Thursday, October 15, 2015

पीरियड्स से जुड़े मिथ और उनकी सच्चाई

पीरियड्स से जुड़े मिथ और उनकी सच्चाई

पीरियड्स, हर फीमेल की जिंदगी में हर महीने के पांच ऐसे दिन होते हैं, जब उनके शरीर में कई परिवर्तन होते हैं। इनके बारे में हम अक्सर कुछ न कुछ सुनते रहते हैं, कि इस दौरान एेसा करना चाहिए या ये काम नहीं करने चाहिए। लेकिन इस पर बात करने से आम तौर पर गुरेज़ किया जाता है और सही जानकारी न होने के बावजूद ज्यादातर महिलाएं उन पर यूं ही यकीन भी कर लेती हैं। 


माना जाता है कि महिलाएं इस दौरान अपवित्र, बीमार और अभिशप्त होती हैं। यह एक ऐसा विषय है जिसने महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता के मसले को बेहद प्रभावित किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार गर्भाशय के मुंह के कैंसर के कुल मामलों में से 27 फ़ीसदी भारत में होते हैं और डॉक्टरों के अनुसार पीरियड्स के दौरान साफ़-सफाई की कमी इसकी बड़ी वजह है। जबकि वास्तविकता यह है कि पीरियड्स पूरी तरह नैचुरल हैं और इनके बारे में अगर आपके मन में भी कुछ मिथ हैं तो जान लीजिए उनकी सच्चाई क्या है।

अगर आप  टैम्पॉन का इस्तेमाल करती हैं तो आप वर्जिन नहीं है

सैनिटरी पैड्स या टैम्पॉन का आपकी वर्जिनिटी से कोई लेना-देना नहीं है। ये पीरियड्स के दौरान होने वाली ब्लीडिंग को सोखते हैं। टैम्पॉन को क्योंकि वेजाइना में डाला जाता है, इसलिए शायद इसके बारे में यह मिथ है। आप बेझिझक इनका इस्तेमाल कर सकती हैं। वर्जिनिटी का हाइमन से कोई लेना-देना नहीं है। सेक्स के अलावा भी बहुत सारे तरीके हैं जिनसे हाइमन फट सकती है। पीरियड्स के दौरान यह बहुत जरूरी है कि आप समय पर इन्हें बदलती रहें। इससे आप संक्रमण से सुरक्षित रहेंगी। साथ ही दुर्गंध की समस्या भी नहीं होगी।

अगर आप अपना पीरियड मिस करती हैं तो आप प्रेग्नेंट हैं

पीरियड्स न आने का सिर्फ यही अर्थ नहीं होता कि आप प्रेग्नेंट हो गई हैं, जान लें कि पीरियड्स न आने के और भी कई कारण हो सकते हैं जैसे – स्ट्रैस, खराब डाइट, वेट-लॉस और हॉर्मोनल चेंजेज़ इत्यादि। लेकिन अगर आपने असुरक्षित सैक्स किया है और आपको पीरियड्स नहीं आए, तो प्रेग्नेंसी टैस्ट जरूर कर लें।

प्रीमैंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) जैसी कोई चीज़ होती ही नहीं

कई लोग सोचते हैं कि प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम जैसा कुछ भी नहीं होता। यह दिमाग का वहम है जबकि पीरियड से पहले थकान, स्ट्रेस, कमर-दर्द वगैरह नॉर्मल है। मासिक चक्र न केवल महिलाओं में हार्मोनल बदलाव करता है बल्कि उनकी आदतों को बदलने में भी इनकी भूमिका है। इसे प्रीमैंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) कहा जाता है। 

पीरियड्स के दौरान महिला गंदी और अशुद्ध हो जाती है

इसमें गंदगी और अशुद्धता जैसा कुछ भी नहीं है बल्कि यह तो इस बात का सबूत है कि आप में रीप्रॉड्यूस करने की क्षमता है। चूंकि आपका एग अनफर्टिलाइज़्ड है इसलिए आप उसे अपने शरीर से अलग कर रही हैं। इस दौरान आपको अपने शरीर की साफ-सफाई का थोड़ा ज्यादा ध्यान रखना चाहिए, इन दिनों में भी आप वैसे ही रह सकती हैं जैसे बाकी पूरे महीने रहती हैं। 

पीरियड के दौरान सेक्स करने से प्रेग्नेंट नहीं हो सकते

ऐसा भूलकर भी नहीं सोचना चाहिए कि पीरियड्स के दिनों में आप प्रेग्नेंट नहीं हो सकती हैं। इस दौरान भी गभर्वती होने की संभावना होती हैं। बिना प्रोटेक्शन के सेक्स सेफ नहीं हो सकता है, फिर चाहे वो पीरियड्स के दौरान ही क्यों न किया जाए, क्योंकि स्पर्म आपके शरीर में पांच दिन तक जीवित रह सकते हैं। इतने में अगर आपको पीरियड से मुक्ति मिल गई तो ये पहुंच जाएंगे सीधे आपके ओवा के पास और आपको प्रेग्नेंट कर सकते हैं। इसके अलावा इन दिनों बिना प्रीकॉशन के सेक्स करने से इंफैक्शन का खतरा भी बना रहता है।

उस वक्त अचार छूने से वो खराब हो जाएगा

इस बात पर आपको जरूर अपनी दादी-नानी की याद आई होगी। आपके पीरियड्स से अचार का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन आपका हाईजीनिक होना ज़रूरी है। इसलिए आप पीरियड के वक्त अचार का जार छू भी सकती हैं और इसका मज़े से स्वाद भी ले सकती हैं।

पीरियड में किचन और मंदिर में नहीं जाना चाहिए

यह बात बिल्कुल निराधार  है..पर हमारे देश में लोग इसे मानते आ रहे हैं। अगर पीरियड में कुछ भी गंदा नहीं है तो आप किचन में जाएं या मंदिर में, इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता। यह प्रोसेस जब भगवान की ही देन है तो इन दिनों में वे आपकी पूजा क्यों स्वीकार नहीं करेंगे। 

पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से बचना चाहिए

माहवारी के समय गर्भाशय और उसका मुंह काफी संवेदनशील होता है और ऎसी अवस्था में सेक्स करने से गर्भाशय के मुंह पर आघात हो सकता है, इसे "सर्वाइकल इरोजन" कहते हैं। इसका इलाज न करने की स्थिति में कैंसर तक होने की संभावना हो सकती है, लेकिन यदि दोनों पार्टनर सहमत हों और हाइजीन का ख्याल रखते हुए सावधानी बरती जाए तो पीरियड्स के दौरान भी सेक्स किया जा सकता है।

No comments:

Post a Comment