूब इंजॉय करता हूं, तभी तो कंधे
में दर्द के बावजूद भी अपने सारे सटंट्स मैंने खुद ही किए हैं। हालांकि
मैं चाहता थो डुप्लीकेट की मदद ली जा सकती थी। जब यही एक्शन सीन मैं वीडियो
में देखता था कि मुझे ऐसे करना है, तो कई बार मुझे लगता था कि मैं ऐसा
नहीं कर पाऊंगा, पर रोहित की टीम इतनी अच्छी है कि 47 साल का होने के
बावजूद मुझे ऐक्शन करने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
फिल्म से जुड़ी कोई खास बात जो आपने काम करते हुए इंजॉय की?
शाहरुख खान: फिल्म की शूटिंग कई दुर्गम
लोकेशंस पर हुई है। जहां क्रू के 200 सदस्यों के लिए खाने की व्यवस्था
टेड़ी खीर साबित हो रही थी। फिल्म की काफी शूटिंग दूधसागर में हुई जहां
लोकेशन पर ट्रेन के दृश्य लिए जाने थे। हमें लोकेशन पर सुबह 6 बजे ट्रेन को
शूट करने पहुंचना पड़ता था। वहां ट्रेन सिर्फ पांच मिनट के लिए ही रुकती
थी और इस दौरान इतने लोगों का खाना ट्रेन में रखना संभव नहीं था। तब दीपिका
ने सजैस्ट किया कि बिस्किट रख लिए जाएं और हमने बिस्किट खाकर ही बिताए।
आप पंजाब में अपनी फिल्म की प्रोमोशन
के लिए आते हैं, पंजाब से आपका लगाव भी है तो क्या समझा जाए कि आपको हम
कभी पंजाबी फिल्म में भी देखेंगे?
शाहरुख खान: यशराज फिल्में पंजाबी स याचार पर
ही आधारित होती थीं। कुछ दिन पहले मेरी सास पंजाबी फिल्म जट्ट एंड जूलियट 2
देख रही थीं। मुझे फिल्म इतनी अच्छी लगी कि मैंने भी उनके साथ पूरी फिल्म
देखी। लेकिन फिलहाल मैं किसी पंजाबी फिल्म का हिस्सा नहीं हूं।
जनसंचार एवं पत्रकारिता के बच्चों को आप क्या संदेश देंगे?
शाहरुख खान: मैं खुद जनसंचार एवं पत्रकारिता
का स्टूडैंट रहा हूं। अगर किसी भी काम को ईमानदारी से और पूरी मेहनत से
किया जाए, तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। हम सबको शॉर्ट कट्स पता होते हैं,
लेकिन हम सबको यह भी पता होना चाहिए कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता।
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