सांता आया, खुशियां लाया
सांता क्लॉज़ क्रिसमस से जुड़ा एक लोकप्रिय पौराणिक परंतु कल्पित पात्र हैं। सांता क्लॉज़ को सेंट निकोलस , फादर क्रिसमस, क्रिस क्रिंगल, और "सांता" के नाम से जाना जाता है। सांता क्लॉज़ को आम तौर पर एक मोटे, हंसमुख सफ़ेद दाढ़ी वाले आदमी के रूप में चित्रित किया जाता है, जो सफ़ेद कॉलर और कफ़ वाला लाल कोट पहनता है, इसके साथ वह चमड़े की काली बेल्ट और बूट पहनता है। माना जाता है कि फादर क्रिसमस का पात्र ब्रिटेन में 17 वीं शताब्दी में लोकप्रिय था। उनकी तस्वीरें उसी समय से मौजूद हैं। इन तस्वीरों में उन्हें एक हंसमुख, दाढ़ी वाले व्यक्ति के रूप में दिखाया गया, जिसने एक लम्बी, हरी, पूरे अस्तर वाली पोशाक पहनी है।
सांता की आधुनिक छवि संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में 19 वीं सदी में लोकप्रिय हुई। इस छवि को लोकप्रिय बनाने में एक अमेरिकी कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। 1863 में, नास्ट के द्वारा बनायी गयी सांता की एक तस्वीर हार्पर'स वीकली में प्रकाशित की गयी। नास्ट की तस्वीरों के एक रंगीन संग्रह को 1869 में प्रकाशित किया गया, इसमें जोर्ज पी. वेबस्टर के द्वारा लिखी गयी एक कविता "सांता क्लॉज़ एंड हिस वर्क्स" भी थी। इसमें लिखा गया की सांता क्लॉज़ का घर "उत्तरी ध्रुव के पास, बर्फ में था"। यह कहानी 1870 के दशक तक काफी प्रसिद्ध हो गयी। गानों, रेडियो, टेलिविज़न, बच्चों की किताबों और फिल्मों के माध्यम से इस छवि को बनाये रखा गया है।
सांता क्लॉज़ की छवियां बाद में और अधिक लोकप्रिय हो गयीं जब हेद्दन संदब्लोम ने 1930 में कोका-कोला कम्पनी के क्रिसमस विज्ञापन के लिए उनका चित्रण किया। इस छवि की लोकप्रियता ने कुछ शहरी कथाओं को जन्म दिया कि सांता क्लॉज़ की खोज कोका कोला कंपनी के द्वारा की गयी है या यह कि सांता लाल और सफ़ेद रंग के कपड़े पहनता है क्योंकि इन रंगों का उपयोग कोका कोला ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। हालांकि लाल और सफ़ेद रंग की पोशाक मूल रूप से थॉमस नास्ट के द्वारा दी गयी थी।
सांता का घर
अक्सर ऐसा कहा जाता है कि फादर क्रिसमस सांता क्लॉज़ फिनलैंड के लोपलैंड प्रान्त में कोरवातुन्तुरी के पहाड़ों में अपनी पत्नी श्रीमती क्लॉज़ के साथ रहते हैं। उनके साथ एक अनिर्दिष्ट परन्तु बड़ी संख्या में कल्पित बौने, और कम से कम आठ या नौ उड़ने वाले रेन्डियर रहते हैं। एक और लोककथा जो गीत "सांता क्लॉज़ इस कमिंग टू टाउन" में प्रचलित है, के अनुसार वह पूरी दुनिया के बच्चों की एक सूची बनाते हैं, उन्हें उनके व्यवहार ("शरारती" और "अच्छे") के अनुसार अलग अलग श्रेणियों में रखते हैं, और क्रिसमस की पूर्व संध्या वाली रात, दुनिया के सभी अच्छे लड़कों और लड़कियों को खिलौने, केंडी, और अन्य उपहार देते हैं, और कभी कभी शरारती बच्चों को कोयला देते हैं। इस काम के लिए वह अपने एक बौने की सहायता लेते हैं जो वर्कशॉप में उनके लिए खिलौने बनाता है।
कौन थे सांता
चर्च के इतिहास और लोक कथाओं से उपहार देने वाले पात्रों विशेष रूप से सेंट निकोलस और सिंटरक्लास के चित्रण को ब्रिटिश पात्र फादर क्रिसमस के साथ मिला दिय गया है, जिससे एक नया पात्र सामने आया है जिसे ब्रिटेन और अमेरिका के लोगों के द्वारा सांता क्लॉज़ के नाम से जाना जाता है। सेंट निकोलस चौथी सदी के एक ग्रीक ईसाई बिशप थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन ईसाई धर्म के लिए समर्पित कर दिया। निकोलस गरीब लोगों को उदार दिल से उपहार देने के लिए प्रसिद्द थे। उनका उद्देश्य था कि क्रिसमस और नववर्ष के दिन गरीब-अमीर सभी प्रसन्न रहें। उनकी सद्भावना और दयालुता के किस्से लंबे अर्से तक कथा-कहानियों के रूप में चलते रहे। उन्होंने एक पवित्र ईसाई की तीन बेटियों के लिए दहेज़ दिया, ताकि उन्हें वेश्या बनने से रोका जा सके। एक कथा के अनुसार उन्होंने कोंस्टेटाइन प्रथम के स्वप्न में आकर तीन सैनिक अधिकारियों को मृत्यु दंड से बचाया था। सत्रहवीं सदी तक इस दयालु का नाम संत निकोलस के स्थान पर सांता क्लॉज हो गया। यूरोप में (विशेष रूप से नीदरलैंड्स, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और जर्मनी में) उन्हें आज भी ईसाई धर्म की पोशाक में एक दाढ़ी वाले बिशप के रूप में दर्शाया जाता है।
सांता, बच्चे और उपहार
क्रिसमस को अक्सर बच्चों के लिए तोहफे लाने के साथ जोड़ा जाता है। इसलिए बच्चों में इस पर्व को लेकर काफी उत्साह देखा जाता है। सांता क्लॉज़ बच्चों को प्यार करता है। माना जाता है कि क्रिसमस की रात सफेद रंग की बड़ी-बड़ी दाढ़ी-मूंछों वाले सांता क्लॉज रेंडियर पर चढ़कर किसी बर्फीले जगह से आते हैं यानी क्रिसमस फादर स्वर्ग से उतरकर चिमनियों के रास्ते घरों में प्रवेश करके सभी अच्छे बच्चों के लिए उपहार छोड़ जाते हैं।
दुनिया भर के बच्चे सांता क्लॉज़ से उपहार पाने की उम्मीद में, उससे जुडी कई रस्में पूरी करते हैं। कुछ रस्में क्रिसमस के कुछ दिन या सप्ताह पहले पूरी की जाती हैं, जबकि कई अन्य रस्मों को क्रिसमस की पूर्व संध्या पर ही पूरा किया जाता है जैसे सांता के लिए विशेष नाश्ता बनाना। कुछ रस्में सदियों पुरानी हैं जैसे मोजा लटकाना, ताकि वह उपहारों से भर जाये। कुछ अन्य रस्में आधुनिक प्रकार की हैं जैसे क्रिसमस की पूर्व संध्या पर रात के आकाश में सांता की गाड़ी का नोराड के द्वारा पता लगाया जाना।
सांता को पत्र
सांता क्लॉज़ के लिए पत्र लिखना कई सालों से बच्चों में क्रिसमस की एक परम्परा रही है। इन पत्रों में बच्चे अक्सर खिलौनों की इच्छा जाहिर करते हैं और अच्छा व्यवहार करने का वादा करते हैं। मैक्सिको और अन्य लैटिन अमेरिकी देशों में, मेल के अलावा बच्चे कभी कभी अपने पत्र को एक छोटे से हीलियम के गुब्बारे में लपेट देते हैं, उसे हवा में छोड़ देते हैं। उन्हें लगता है कि जादू से यह पत्र सांता के पास पहुंच जाएगा। ब्रिटेन में कुछ लोगों में यह परंपरा है कि क्रिसमस के पत्रों को आग में जला दिया जाता है. ऐसा माना जाता है कि ये पत्र जादू से उत्तरी ध्रुव तक पहुंच जायेंगे. हालांकि इस प्रथा को सामान्य पोस्टल सेवा के उपयोग की तुलना में कम प्रभावी पाया गया है, और यह परंपरा आधुनिक समय में समाप्त होती जा रही है।