Friday, September 13, 2013

दीपिका संग ऑन स्क्रीन केमिस्ट्री को लक्की मानते हैं रणबीर

दीपिका संग ऑन स्क्रीन केमिस्ट्री को लक्की मानते हैं रणबीर

फिल्म :                        बेशर्म
लेखक व निर्देशक :       अभिनव कश्यप
निर्माता :                     हिमांशु मेहरा, संजीव गुप्ता, रिलायंस एंटरटेनमेंट
कहानी :                      अभिनव कश्यप, राजव बर्नवाल
संगीतकार :                 ललित पंडित
मुख्य कलाकार :          रणबीर कपूर,  पल्लवी शारदा, ऋषि कपूर, नीतू सिंह कपूर और शक्ति कपूर
रिलीज डेट :                2 अक्तूबर
आने वाली फिल्में :      ‘किल बिल’, ‘जग्गा जासूस’,  ‘बॉम्बे वेलवेट’, रॉय

‘ये जवानी है दीवानी’ में ‘बदतमीजी’ करने के बाद ‘बेशर्म’ बने रणबीर कपूर अपनी फिल्म की प्रोमोशन के लिए जालंधर में पंजाब केसरी के ऑफिस आए। ऋषि कपूर और नीतू सिंह के बेटे रणबीर पर एक तरफ तो अभिनय की विरासत को आगे बढ़ाने दबाव था, दूसरी ओर कपूर होने के नाते इंडस्ट्री की ढेर सारी अपेक्षाएं। फिल्मी बैकग्राउंड होने से उनका इस इंडस्ट्री में प्रवेश भले ही आसान रहा हो, लेकिन रणबीर कपूर ने अपनी फिल्मों से साबित किया है कि वो सिर्फ एक स्टार-पुत्र नहीं एक अच्छे अभिनेता भी हैं। अपनी लगन, मेहनत और अभिनय से रणबीर यूथ आइकॉन बन गए हैं। रणबीर ने हास्य, राजनीतिक थ्रिलर एवं ड्रामा हर प्रकार की फिल्मों में अभिनय किया है।

* आप दूसरी बार जालंधर आए हैं। शाहरुख भी अपनी फिल्म की प्रोमोशन के लिए दो बार जालंधर आए थे। उनका स्वर्गीय यश चोपड़ा जी के साथ जो रिश्ता है, उसके चलते वह उन्हें श्रद्धांजलि देने जालंधर आए थे। आपको जालंधर की क्या चीज खींच कर लाई?
- यहां लोग बहुत प्यार वाले हैं। हिंदी फिल्मों और अदाकारों के लिए उनमें क्रेज है। मैं खुद पंजाबी हूं और बचपन से ही अक्सर पंजाब आता रहा हूं। पंजाब मेरे लिए बहुत महत्व रखता है। पंजाब मेरे लिए मेरे दूसरे घर की तरह है। मेरी फिल्म 'बेशर्म' के सेकंड पार्ट की शूटिंग भी चंडीगढ़ में हुई है।

* आपके पड़दादा पाकिस्तान बनने के बाद माइग्रेट होकर पंजाब आए थे। वह जांलधर में रहे और उन्होंने यहां थिएटर भी किया। आपके घर का माहौल पंजाबी है, तो क्या आप भी घर पर पंजाबी बोलते हैं?
- मेरे पेरंट्स घर पर पंजाबी बोलते हैं। मेरे बहुत से दोस्त और रिश्तेदार पंजाबी हैं जो पंजाबी में ही बात करते हैं। पर चूंकि मेरा जन्म और मेरी परवरिश मुंबई में हुई है इसलिए मैं पंजाबी समझ लेता हूं, पर अच्छी तरह पंजाबी बोल नहीं पाता हूं। हालांकि अब मैं पंजाबी सीख रहा हूं।

* आपकी फिल्म का नाम बहुत अटपटा है- ‘बेशर्म’। ऐसा क्यों?
- किसी भी काम को करने के लिए पॉज़िटिव एटिट्यूट का होना बहुत ज़रूरी होता है। मेरा यह मानना है कि आप जो भी काम करो उसके लिए अपने मन की बात सुनो। गलत काम करने का कोई भी सही तरीका नहीं होता। यह फिल्म मेरे लिए बहुत ही खास है क्योंकि इसमें मेरे साथ मेरे पेरंट्स ऋषि कपूर और नीतू सिंह के साथ पहली बार काम कर रहे हैं।

* रॉकेट सिंह में आपको सरदार की भूमिका में बहुत पसंद किया गया था, आजकल पंजाबी फिल्मों में कई बॉलीवुड कलाकार काम कर रहे हैं। क्या हम इंतकार करें कि आपको किसी पंजाबी फिल्म में सरदार का रोल निभाते हुए देख पाएंगे?
- पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री आजकल बूम पर है। मैं पंजाबी फिल्म में काम करने का इच्छुक हूं अगर मुझे बढिय़ा कहानी मिलती है तो। अगर कहानी अच्छी हो तो भाषा कभी रुकावट नहीं बनती है। सरदार का रोल करने में मुझे मज़ा आएगा। जब मैंने ‘रॉकेट सिंह’ में काम किया था, तब मैं खासतौर पर अमृतसर गोल्डन टैंपल में माथा टेकने गया था और रात को वहीं रुका था। तब मैंने बहुत नज़दीक से सिख आध्यात्म को जाना था।

* कौन-सी पंजाबी फिल्म और पंजाबी हीरो व हीरोइन का काम आपको पसंद है?
- पहले पंजाब में ज्यादातर हिंदी फिल्में ही देखी जाती थीं, पर अब यहां बहुत अच्छी पंजाबी फिल्में बन रही हैं। पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री बहुत बढिय़ा काम कर रही है। ‘जट्ट एंड जूलियट’ बहुत बढ़िया पंजाबी फिल्म थी। हरभजन मान, जिमी शेरगिल और नीरू बाजवा मेरे पसंदीदा पंजाबी कलाकार हैं।

* ‘दबंग’ और ‘चुलबुल पांडे’ को क्रिएट करने वाले ‘बेशर्म’ के निर्देशक अभिनव कश्यप ने आपकी बेहद तारीफ की है। उन्होंने तो यहां तक कहा है कि आप सलमान खान से कहीं बेहतर एक्टर हैं और बहुत ही मेहनती भी हैं? अपनी तारीफ सुनकर आपको कैसा लगता है?
- तारीफ सुनकर यकीनन अच्छा लगता है, लेकिन सलमान खान, शाहरुख खान, आमिर खान फिल्म इंडस्ट्री के मजबूत स्तंभ हैं। उनसे मेरी तुलना नहीं की जा सकती है। मैं अभी सिर्फ छह साल से ही बॉलीवुड में हूं जबकि उन्होंने कई बेहतरीन फिल्में दी हैं और उनका एक्सपीरिएंस भी बहुत ज्यादा है। यह अभिनव जी की दरियादिली है कि वो मेरे बारे में ऐसा कह रहे हैं। मेरे ख्याल से काफी समय तक साथ काम करने से निर्देशक और कलाकार के बीच एक अच्छी अंडरस्टैंडिंग और रिस्पेक्ट कायम हो जाती है, जिससे फिल्म आसानी से पूरी हो जाती है।  (मुस्कुराते हुए) अभी मेरी फिल्में अच्छा बिजनस कर रही हैं इसलिए आप ऐसा कह रहे हैं। अगर मेरी फिल्म अगले हफ्ते फ्लॉप हो गई तो आप भी मेरी तारीफ करना बंद कर देंगे।

* आप स्टारडम के साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारियां भी बखूबी निभाते हैं। अंडर प्रविलेज्ड बच्चों के लिए फंड जुटाने में भी मदद करते हैं और गर्ल चाइल्ड एम्पावरमेंट को स्पोर्ट करते हैं। देश को आप जैसे युवाओं की बहुत जरूरत है जो बिना स्वार्थ के लोगों की भलाई के लिए काम करें, क्या ‘राजनीति’ के समर प्रताप को भविष्य में राजनीति में आते हुए देखेंगे?
- मुझे फिल्मों से बेहद प्यार है। मैं फिल्मों में ही काम करना जारी रखना चाहता हूं। राजनीति में आने का मेरा कोई इरादा नहीं है। मुझ से जितना बन पड़ता  है, मैं एनजीओ के लिए काम करता हूं और करता रहूंगा।

* दीपिका पादुकोण ने हाल ही में हॉलीवुड की फिल्म साइन की है। क्या आप भी जेम्स बॉन्ड जैसा कोई किरदार हॉलीवुड फिल्मों में निभाना चाहेंगे?
- दीपिका बहुत ही टेलेंटिड हीरोइन है। वह यह सब डिज़र्व करती है। लेकिन मुझे अपनी जड़ों के साथ जुड़े रहना पसंद है। मैं हॉलीवुड की फिल्मों में काम करने का कतई इच्छुक नहीं हूं। बॉलीवुड में ही अपनी पारी जारी रखना चाहता हूं।

* रियल्टी शो ‘झलक दिखला जा’ में आपकी मां नीतू सिंह ने कहा था कि बेशर्म ऋषि हैं नाकि रणबीर। क्या एक ओवर प्रोटैक्टिव मां होने के नाते उन्होंने ऐसा कहा था?
- नहीं, ऐसा नहीं है। मैं कैमरे के सामने बेशर्म हूं, पर जैसे ही कैमरा बंद हो जाता है मैं बिलकुल बदल जाता हूं। असल जिंदगी में मैं बहुत शर्मीला इंसान हूं।

* ट्विटर पर अमिताभ बच्चन के 62 लाख और शाहरुख खां के करीब 50 लाख फॉलोयर्स हैं। लेकिन आप ट्विटर पर नहीं हैं, क्यों?
- मैं बहुत शर्मीले स्वभाव का हूं। मुझे नहीं पसंद कि मैं अपनी सभी बातें ट्विटर पर शेयर करूं। वैसे भी आजकल टीवी पर और फिल्म प्रोमोशन के दौरान हम अपने फैंस को मिल लेते हैं।

* आपके बहुत से फैंस हैं। आप अपने किसी ऐसे क्रेज़ी फैन के बारे में बताएं, जो बेहद खास हो?
- मेरे सभी फैंस मेरे लिए बेहद खास हैं। पिछली बार जब मैं लवली यूनिवर्सिटी आया था, तो वहां यूथ का क्रेज़ देखकर बहुत अच्छा लगा था। अपने फैंस और उनका क्रेज़ देखकर और ज्यादा मेहनत करने की इच्छा होती है ताकि उनकी उम्मीदों पर खरा उतर सकूं।

* सुनने में आया है कि आप चेन स्मोकर हैं, क्या यह सच है?
- (हंसते हुए) चेन का तो पता नहीं, पर स्मोक मैं करता हूं। (सीरियस होते हुए) हालांकि मैं अब इसे छोडऩे की कोशिश कर रहा हूं। एक बार पहले भी कोशिश की थी और तीन दिन तक मैंने सिगरेट को टच भी नहीं किया था, लेकिन यह जानते हुए भी कि सिगरेट सबसे गंदी आदत है, मैं आज तक इसे छोड़ नहीं पाया हूं। 28 सितंबर को मेरा जन्मदिन है। मैंने अब वादा किया है कि उस दिन से स्कोमिंग क्विट कर दूंगा। सिगरेट से होंठ काले हो जाते हैं, स्किन पर रिंकल्स आ जाते हैं और सेहत पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। इसलिए मैं तो सबसे अनुरोध करूंगा कि इससे दूर ही रहें।

* 'कॉफी विद करण' में आपने कहा था कि आप अपने पिता जी का टेम्परामेंट बदलना चाहते हैं, क्या  आपको कभी गुस्सा नहीं आता?
- नहीं, मुझे कभी गुस्सा नहीं आता, मेरी आज तक कभी किसी से कोई लड़ाई भी नहीं हुई है। न मैंने कभी किसी को पीटा है और न ही किसी से मार ही खाई है। मैं अपनी मम्मी जैसा कूल नेचर का हूं जबकि पापा बहुत ज्यादा गुस्से वाले हैं।
 
* आप सलमान, आमिर और शाहरुख में से किसे सबसे स्टार मानते हैं?
- अमिताभ बच्चन के बाद ये सभी स्टार्स बड़े हैं। इनमें से कौन ज्यादा बड़ा है यह बता पाना बहुत मुश्किल है। मेरी नज़र में ये सभी महान कलाकार हैं।
 
* कैटरीना कैफ और दीपिका पादुकोण में से आप किसे ज्यादा टैलेंटिड हीरोइन मानते हैं?
- दोनों बहुत अच्छा काम कर रही हैं और बॉलीवुड में टॉप पर हैं।
* आपकी कैमिस्ट्री किसके साथ ज्यादा बढिय़ा है, कैटरीना कैफ या दीपिका पादुकोण?

- मेरी हालिया फिल्म ‘ये जवानी है दिवानी’ दीपिका के साथ थी और यह बेहद सफल भी रही है। इसलिए मैं मानता हूं कि दीपिका के साथ मेरी कैमिस्ट्री बैस्ट है।

No comments:

Post a Comment